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India News (इंडिया न्यूज), Budget 2024: देश में आम चुनावों के बाद लगातार तीसरी बार पीएम मोदी के नेतृत्व में NDA की सरकार बनी है। संसद का मानसून सत्र पिछले सोमवार से शुरू हो गया है। बजट एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है, जिसमें सरकार के आय-व्यय के लेखा-जोखा के अलावा कई महत्वपूर्ण आंकड़े होते हैं। इसलिए बजट को कड़ी सुरक्षा के बीच तैयार किया जाता है और बजट पेश होने से 6 महीने पहले ही इसकी तैयारी शुरू हो जाती है। लेकिन, क्या आपको पता है बजट कैसे तैयार होता है, इसकी तैयारी में कितने संस्थान और अधिकारी-कर्मचारी शामिल होते हैं? बजट से जुड़ी जानकारी लीक न हो, इसके लिए क्या इंतजाम किए जाते हैं?
दरअसल, देश का आम बजट हर साल 5 चरणों में तैयार होता है। वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलों का विभाग हर साल केंद्रीय बजट तैयार करता है। लेकिन, इसे कई विभागों के आपसी परामर्श के बाद ही तैयार किया जाता है। इनमें नीति आयोग और सरकार के कई अन्य मंत्रालय भी शामिल हैं, तो जानते हैं बजट तैयार करने की पूरी प्रक्रिया के बारे में…
1. पहला चरण: आम बजट तैयार करने की प्रक्रिया उसके पेश होने से करीब 6 महीने पहले शुरू हो जाती है। सबसे पहले वित्त मंत्रालय संबंधित मंत्रालयों और विभागों को बजट सर्कुलर भेजकर उन्हें जरूरी दिशा-निर्देश देता है। जिसमें उन्हें आगामी वित्तीय वर्ष के लिए अपने खर्चों का अनुमान लगाने और आवश्यक धनराशि के बारे में जानकारी देने को कहा जाता है। इसके अलावा, विभिन्न उद्योग संघों, व्यवसाय मंडलों, किसान संघों, ट्रेड यूनियनों और अर्थशास्त्रियों से चर्चा करके बजट प्रावधान तैयार किए जाते हैं।
2. दूसरा जांच: इसके बाद विभिन्न मंत्रालयों के अधिकारियों से प्राप्त आंकड़ों और अनुमानों की संबंधित विभागों के शीर्ष अधिकारियों द्वारा जांच की जाती है। मंजूरी मिलने या जरूरत पड़ने पर संशोधित होने के बाद इन आंकड़ों को जांच के लिए संबंधित मंत्रालयों को भेजा जाता है। इसके बाद यह डेटा वित्त मंत्रालय के पास पहुंचता है।
3. तीसरा चरण: फिर विभिन्न मंत्रालयों से प्राप्त आंकड़ों और हितधारकों से प्राप्त राय के गहन विश्लेषण के बाद, वित्त मंत्रालय विभिन्न प्रशासनिक मंत्रालयों को राजस्व आवंटित करता है, साथ ही नई जन कल्याणकारी योजनाएं भी विकसित करता है। वित्त मंत्रालय केंद्रीय मंत्रिमंडल या प्रधानमंत्री से परामर्श लेता है, जिसका निर्णय अंतिम माना जाता है।
4. चौथा चरण: तीसरे चरण के पूरा होने के बाद, केंद्रीय बजट की छपाई शुरू होती है। यह प्रक्रिया “हलवा समारोह” नामक एक पारंपरिक समारोह से शुरू होती है। इस समारोह के दौरान वित्त मंत्री और बजट प्रक्रिया से जुड़े अन्य अधिकारी और कर्मचारी हलवा खाते हैं। इस समारोह के बाद केंद्रीय बजट की छपाई शुरू होती है। चूंकि बजट दस्तावेज बेहद गोपनीय होते हैं, इसलिए वित्त मंत्रालय के शीर्ष अधिकारी और इसकी छपाई में शामिल कर्मचारी दफ्तर से ही काम करते हैं। इस दौरान उन्हें अपने परिवार से बात करने की भी इजाजत नहीं होती।
5. पांचवा चरण: पांचवें चरण में वित्त मंत्री संसद में बजट पेश करते हैं। हालांकि, इससे पहले केंद्र सरकार को राष्ट्रपति से इजाजत लेनी होती है। इसके बाद बजट को केंद्रीय कैबिनेट के सामने रखा जाता है, फिर संसद में बजट पेश किया जाता है।
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