संबंधित खबरें
गूगल मैप्स के सहारे कार में सफर कर रहे थे 3 लोग, अधूरे फ्लाईओवर में जा घुसी गाड़ी, फिर जो हुआ…सुनकर मुंह को आ जाएगा कलेजा
‘ये मुगलों का दौर नहीं…’, संभल जामा मस्जिद सर्वे पर ये क्या बोल गए BJP प्रवक्ता? सुनकर तिलमिला उठे मुस्लिम
शरद पवार, प्रियंका चतुर्वेदी और संजय राउत का क्या होगा राजनीतिक भविष्य? दोबारा राज्यसभा जाने के रास्ते हुए बंद
60 फीसदी से अधिक मुस्लिम आबादी फिर भी कैसे जीत गई BJP? सपा उम्मीदवार की जमानत हो गई जब्त, अखिलेश नोंचने लगे अपना माथा
बाला साहेब की विरासत को मिट्टी में मिला गए उद्धव ठाकरे, कांग्रेस-एनसीपी से गठबंधन पर अपनी हिंदूवादी विचारधारा को लगाया दांव पर, क्या अब कर पाएंगे वापसी?
‘मां मैं जल्द आ जाऊंगा…’, मौत से दो दिन पहले अपनी बूढी से कांस्टेबल ने किया था ये वादा, लेकिन दे गया दगा
India News (इंडिया न्यूज), Haryana Assembly Elections: इस वक्त देश में चुनावी माहौल है। लोकसभा चुनाव 2024 में जो नतीजे आए उसने कई पार्टियों को चौंका दिया। जो जीत का दम भर रहे थे वह भी हर का लड्डू खाते हुए नजर आए। जिन्हें उम्मीद नहीं थी जीतने की उन्होंने भी कमाल कर दिया। कुछ ऐसा ही रहा मिला-जुला यूपी में कांग्रेस के साथ गठबंधन में आए सपा का। सपा प्रमुख अखिलेश यादव यूपी से बाहर अब खुद का और अपनी पार्टी को मजबूत कर राष्ट्रीय स्तर पर एक अलग पहचान बनाना चाहते हैं। लेकिन राहुल गांधी की पार्टी ने उनके सपनों को चकनाचूर कर दिया। मीडिया रिपोर्ट्स रहती है कि सपा ने कांग्रेस अलग कमान से इस बार के हरियाणा विधानसभा चुनाव में तीन से चार सीटों की डिमांड रखी है।
साप इंडिया एलायंस के बैनर तले कांग्रेस के साथ कदम से कदम मिलाकर हरियाणा में चुनाव लड़ना चाहती है। दक्षिण हरियाणा की मुस्लिम और यादव बहुत सीटों पर अपने उम्मीदवारों को उतार कर जीत हासिल करना चाहती है। लेकिन अक्सर जैसा हम सोचते हैं वैसा होता नहीं है खैर यह तो राजनीति है और यहां पर कांग्रेस के स्थानीय नेतृत्व ने सपा के इस मांग को खारिज कर दिया।
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने यह साफ कर दिया कि ना तो आम आदमी पार्टी और ना ही इंडिया गठबंधन के किसी अन्य दल से राज्य में समझौता करने के मूड में पार्टी है। कांग्रेस अपने दम पर यहां सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ेगी भी और जीतेगीभी। बुद्ध आगे कहते हैं कि सभी 90 सीटों पर पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी का वोट शेयर प्रतिशत कम हुआ था। और कांग्रेस के मध्य प्रतिशत में इजाफा। इतना ही नहीं कांग्रेस ने 5 सिटें अपने नाम की थी। वहीं अगर आप साल 2019 के लोकसभा चुनाव में चले तो उसे करारी हार का सामना करनापड़ा था। हुड्डा की मानी तो राज्य में कांग्रेस के पक्ष मैं एक लहर दौड़ रही है। राहुल गांधी और हमारी पार्टी को पूरा यकीन है कि हम अपने बलबूते पर यहां सभी सीटों पर जीत हासिल करेंगे।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.