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India News (इंडिया न्यूज़), Rahul Gandhi Viral Video: लोकसभा चुनाव से विपक्ष के नेता राहुल गांधी को पूरी तरह से बदल गए है। अक्सर वो एक नए अवतार में नजर आ रहे हैं। जो लोगों के भी काफी पसंद आ रहा है। घर- घर जाकर लोगों से मिलना, उनकी समस्या को सुनना। इस बीच अब उनका एक और वीडियो भी वायरल हो रहा है। चलिए बताते हैं कि आखिर इस वीडियो की इतनी चर्चा क्यों हो रही है।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को ट्रैकमैनों को भारतीय रेलवे का सबसे उपेक्षित कर्मचारी बताते हुए उनकी समस्याओं को उजागर किया। साथ ही उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि करोड़ों लोगों की सुरक्षित रेल यात्रा उनकी कड़ी मेहनत के कारण ही संभव है।
गांधी ने यह टिप्पणी एक्स पर एक पोस्ट में की, साथ ही उन्होंने दिल्ली छावनी रेलवे स्टेशन पर ट्रैकमैनों के साथ अपनी हालिया बातचीत का एक वीडियो भी पोस्ट किया। कांग्रेस नेता ने माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म पर हिंदी में लिखे अपने पोस्ट में कहा, “रेलवे को गतिशील और सुरक्षित रखने वाले ट्रैकमैन भाइयों के लिए सिस्टम में न तो प्रमोशन है और न ही भावना।” ट्रैकमैन भारतीय रेलवे में सबसे उपेक्षित कर्मचारी हैं। मुझे उनसे मिलने और उनकी समस्याओं और चुनौतियों को समझने का अवसर मिला।”
रेलवे को गतिशील और सुरक्षित बनाए रखने वाले ट्रैकमैन भाइयों के लिए सिस्टम में ‘न कोई प्रमोशन है, न ही इमोशन’।
भारतीय रेल कर्मचारियों में ट्रैकमैन सबसे ज्यादा उपेक्षित हैं, उनसे मिल कर उनकी समस्याओं और चुनौतियों को समझने का मौका मिला।
ट्रैकमैन 35 किलो औजार उठाकर रोज 8-10 कि.मी.… pic.twitter.com/OL1Q49CLLN
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 3, 2024
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उन्होंने कहा कि ट्रैकमैन 35 किलो वजनी उपकरण लेकर प्रतिदिन आठ से 10 किलोमीटर पैदल चलते हैं। उनका काम पटरियों पर ही शुरू होता है और पटरियों से ही खत्म होता है। गांधी ने कहा, “ट्रैकमैनों को विभागीय परीक्षा में भी बैठने की अनुमति नहीं है, जिसे अन्य कर्मचारी बेहतर पद पाने के लिए पास करते हैं। ट्रैकमैन भाइयों ने कहा कि हर साल करीब 550 ट्रैकमैन काम करते समय दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवा देते हैं, क्योंकि उनकी सुरक्षा के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं।” “बुनियादी सुविधाओं के बिना विपरीत परिस्थितियों में दिन-रात काम करने वाले ट्रैकमैन भाइयों की इन प्रमुख मांगों को हर कीमत पर सुना जाना चाहिए। हर ट्रैकमैन को काम के दौरान सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराया जाना चाहिए ताकि उन्हें ट्रैक पर ट्रेन आने की समय पर सूचना मिल सके। उन्होंने कहा कि ट्रैकमैनों को विभागीय परीक्षा के माध्यम से पदोन्नति का अवसर मिलना चाहिए।
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उन्होंने कहा कि करोड़ों भारतीयों की सुरक्षित रेल यात्रा केवल ट्रैकमैन की कड़ी मेहनत के कारण ही संभव है। उन्होंने कहा कि “हमें उनकी सुरक्षा और प्रगति दोनों सुनिश्चित करनी है।” वीडियो में गांधी ट्रैकमैन से उनकी समस्याओं और सुरक्षा संबंधी चिंताओं के बारे में पूछते हैं। पीटीआई एएसके आरसी यह रिपोर्ट पीटीआई समाचार सेवा से स्वतः उत्पन्न की गई है। दिप्रिंट इसकी सामग्री के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं लेता है।
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