संबंधित खबरें
‘कुछ लोग खुश है तो…’, महाराष्ट्र में विभागों के बंटवारें के बाद अजित पवार ने कह दी ये बड़ी बात, आखिर किस नेता पर है इनका इशारा?
कांग्रेस को झटका देने की तैयारी में हैं उमर अब्दुल्ला? पिछले कुछ समय से मिल रहे संकेत, पूरा मामला जान अपना सिर नोंचने लगेंगे राहुल गांधी
खतरा! अगर आपको भी आया है E-Pan Card डाउनलोड करने वाला ईमेल? तो गलती से ना करें क्लिक वरना…
मिल गया जयपुर गैस टैंकर हादसे का हैवान? जांच में हुआ चौंकाने वाला खुलासा, पुलिस रह गई हैरान
भारत बनाने जा रहा ऐसा हथियार, धूल फांकता नजर आएगा चीन-पाकिस्तान, PM Modi के इस मास्टर स्ट्रोक से थर-थर कांपने लगे Yunus
‘जर्सी नंबर 99 की कमी खलेगी…’, अश्विन के सन्यास से चौंक गए PM Modi, कह दी ये बड़ी बात, क्रिकेट प्रशसंक भी रह गए हैरान
India News (इंडिया न्यूज), Om Parvat: पिछले सप्ताह उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में स्थित ओम पर्वत से पहली बार बर्फ गायब हो गई। इससे लोग हैरान रह गए। ओम पर्वत समुद्र तल से चौदह हजार फीट की ऊंचाई पर व्यास घाटी में स्थित एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। इस स्थान पर पहाड़ी पर पड़ी बर्फ हिंदी में लिखे ‘ओम’ के आकार में दिखती है। इसी कारण इस स्थान का नाम ओम पर्वत पड़ा है। एक पर्यटक ने कहा- मैं 16 अगस्त को वहां गया था लेकिन हमेशा बर्फ से ढके रहने वाले पहाड़ पर बिल्कुल भी बर्फ नहीं थी। यह वाकई बहुत निराशाजनक था। गुंजी गांव की रहने वाली उर्मिला सनवाल ने बिना बर्फ के ओम पर्वत की फोटो दिखाते हुए कहा- ओम पर्वत पर बर्फ नहीं थी। बिना बर्फ के उस स्थान को पहचानना मुश्किल था।
बता दें कि, धारचूला में आदि कैलाश यात्रा के आधार शिविर के प्रभारी धन सिंह बिष्ट ने कहा- कुमाऊं मंडल विकास निगम में 22 साल की सेवा में पहली बार ओम पर्वत को बर्फ से पूरी तरह रहित देखा है। अगर यह स्थिति लंबे समय तक बनी रही तो व्यास घाटी में पर्यटन पर भी इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।
Gorakhpur News: गोरखपुर में बिल्ली चोरी से मचा हड़कंप, ढूढ़ने के लिए पुलिस ने लगाई जान
निगम अधिकारी ने बताया कि पहले ओम पर्वत पर बर्फ पिघलने की दर 95-99 फीसदी हुआ करती थी, लेकिन इस साल यह पूरी तरह पिघल गई। धन सिंह बिष्ट ने कहा- सोमवार रात को हुई बर्फबारी के बाद ओम पर्वत पर बर्फ लौट आई है। पिछले पांच सालों में उच्च हिमालयी क्षेत्र में कुछ स्थानों पर कम बारिश और बर्फबारी ओम पर्वत से बर्फ के पूरी तरह गायब होने का कारण हो सकती है। अल्मोड़ा स्थित जीबी पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान के निदेशक सुनील नौटियाल का मानना है कि वाहनों की बढ़ती संख्या और वैश्विक तापमान में वृद्धि के कारण हिमालयी क्षेत्र के संवेदनशील पारिस्थितिकी तंत्र में बढ़ता तापमान इसके लिए जिम्मेदार है।
पिछले साल अक्टूबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जौलिंगकोंग दौरे के बाद पर्यटकों की संख्या में कई गुना वृद्धि को भी ओम पर्वत पर बर्फ के गायब होने से जोड़कर देखा जा रहा है। व्यास घाटी के गर्बियांग गांव निवासी कृष्ण गर्बियाल ने बताया कि मोदी के दौरे के बाद आदि कैलाश शिखर को देखने के लिए जौलिंगकोंग आने वाले पर्यटकों की संख्या में करीब 10 गुना वृद्धि हुई है।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.