संबंधित खबरें
क्यों दुर्योधन की जांघ तोड़कर ही भीम ने उतारा था उसे मौत के घाट, पैर में छिपा था ऐसा कौन-सा जीवन का राज?
जो लोग छिपा लेते हैं दूसरों से ये 7 राज…माँ लक्ष्मी का रहता है उस घर में सदैव वास, खुशियों से भरी रहती है झोली
इन 4 राशियों की लड़कियों का प्यार पाना होता है जंग जीतने जैसा, स्वर्ग सा बना देती हैं जीवन
देवो के देव महादेव के माता-पिता है कौन? शिव परिवार में क्यों नहीं दिया जाता पूजा स्थान
नए साल पर गलती से भी न करें ये काम, अगर कर दिया ऐसा तो मां लक्ष्मी देंगी ऐसी सजा जो सोच भी नहीं पाएंगे आप
दान में जो दे दिए इतने मुट्ठी चावल तो दुनिया की कोई ताकत नहीं जो रोक दे आपके अच्छे दिन, जानें सही तरीका और नियम?
India News(इंडिया न्यूज), Mani Parvat: भगवान राम की नगरी अयोध्या न केवल मंदिरों और मठों से भरी है, बल्कि प्राचीन अवशेषों से भी भरी पड़ी है। प्राचीन धरोहरों में से एक मणि पर्वत का नाम तो आपने सुना ही होगा। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, मान्यता है कि जब भगवान राम विवाह के बाद माता सीता को अयोध्या लाए थे, तो राजा जनक ने महाराजा दशरथ को उपहार स्वरूप रत्नों की एक श्रृंखला भेंट की थी।
बता दें कि कहानी के अनुसार राजा दशरथ ने अयोध्या में विद्या कुंड के पास उस रत्न को रख दिया था। राजा जनक इतने रत्न लाए थे कि जिस स्थान पर उन्हें रखा गया था, वह धीरे-धीरे एक पर्वत जैसा बन गया। जिसे आज भी मणि पर्वत के नाम से जाना जाता है। इतना ही नहीं, मणि पर्वत का रहस्य भी बेहद रोचक है।
कहा जाता है कि भगवान राम सावन माह की तृतीया यानी हरियाली तीज के दिन अयोध्या के मणि पर्वत पर माता सीता के साथ झूला झूलते थे हरियाली तीज के दिन बताया जाता है कि अयोध्या के मठ मंदिरों के विग्रह उत्सव होता है जिसका सभी आनंद लेने के लिए रथ पर सवार होकर लोग अयोध्या की यात्रा करते हैं और मणि पर्वत पहुंचते हैं, जहां लाखों श्रद्धालुओं झूले पर विराजमान भगवान राम और माता सीता के दर्शन करते है। Mani Parvat
शादी से पहले बनाया हीरोइन का फिगर, आसान तरीके से पेट की चर्बी करें गायब
राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास बताते हैं कि मणि पर्वत का इतिहास काफी प्राचीन है। कहा जाता है कि त्रेता युग में जब राजा जनक अयोध्या आए तो वह उपहार स्वरूप रत्नों को लेकर आए थे, जिसको राजा दशरथ ने विद्या कुंड के पास स्थित जनौरा गांव के पास रख था। धीरे-धीरे वहां एक पर्वत जैसी आकृति बन गई, जिसे आज मणि पर्वत के नाम से जाना जाता है। हर साल सावन के महीने में हरियाली तीज के दिन यहां लाखों श्रद्धालु आते हैं। मान्यता है कि जो श्रद्धालु मणि पर्वत जाकर पूजा-अर्चना करते हैं, उन्हें कई गुना अधिक पुण्य भी मिलता है।
मनोरंजन प्रधानमंत्री के बराबर सैलरी चाहती है Taimur Ali Khan की नर्स! जानें अभी मिलती है कितनी सैलरी
Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है। पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.