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इंडिया न्यूज, नई दिल्ली :
फल न केवल खाने में स्वादिष्ट होता है बल्कि सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है। इसमें पाए जाने वाले पौष्टिक गुण शरीर को मजबूत और स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं। विटामिन और खनिज से भरपूर फल आपको फिट रखने के साथ गंभीर बीमारियों से निजात दिलाने और इनके संक्रमण से दूर रखने में भी कारगार होता है। इतना ही नहीं यह आपके वजन को कम कर बॉडी को एक अच्छी शेप देने में भी मदद करता है। लेकिन जिस प्रकार अधिकतम स्वास्थ्य लाभ के लिए भोजन करने का एक आदर्श समय होता है, उसी प्रकार यदि सही समय पर फल खाया जाए तो यह सेहत के लिए अधिक फायदेमंद होता है।
दरअसल फलों में भरपूर मात्रा में फ्रक्टोज पाया जाता है, जो आसानी से फैट में परिवर्तित हो जाता है। यही वजह है कि शाम को सूर्यास्त के बाद फल खाने से पाचनतंत्र प्रभावित हो सकता है। ऐसे में यदि आप आयुर्वेद में विश्वास रखते हैं तो आपको फल का सेवन सूर्यास्त से पहले करना चाहिए। कोशिश करें कि फल का सेवन नियमित तौर पर सुबह खाली पेट करें।
फल हमारे शरीर के लिए विटामिन और खनिज के सबसे बड़े स्रोत हैं। लेकिन ऐसा नहीं है कि जितना और जब मन करे आप फलों का सेवन करते जाएं। जैसे भोजन का अपना समय और तरीका होता है उसी तरह फलों से भी पोषक तत्वों को अधिक से अधिक मात्रा में लेने के लिए इसे निश्चित समय पर लेना जरूरी है। आयुर्वेद कहता है कि फलों का सेवन अगर सूर्यास्त से पहले किया जाए तो यह अधिक फायदेमंद होता है।
भारत की प्राचीन चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद के मुताबिक शाम को फल खाने से नींद खराब हो सकती है और पाचन प्रक्रिया बाधित हो सकती है।
दरअसल इसकी वजह यह है अधिकांश फल साधारण कार्ब्स से युक्त होते हैं। वे तत्काल ऊर्जा का बड़ा स्रोत होने के साथ ही ब्लड में शुगर के स्तर को भी बढ़ाते हैं। ऐसे में अगर आप सोने के समय के आस-पास फल खाते हैं तो ब्लड में शुगर का बढ़ा स्तर आपकी नींद में खलल डाल सकता है। हमारी बॉडी क्लाक भी ऐसा करने से हमें रोकती है जो कि सूर्यास्त के बाद हमारे मेटाबॉलिज्म को धीमा कर देती है और कार्ब्स को पचाना मुश्किल हो जाता है। इसलिए शाम के समय फलों का सेवन नहीं करना चाहिए।
सुबह खाली पेट फल का सेवन करना सबसे अधिक फायदेमंद होता है। रात में खाने के बाद हमें सोने में दो घंटे का वक्त लगता ही है। फिर से 7 से 8 घंटे की नींद के बाद सुबह उठते हैं तो फ्रेश होने में एक घंटे लग जाते हैं। ऐसे में रात में सोने के बाद सुबह उठने पर हमारा लगभग 10 घंटे का उपवास हो चुका होता है। सुबह की यह स्थिति भोजन से पोषक तत्वों को अधिक कुशलता से बाहर निकाल लेती है और पाचन को भी दुरुस्त रखती है।
कई बार हम फलों को डेयरी उत्पादों के साथ मिलाकर खाते हैं। ऐसा करना ठीक नहीं है। फलों को अकेले ही लेना चाहिए। फलों को डेयरी उत्पाद या सब्जियों के साथ लेने से शरीर में विषाक्त पदार्थों का निर्माण हो सकता है। ऐसा फलों के अनुचित पाचन और पोषक तत्वों के कम अवशोषण के कारण होता है। शरीर में विषाक्त पदार्थों की मौजूदगी बीमारियां और स्वास्थ्य संबंधी दूसरी समस्याओं को जन्म दे सकती है।
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