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India News (इंडिया न्यूज), अजय त्रिवेदी, लखनऊ: ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को पाने में तेजी से जुटी उत्तर प्रदेश की योगी सरकार जल्दी ही दूसरे वैश्विक निवेशक सम्मेलन के आयोजन की तैयारी शुरु करेगी। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि ट्रिलियन डॉलर के लक्ष्य को पाने के लिए निजी और सार्वजनिक निवेश को बढ़ाना होगा और नीतिगत सुधारों के क्रम को जारी रखना होगा। उन्होंने कहा कि पिछले वैश्विक निवेशक सम्मेलन में मिले 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों में से 10 लाख करोड़ से अधिक की परियोजनाएं धरातल पर उतारी जा चुकी हैं। अब बाकी के एमओयू की समीक्षा कर निवेशकों से संवाद करना होगा।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि हमें जल्द से जल्द अगले वैश्विक निवेशक सम्मेलन की तैयारी शुरु कर देनी चाहिए। उत्तर प्रदेश के वन ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था के लक्ष्य की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि निवेशकों से संपर्क-संवाद का क्रम जारी रखना चाहिए। नए सेक्टर-नए निवेशकों से भी संवाद हो और उन्हें प्रदेश की यूएसपी से अवगत करायें। उन्होंने कहा कि इन्वेस्टर आउटरीच को और बेहतर करने की आवश्यकता है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि निवेशकों को अपनी परियोजनाओं के क्रियान्वयन के लिए भूमि की आवश्यकता होगी। सभी विकास प्राधिकरणों को अतिरिक्त प्रयास करना होगा। ऐसी भूमि जो आवंटित है लेकिन उपयोग नहीं की जा रही है, उनका चिन्हांकन करें और उसके बारे में उचित फैसले लें। बीमार उद्योगों की पहचान कर उनके स्थान के सही उपयोग के बारे में फैसले लिए जाएं और इंडस्ट्रियल क्लस्टर की कार्ययोजना को आगे बढ़ाया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी के लिए उत्तर प्रदेश सही राह पर है लेकिन इसे अपनी रफ्तार दोगुनी करनी होगी। समीक्षा बैठक में मोजूद अधिकारियों ने बताया कि 2021-22 में प्रदेश की कुल जीडीपी 16.45 लाख करोड़ थी जो आज 2023-24 में 25.48 लाख करोड़ से अधिक हो गई है। राष्ट्रीय आय में उत्तर प्रदेश 9.2 फीसदी के योगदान के साथ उत्तर प्रदेश आज देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है।
बैठक में जानकारी दी गयी कि 2021-22 से 2023-24 के बीच प्रदेश का कम्पाउंडेड एनुअल ग्रोथ रेट (सीएजीआर) लगभग 15.7 फीसदी दर्ज किया गया है। वर्ष 2027 तक वन ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था का लक्ष्य पूरा करने के लिए अगले 5 वर्षों में प्रदेश को अपनी वृद्धि दर को दोगुने से अधिक बढ़ाना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आंकड़ों का संग्रहण शुद्धता के साथ होना आवश्यक है। डेटा जितना शुद्ध होगा, लक्ष्य के लिए उतना ही बेहतर प्रयास कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि ईज ऑफ लिविंग और रोजगार सृजन के लिए सभी को प्रयास करना होगा। प्रदेश ने हाल के दिनों में निवेश के क्षेत्र में अच्छी प्रगति की है। अकेले 12.7 लाख करोड़ के एमओयू मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के लिए हुए हैं। इंडस्ट्रियल पॉवर कंजप्शन में 6.8 फीसदी की वृद्धि हुई है। नये इन्डस्ट्रियल कॉरिडोर की स्थापना हो रही है और 44 नई टाउनशिप पर काम शुरू हुआ है।
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