होम / Haryana में एक दशक पहले सिर्फ इन लोगों को ही मिलती थी नौकरी, बोलबाला इतना की दहशत में जीती थी आम जनता

Haryana में एक दशक पहले सिर्फ इन लोगों को ही मिलती थी नौकरी, बोलबाला इतना की दहशत में जीती थी आम जनता

Divyanshi Singh • LAST UPDATED : September 11, 2024, 7:09 pm IST
ADVERTISEMENT

संबंधित खबरें

Haryana में एक दशक पहले सिर्फ इन लोगों को ही मिलती थी नौकरी, बोलबाला इतना की दहशत में जीती थी आम जनता

representative image

India News (इंडिया न्यूज़),Haryana Polls: पिछले 10 सालों से हरियाणा पर नज़र रखने वाले लोगों को शायद ही पता होगा कि एक समय ऐसा भी था जब कांग्रेस के शासनकाल में हरियाणा गलत कारणों से बदनाम हुआ करता था। भूपेंद्र सिंह हुड्डा के कार्यकाल में राज्य सरकार एक खास समुदाय के प्रति झुकी हुई नज़र आई। इसका नतीजा यह हुआ कि दूसरे समुदायों के लोगों को भारी भेदभाव और असमानता का सामना करना पड़ा। उन्हें दमनकारी माहौल में समय बिताने के लिए मजबूर होना पड़ा।

कांग्रेस के कार्यकाल में इस खास समुदाय को इतनी आज़ादी और प्राथमिकता दी गई कि दूसरे समुदायों के पास डर, भ्रष्टाचार और भेदभाव का सामना करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। उन दिनों नौकरियां उन्हीं को दी जाती थीं जो सबसे ज़्यादा बोली लगाने को तैयार होते थे। ‘ख़र्ची-पर्ची’ की व्यवस्था राज्य सरकार के कामकाज का हिस्सा बन गई थी।

पूरी व्यवस्था पर एक समुदाय का कब्ज़ा

पूरी व्यवस्था पर एक समुदाय का कब्ज़ा था इसलिए जहाँ भी मलाई मिलती थी, उसका एक बड़ा हिस्सा सिर्फ़ उसी समुदाय के लिए आरक्षित कर दिया जाता था। दूसरे समुदायों के लोगों को पूरी व्यवस्था से व्यवस्थित तरीके से दूर रखा जाता था, जहाँ उनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं होता था। सरकार एक खास समुदाय के नियंत्रण में थी और पूरा प्रशासन उसके नियंत्रण में था।

इनको मिलती थी नौकरी

नौकरी मिलने पर भी एक खास समुदाय को प्राथमिकता दी जाती थी। दूसरे समुदाय के लोग कष्ट झेलने को मजबूर थे। इसका नतीजा यह हुआ कि जो समुदाय तत्कालीन व्यवस्था की नजरों में नहीं थे, वे आर्थिक रूप से गरीब से भी गरीब होते चले गए। भेदभाव और असमानता का सामना करते हुए उनमें निराशा पनपने लगी।

सबसे घिनौनी बात यह है कि तत्कालीन राज्य सरकार ने उस खास समुदाय को इतनी आजादी दे रखी थी कि उसके लोग चाहे कोई भी अपराध करें, उनके खिलाफ कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं जुटा पाती थी, केस दर्ज करना तो दूर की बात है। खास समुदाय के प्रति इस रवैये का नतीजा यह हुआ कि उसके सदस्य और भी बेलगाम हो गए। क्योंकि, उन्हें पता था कि वे चाहे कोई भी अपराध करें, पुलिस प्रशासन के हाथ उन्हें छूते ही कांपने लगेंगे।

ऐसे माहौल के कारण अन्य समुदाय के लोगों में भय और आतंक का माहौल था। वे खुद को इतना असहाय महसूस करने लगे थे कि उन्हें न्याय मिलने की कोई उम्मीद नहीं थी और न ही वे प्रशासन और सरकार से सुरक्षा की उम्मीद कर सकते थे।

उत्पीड़न और हिंसा का माहौल

इस माहौल ने हरियाणा की बहनों और बेटियों में असुरक्षा की भावना पैदा कर दी थी। जिस तरह से बाहर उत्पीड़न और हिंसा का माहौल बनाया गया था, उन्हें अपने घरों की चारदीवारी के भीतर कैद रहने के लिए मजबूर होना पड़ा। यह ऐसा समय था जब बेटियों को न तो आजादी की उम्मीद थी और न ही समान अवसर मिलने की संभावना थी। जब समाज में सुरक्षा का माहौल नहीं था, तो अन्य चीजें दूर की कौड़ी थीं।

एक तरह से एक समुदाय विशेष का ‘गुंडाराज’ स्थापित हो गया था। वे जो चाहें कर सकते थे। वे जिससे भी कहते, उन्हें करने के लिए मजबूर किया जाता था। उनमें न तो मना करने की हिम्मत थी और न ही समुदाय विशेष इसे बर्दाश्त करने को तैयार था। एक तरह से कांग्रेस के उस काल में पूरा सामाजिक ताना-बाना बर्बाद हो गया था। हुड्डा सरकार सिर्फ एक समुदाय की सुन रही थी। बाकी समुदाय को पूरी तरह से और व्यवस्थित तरीके से दरकिनार कर दिया गया था।

Allahabad News: PM मोदी के चुनाव को चुनौती, इस संत ने खटखटाया हाईकोर्ट का दरवाजा; जानें पूरा मामला?

