संबंधित खबरें
महाराष्ट्र फतह के बाद फिर से चुनावी तैयारी में जुटे Fadnavis, शरद पवार ने सीधे CM को कर दिया कॉल, राज्य की राजनीति में अभी नहीं थमा है तूफान
GST Council Meeting Highlights: कौड़ियों के दाम में मिलेंगी ये चीजें, निर्मला सीतारमण के इस फैसले से खुशी से उछल पड़े सभी वर्ग के लोग
हिमंत सरकार ने की बड़ी कार्रवाई, असम में 24 घण्टें में 416 लोगों को किया गया गिरफ्तार, बाकी राज्यों के लिए बना रोल मॉडल
कांग्रेस के बुरे दिन बरकरार! हरियाणा, महाराष्ट्र के बाद इस राज्य से आई बुरी खबर, सहयोगी ने ही दे दिया बड़ा घाव
विपक्ष के लगातार अमित शाह पर किए जा रहे हमलों का बीजेपी ने निकाला तोड़, पार्टी जल्द शुरू करेगी ये काम, कांग्रेस और सपा की उड़ने वाली है नींद
'वीटो लगाने की अनुमति नहीं देगा…' जाने बिना नाम लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने किस देश की लगा दी क्लास?
India News(इंडिया न्यूज), Waqf Amendment Bill: गुरुवार, 8 अगस्त 2024 को, कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने लोकसभा में नरेंद्र मोदी सरकार पर कड़ी टिका की। वेणुगोपाल ने वक्फ बोर्ड में संशोधन से संबंधित विधेयक का उल्लेख करते हुए इसे संविधान के खिलाफ बताया। उनका कहना था कि इस बिल के माध्यम से वक्फ बोर्ड की गवर्निंग काउंसिल में गैर-मुस्लिमों को सदस्य बनाने का प्रावधान किया गया है, जो कि वक्फ बोर्ड की मौजूदा संरचना के खिलाफ है।
वेणुगोपाल ने इस मुद्दे को उठाते हुए सवाल किया, “क्या अयोध्या मंदिर बोर्ड का हिस्सा कोई गैर-हिंदू बन सकता है?” उन्होंने आरोप लगाया कि इस विधेयक के जरिए धर्म की स्वतंत्रता के अधिकार पर हमला किया जा रहा है।
वेणुगोपाल ने बीजेपी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि यह विधेयक नागरिक अधिकारों पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है और हरियाणा, महाराष्ट्र चुनाव को ध्यान में रखते हुए प्रस्तुत किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह विधेयक देश के लोगों को विभाजित करने की कोशिश है और मोदी सरकार की नीयत पर भी सवाल उठाए।
वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक के खिलाफ समाजवादी पार्टी (सपा) और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसदों ने भी अपनी आवाज उठाई। रामपुर से सपा सांसद मोहिबुल्लाह ने विधेयक को भेदभावपूर्ण बताया और कहा कि कलेक्टर को अतिरिक्त अधिकार देने का प्रावधान उनके धर्म से संबंधित मामलों में दखलंदाजी है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर ऐसा हुआ तो संविधान की रक्षा के लिए जनता सड़क पर उतर सकती है।
वहीं, टीएमसी सांसद सुदीप बंदोपाध्याय ने विधेयक की आलोचना करते हुए कहा कि यह संविधान के अनुच्छेद 14 का उल्लंघन करता है, जो समानता का अधिकार प्रदान करता है।
वक्फ बोर्ड पर क्यों छिड़ा है घमासान ? संशोधन के लिए आज पेश होगा विधेयक
डीएमके सांसद कनिमोझी ने भी विधेयक की तीखी आलोचना की। उन्होंने कहा कि संविधान सर्वोच्च है और इसका संरक्षण होना चाहिए, लेकिन यह विधेयक संविधान और मानवता दोनों के खिलाफ है। कनिमोझी ने विधेयक को संघीय ढांचे और संविधान के अनुच्छेद 25 और 26 के खिलाफ बताया, जो धार्मिक स्वतंत्रता और विश्वास की स्वतंत्रता की गारंटी देते हैं।
इस तरह, लोकसभा में वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक को लेकर एक गरमागरम बहस चल रही है, जिसमें विभिन्न सांसदों ने अपने-अपने दृष्टिकोण और आपत्तियाँ व्यक्त की हैं। यह विधेयक अभी भी विवाद और विरोध का केंद्र बना हुआ है।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.