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India News (इंडिया न्यूज), Badlapur Encounter: महाराष्ट्र के बदलापुर में दो नाबालिग लड़कियों से बलात्कार के आरोपी अक्षय शिंदे को पुलिस ने तब मार गिराया, जब उसने एक अधिकारी का हथियार छीनकर उन पर गोली चला दी। गौरतलब है कि पुलिस इंस्पेक्टर संजय शिंदे, जिनकी गोली से अक्षय की मौत हुई है। इसके पहले पूर्व पुलिस अधिकारी प्रदीप शर्मा के साथ काम कर चुके हैं, जिन्हें ‘एनकाउंटर स्पेशलिस्ट’ के तौर पर जाना जाता था।
पुलिस के मुताबिक अक्षय शिंदे ने सोमवार (23 सितंबर, 2024) शाम को तलोजा जेल से जांच के लिए बदलापुर ले जाते समय एक अधिकारी से हथियार छीनकर पुलिस पर गोली चला दी। गोलीबारी में संजय शिंदे और सहायक पुलिस इंस्पेक्टर नीलेश मोरे घायल हो गए। संजय शिंदे पहले ठाणे पुलिस क्राइम ब्रांच के एंटी एक्सटॉर्शन सेल में काम कर चुके थे, जिसका नेतृत्व तब आईपीएस प्रदीप शर्मा करते थे। प्रदीप शर्मा मुंबई पुलिस में एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के तौर पर अपनी भूमिका के लिए जाने जाते हैं।
1983 में पुलिस बल में शामिल होने वाले प्रदीप शर्मा 1990 के दशक में मुंबई अंडरवर्ल्ड के सदस्यों, खास तौर पर दाऊद इब्राहिम और छोटा राजन गिरोह से जुड़े गैंगस्टरों को निशाना बनाकर हाई-प्रोफाइल मुठभेड़ों में शामिल होने के कारण काफी प्रसिद्ध हो चुके हैं। संजय शिंदे उस टीम का हिस्सा थे, जिसने गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर को गिरफ्तार किया था। वह पहले भी मुंबई पुलिस में रह चुके हैं। वर्तमान में, वह बदलापुर बलात्कार मामले की जांच के लिए राज्य सरकार द्वारा गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) का हिस्सा हैं।
हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि संजय शिंदे को तब निलंबन और जांच का सामना करना पड़ा था, जब हत्या के आरोपी विजय पलांडे पुलिस हिरासत से भाग गए थे। उन पर पलांडे को भागने में मदद करने का आरोप लगाया गया था, क्योंकि अधिकारियों ने पाया था कि वे दोनों एक-दूसरे को जानते थे। पलांडे की कार में शिंदे की वर्दी भी मिली थी। फिर साल 2014 में शिंदे को मुंबई पुलिस ने बहाल कर दिया था।
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