संबंधित खबरें
कांग्रेस को झटका देने की तैयारी में हैं उमर अब्दुल्ला? पिछले कुछ समय से मिल रहे संकेत, पूरा मामला जान अपना सिर नोंचने लगेंगे राहुल गांधी
खतरा! अगर आपको भी आया है E-Pan Card डाउनलोड करने वाला ईमेल? तो गलती से ना करें क्लिक वरना…
मिल गया जयपुर गैस टैंकर हादसे का हैवान? जांच में हुआ चौंकाने वाला खुलासा, पुलिस रह गई हैरान
भारत बनाने जा रहा ऐसा हथियार, धूल फांकता नजर आएगा चीन-पाकिस्तान, PM Modi के इस मास्टर स्ट्रोक से थर-थर कांपने लगे Yunus
‘जर्सी नंबर 99 की कमी खलेगी…’, अश्विन के सन्यास से चौंक गए PM Modi, कह दी ये बड़ी बात, क्रिकेट प्रशसंक भी रह गए हैरान
महाराष्ट्र फतह के बाद फिर से चुनावी तैयारी में जुटे Fadnavis, शरद पवार ने सीधे CM को कर दिया कॉल, राज्य की राजनीति में अभी नहीं थमा है तूफान
India News (इंडिया न्यूज), Kanwar Yatra Nameplate Controversy: यूपी की योगी सरकार द्वारा कांवड़ यात्रा के मार्गों पर खाद्य विक्रेताओं को नेम प्लेट लगाने की अनुमति देने के फैसले का संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने समर्थन किया है। अखाड़ा परिषद के महामंत्री और जूना अखाड़े के संरक्षक महंत हरि गिरि ने इस संबंध में बड़ा बयान देते हुए कहा है कि यह बहुत अच्छा और सुंदर फैसला है। भीड़भाड़ वाली जगह पर सभी को पहचान पत्र रखना चाहिए।
महंत हरि गिरि के मुताबिक पुलिस अधिकारी और कर्मचारी भी अपनी वर्दी पर नेम प्लेट लगाते हैं। जब उन्हें नेम प्लेट लगाने से कोई दिक्कत नहीं है तो दुकानदारों को नाम बताने में क्या दिक्कत है। उनके मुताबिक इस फैसले से न सिर्फ दुकानदारों को सुविधा होगी बल्कि कांवड़ियों की पवित्रता भी बनी रहेगी। उन्होंने कहा है कि कांवड़ियों को लेकर पहले भी कई ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें विवाद हुआ है। इन विवादों को रोकने के लिए बोर्ड पर नाम लिखा जाना भी जरूरी है।
Video: मध्य प्रदेश में दबंग बेखौफ, रीवा में 2 महिलाओं को जिंदा दफनाने की कोशिश
अखाड़ा परिषद के महासचिव महंत हरि गिरि ने योगी सरकार के फैसले का विरोध कर रहे विपक्षी नेताओं को नसीहत भी दी है। उन्होंने कहा कि, इस फैसले का विरोध सिर्फ वे लोग कर रहे हैं जो पशुओं का व्यापार करते हैं। उन्होंने एमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि देश की संसद में भारत माता की जय बोलने की बजाय दूसरे देश के नारे लगाने वालों को विरोध करने का अधिकार नहीं है।
अखाड़ा परिषद के महासचिव महंत हरि गिरि ने कहा, ओवैसी को अपने विरोध पर खेद व्यक्त करना चाहिए या संसद की सदस्यता से इस्तीफा देकर वापस वहीं चले जाना चाहिए जहां से वह आते हैं। उन्हें वहीं लौट जाना चाहिए जहां उनकी निष्ठा, आस्था और विश्वास है। ओवैसी के अपने लोग ही उनके विचारों से सहमत नहीं हैं।
अगर ओवैसी के लोग सहमत होते और उनके विचारों से संतुष्ट होते तो उन्हें लोकसभा चुनाव में अपनी सीट के अलावा कुछ सीटें मिल सकती थीं। उनके मुताबिक ओवैसी को इस फैसले का समर्थन करना चाहिए और बेवजह की राजनीति नहीं करनी चाहिए। संगम नगरी प्रयागराज में मीडिया से बातचीत करते हुए महंत हरि गिरि ने ये बातें कहीं।
UP नेम प्लेट मामला पहुंचा सुप्रीम कोर्ट, योगी सरकार के फैसले के खिलाफ कल होगी सुनवाई
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.