भारतीय सिखों को लेकर जारी इस रिपोर्ट ने राहुल गांधी की खोली पोल, उनका बयान निकला झूठा

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

गौ मांस तस्करी रैकेट का हुआ भांडाफोड़, 5 आरोपियों को किया गया गिरफ्तार
गौ मांस तस्करी रैकेट का हुआ भांडाफोड़, 5 आरोपियों को किया गया गिरफ्तार
बागेश्वर धाम की हिंदू जोड़ो पदयात्रा के चौथे दिन की हुई शुरुआत, सभी हिंदुओं से किया बड़ा आह्वान
बागेश्वर धाम की हिंदू जोड़ो पदयात्रा के चौथे दिन की हुई शुरुआत, सभी हिंदुओं से किया बड़ा आह्वान
कलियुग की स्त्रियों को लेकर श्रीकृष्ण की अर्जुन से कही ये 3 बातें आज हो रही है पत्थर की लकीर की तरह सच, जानें सबकुछ
कलियुग की स्त्रियों को लेकर श्रीकृष्ण की अर्जुन से कही ये 3 बातें आज हो रही है पत्थर की लकीर की तरह सच, जानें सबकुछ
चुनाव जीतने के बाद भी क्यों फूट-फूट कर रोए सपा विधायक, सीएम योगी को लेकर भी कह दी ऐसी बात…देखें वीडियो
चुनाव जीतने के बाद भी क्यों फूट-फूट कर रोए सपा विधायक, सीएम योगी को लेकर भी कह दी ऐसी बात…देखें वीडियो
पीएम मोदी पर किस तरह जान छिड़कते हैं पुतिन? लीक हुए वीडियो में दिखी झलक, सुन कर इमोशनल हो गए भारत के प्रधानमंत्री
पीएम मोदी पर किस तरह जान छिड़कते हैं पुतिन? लीक हुए वीडियो में दिखी झलक, सुन कर इमोशनल हो गए भारत के प्रधानमंत्री
शाही जामा मस्जिद में हरिहर मंदिर होने का दावा….इस मामले को लेकर आज फिर होगा सर्वे शुरू;  बढ़ाई गई सुरक्षा
शाही जामा मस्जिद में हरिहर मंदिर होने का दावा….इस मामले को लेकर आज फिर होगा सर्वे शुरू; बढ़ाई गई सुरक्षा
दूल्हे की देख ली Salary Slip भी लेकिन फिर भी दरवाजे ही लौटा दी बारात, 1.2 लाख थी तनख्वाह को लात मार बोली- ‘इस वजह से नहीं करूंगी शादी’
दूल्हे की देख ली Salary Slip भी लेकिन फिर भी दरवाजे ही लौटा दी बारात, 1.2 लाख थी तनख्वाह को लात मार बोली- ‘इस वजह से नहीं करूंगी शादी’
इस देश में अधिकारियों से भी ज्यादा कमा रहे है जेल में बंद कैदी, वजह जानकर पकड़ लेंगे अपना माथा
इस देश में अधिकारियों से भी ज्यादा कमा रहे है जेल में बंद कैदी, वजह जानकर पकड़ लेंगे अपना माथा
दिल्ली पुलिस कांस्टेबल किरणपाल की हत्या में मिली बड़ी सफलता, आरोपी रॉकी की पुलिस मुठभेड़ में मौत
दिल्ली पुलिस कांस्टेबल किरणपाल की हत्या में मिली बड़ी सफलता, आरोपी रॉकी की पुलिस मुठभेड़ में मौत
पहले PM मोदी पर लगाया आरोप, अब अधिकारियों को कहा ‘अपराधी’; आखिर क्यों सनक गए हैं ट्रूडो, जानें इसके पीछे की वजह?
पहले PM मोदी पर लगाया आरोप, अब अधिकारियों को कहा ‘अपराधी’; आखिर क्यों सनक गए हैं ट्रूडो, जानें इसके पीछे की वजह?
बिहार वासियों हो जाओ सावधान! इस दिन से पड़ेगी कड़ाके की ठंड; मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
बिहार वासियों हो जाओ सावधान! इस दिन से पड़ेगी कड़ाके की ठंड; मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
ADVERTISEMENT