India News (इंडिया न्यूज), Turkey: इजरायल और हमास के बीच अभी चल रहा युद्ध खत्म होता नहीं दिख रहा है। इस बीच तुर्की के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन ने रविवार (28 जुलाई) को कहा कि तुर्की इजरायल में प्रवेश कर सकता है। जैसा कि उसने अतीत में लीबिया और नागोर्नो-कराबाख में किया था, हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि वह किस तरह के हस्तक्षेप का सुझाव दे रहे हैं। एर्दोगन ने अपने देश के रक्षा उद्योग की प्रशंसा करते हुए भाषण के दौरान उस युद्ध पर चर्चा शुरू की।
बता दें कि, एर्दोगन ने अपने गृहनगर राइज में अपनी सत्तारूढ़ एके पार्टी की एक बैठक में कहा कि हमें बहुत मजबूत होना चाहिए ताकि इजरायल फिलिस्तीन के साथ ये हास्यास्पद चीजें न कर सके। जैसे हमने काराबाख में प्रवेश किया, जैसे हमने लीबिया में प्रवेश किया, हम उनके साथ भी ऐसा ही कर सकते हैं। एर्दोगन ने टेलीविज़न संबोधन में कहा कि ऐसा कोई कारण नहीं है कि हम ऐसा न कर सकें। हमें मज़बूत होना चाहिए ताकि हम ये कदम उठा सकें। वहीं इजरायल ने अभी तुरंत कोई टिप्पणी नहीं की।
हरियाणा में हुई महापंचायत, लव मैरिज को लेकर खाप पंचायत ने सुनाया ये फरमान
राष्ट्रपति एर्दोगन तुर्की द्वारा पिछले कार्यों का उल्लेख करते हुए दिखाई दिए। दरअसल, साल 2020 में तुर्की ने लीबिया की संयुक्त राष्ट्र-मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय समझौते की सरकार के समर्थन में सैन्य कर्मियों को लीबिया भेजा। लीबिया के प्रधान मंत्री अब्दुलहामिद अल-दबीबा जो त्रिपोली में राष्ट्रीय एकता सरकार का नेतृत्व करते हैं, तुर्की द्वारा समर्थित हैं। वहीं तुर्की ने नागोर्नो-करबाख में अज़रबैजान के सैन्य अभियानों में किसी भी प्रत्यक्ष भूमिका से इनकार किया है। लेकिन पिछले साल कहा था कि वह अपने करीबी सहयोगी का समर्थन करने के लिए सैन्य प्रशिक्षण और आधुनिकीकरण सहित सभी साधनों का उपयोग कर रहा है।
Zomato से ऑर्डर किए शाकाहारी खाने में मिला चिकन, कंपनी ने दी प्रतिक्रिया
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.