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India News (इंडिया न्यूज), Dharmendra Pradhan: सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार (23 जुलाई) को NEET पेपर लीक मामले में अपना फैसला सुनाया। कोर्ट ने कहा कि NEET का पेपर दोबारा नहीं होगा। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का सरकार ने स्वागत किया और शिक्षा मंत्री ने कहा, मैं सुप्रीम कोर्ट के इस ऐतिहासिक फैसले के बाद कहना चाहूंगा-‘सत्यमेव जयते’
एएनआई ने धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, “सुप्रीम कोर्ट के इस ऐतिहासिक फैसले के बाद मैं कहना चाहूंगा, “सत्यमेव जयते। जब NEET का मामला सामने आया, तो आज सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद विपक्ष की भूमिका स्पष्ट हो गई। कल तक लोकसभा के विपक्ष के नेता ने जो रवैया अपनाया था, देश की परीक्षा प्रणाली को अमान्य ठहराते हुए और इसे “बकवास” कहते हुए, वह उनकी मानसिक स्थिति को दर्शाता है।”
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शिक्षा मंत्री ने कहा, “मैं उनसे और विपक्ष के उन सभी लोगों से अपील करता हूं जो इस तरह की गैरजिम्मेदाराना हरकतों में शामिल थे। विपक्ष के लोगों को देश के छात्रों, युवाओं और अभिभावकों से माफी मांगनी चाहिए। आपने देश को चोट पहुंचाई है, देश में अराजकता पैदा करने की कोशिश की है, देश में नागरिक अशांति फैलाने की साजिश रची है। देश आपको माफ नहीं करेगा। राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता अलग-अलग हो सकती है पर छात्र सभी के हैं।” मंत्री ने आगे कहा, “परीक्षा प्रणाली की आलोचना करते हुए राहुल गांधी ने भारत की आलोचना की है। देश के छात्रों को गुमराह किया है इसके साथ ही छात्रों में भ्रम भी पैदा किया गया है।”
भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली सर्वोच्च न्यायालय की पीठ ने परीक्षा रद्द करने और दोबारा परीक्षा कराने की मांग वाली याचिका को खारिज करते हुए कहा, “वर्तमान चरण में, रिकॉर्ड पर ऐसी कोई सामग्री नहीं है जिससे यह निष्कर्ष निकाला जा सके कि परीक्षा का परिणाम दूषित है या परीक्षा की पवित्रता का व्यवस्थित रूप से उल्लंघन हुआ है।
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