India News (इंडिया न्यूज), Foreign Minister S Jaishankar Maldives Visit: भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर शुक्रवार को अपनी तीन दिवसीय यात्रा पर द्वीपीय देश मालदीव पहुंचे। मालदीव पहुंचते ही विदेश मंत्री ने कहा कि यह द्वीपीय देश हमारे पड़ोसियों में सबसे महत्वपूर्ण स्थान रखता है। विदेश मंत्री एस जयशंकर की यह यात्रा बहुत महत्वपूर्ण है। चीन समर्थक माने जाने वाले मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू के सत्ता में आने के बाद भारत की ओर से यह पहली इतनी बड़ी आधिकारिक यात्रा है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि “मुझे एयरपोर्ट पर लेने आने के लिए मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर का शुक्रिया, मालदीव हमारी पड़ोसी प्रथम और सागर नीति में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। मालदीव सरकार के साथ बेहतर बातचीत की आशा है।”
Pleased to arrive in Maldives. Thank Foreign Minister @MoosaZameer for receiving me at the airport.
Maldives occupies an important place in our vision of ‘Neighbourhood First’ & ‘SAGAR’.
Looking forward to fruitful engagements with the leadership.
🇮🇳 🇲🇻 pic.twitter.com/QTIph7rIEF
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) August 9, 2024
मालदीव के विदेश मंत्री मूसा ने भी विदेश मंत्री एस जयशंकर को जवाब देते हुए लिखा कि “भारत के विदेश मंत्री का स्वागत करते हुए खुशी हो रही है। डॉ. जयशंकर अपनी आधिकारिक यात्रा पर हैं। मैं मालदीव और भारत के बीच ऐतिहासिक संबंधों को और मजबूत करने के लिए सार्थक चर्चा करने के लिए उत्सुक हूं।” विदेश मंत्री जयशंकर की मालदीव की आखिरी यात्रा जनवरी 2023 में हुई थी, लेकिन तब से भारत और मालदीव के बीच काफी कुछ बदल गया है।
Delighted to welcome Minister of External Affairs of India H.E. @DrSJaishankar on his official visit to the Maldives.
Looking forward to having meaningful discussions to further solidify the historic ties between #Maldives and #India! pic.twitter.com/25Y60xKbp3
— Moosa Zameer (@MoosaZameer) August 9, 2024
अपनी यात्रा के दौरान विदेश मंत्री यहां मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू से मुलाकात करेंगे और भारत और मालदीव के मौजूदा संबंधों पर चर्चा करेंगे। उनकी यात्रा से पहले भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि मालदीव भारत का एक प्रमुख समुद्री पड़ोसी है और भारत की ‘पड़ोसी पहले’ नीति और हमारे विजन ‘सागर’ यानी सुरक्षा और विकास में एक महत्वपूर्ण साझेदार है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के बीच साझेदारी को और मजबूत करना तथा द्विपक्षीय संबंधों को और बढ़ाने के तरीके तलाशना है।
चीन समर्थक माने जाने वाले मुइज्जू के नवंबर 2023 में मालदीव के राष्ट्रपति बनने के बाद से भारत और मालदीव के बीच रिश्ते गंभीर तनाव में आ गए हैं। शपथ लेने के कुछ ही घंटों के भीतर मुइज्जू ने अपने देश से भारतीय सैन्यकर्मियों को वापस भेजने की मांग की थी। इसके बाद 10 मई तक भारतीय सैन्यकर्मियों को वापस बुला लिया गया और उनकी जगह नागरिकों को तैनात कर दिया गया। मुइज्जू ने अपना पूरा चुनाव अभियान भारत के खिलाफ ही रखा था। उन्होंने मालदीव में खुलकर इंडिया आउट अभियान चलाया था।
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