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India News(इंडिया न्यूज), Three Clap In Shiv Mandir: हिंदू धर्म में कई भगवानों की पूजा की जाती है और उन सभी के लिए अलग नियम भी बने हुए हैं। भगवान शिव की पूजा अर्चना करना काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भगवान शिव की पूजा के दौरान आखिर तीन बार ही ताली क्यों बजाई जाती है।
योगशास्त्र के अनुसार बताएं तो कुछ मुद्राओं को इसके अंदर वर्णित किया गया है जिसके माध्यम से आप आराधना में प्रभु को प्रसन्न कर सकते हैं। यह मुद्रा काफी महत्वपूर्ण होती है और उनका उपयोग करने से फायदे भी मिलते हैं, लेकिन इसका अभ्यास करना काफी जरूरी है। जिसके लिए आपको गुरु दीक्षा भी लेनी होती है। हालांकि कुछ मुद्राएं ऐसी भी होती है जिन्हें करने के लिए हमें गुरु की या फिर किसी विशेष मंत्र की आवश्यकता नहीं होती। Three Clap In Shiv Mandir
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निर्वाण मुद्रा के बारे में बताएं तो इसके माध्यम से हम परम ईश्वर भगवान शिव को प्रसन्न कर सकते हैं। वही शिव मंदिर के अंदर तीन बार ताली बजाने के पीछे एक कथा है। जिसमें कहा जाता है कि रावण भगवान शिव के बड़े भक्त थे उसने अपना धड़ अलग करके शिव के सामने रख दिया था और तीन बार ताली बजाकर भगवान का आवाहन किया था। तभी से ही तीन बार ताली बचाने के परंपरा चलने लगी।
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ताली के अर्थ के बारे में बताएं तो पहली ताली का अर्थ होता है कि आप शिव को अपनी उपस्थिति के बारे में बता रहे हैं। इसके बाद दूसरी ताली का अर्थ होता है अगर हम शिवजी से कुछ ना मांगे तो भी वह हमें सब कुछ देते हैं। तीसरी ताली का अर्थ है कि शिव के शरणागति प्राप्त करने के लिए हम उनका आवाहन कर रहे हैं रावण ने तीन बार ताली बजा के लंका के राज्य को प्राप्त किया था।
Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है। पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।
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