संबंधित खबरें
भारत के नेताओं की स्कीमें कॉपी कर रहे 'दुश्मन' Trudeau, पापों का पश्चाताप करने को निकाली नई योजना? आंखें फाड़े रह गई जनता
वाकई फटने वाला है परमाणु बम? अचानक गायब हुए Putin, लीक हो गया 12 दिनों का सच…ताकतवर देशों के माथे पर पसीना
भारत के पडोसी देश में एक बार फिर खेली गई खून की होली, काफिले पर दोनों तरफ से बरसाई गई गोली, 50 लोगों की हुई मौत
2025 में धरती पर आएगा वो 'शैतान', लग जाएंगे लाशों के ढेर, बाबा वेंगा और नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी सच होते देख कांप गई दुनिया
कुर्सी पर बैठने से पहले ट्रंप की बड़ी बदनामी, बच्चों के साथ गंदा काम करने की आरोपी बनी वजह, मामला जानकर सदमे में अमेरिका वासी
ट्रंप को मिला धोखा! इस अमेरिकी हसीना को बनाया अटॉर्नी जनरल, जानिए क्यों मैट गेट्ज ने वापस लिया अपना नाम
India News (इंडिया न्यूज), Sri Lankan President: श्रीलंका के नए राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने अपनी सरकार की नई विदेश नीति की व्यापक रूपरेखा को रेखांकित करते हुए कहा कि वे भारत और चीन के बीच फंसना नहीं चाहते। द मोनोकल के साथ एक साक्षात्कार में राष्ट्रपति दिसानायके ने कहा कि हम चीन और भारत के बीच में फंसना नहीं चाहते। दोनों देश मूल्यवान मित्र हैं और एनपीपी सरकार के तहत, हम उनसे करीबी साझेदार बनने की उम्मीद करते हैं। दरअसल, 3 सितंबर को द मोनोकल के साथ अपने साक्षात्कार में दिसानायके ने कहा था कि हम यूरोपीय संघ, मध्य पूर्व और अफ्रीका के साथ भी संबंध बनाए रखना चाहते हैं।
बता दें कि, मार्क्सवादी जनता विमुक्ति पेरामुना पार्टी के व्यापक मोर्चे नेशनल पीपुल्स पावर के नेता दिसानायके ने श्रीलंका के संसदीय चुनावों में समागी जन बालवेगया के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी साजिथ प्रेमदासा को हराया। देश में आर्थिक संकट के बाद 2022 में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों ने गोटाबाया राजपक्षे को सत्ता से बेदखल कर दिया था, जिसके बाद यह पहला चुनाव था। दिसानायके ने 105,264 वरीयताओं के साथ 5.74 मिलियन वोट प्राप्त करके चुनाव जीता। प्रेमदासा को 167,867 वरीयताओं के साथ 4.53 मिलियन वोट मिले।
Israel या Hezbollah किसका मिट जाएगा नामोनिशान, जानें किसके पास है सबसे खतरनाक हथियारों का जखीरा
श्रीलंका के नए राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने अपने साक्षात्कार में कहा कि उनकी सरकार की प्राथमिकताओं में से एक देश को आर्थिक संकट से बचाना होगा। उन्होंने आगे कहा कि मुख्य विपक्ष और सत्तारूढ़ दल दोनों एक ही नवउदारवादी आर्थिक मॉडल का पालन करते हैं। आजदुख की बात है कि हम एक दिवालिया राष्ट्र हैं। हमारे पास 34 बिलियन यूरो का बाहरी कर्ज है, गरीबी बढ़ गई है और आवश्यक वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही हैं। हमारी प्राथमिकता देश को इस आर्थिक संकट से बचाना है।
UNSC में भारत के स्थाई सदस्य बनने में कौन से देश बने हुए हैं रोड़ा, क्या है इसके पीछे की वजह?
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.