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India News (इंडिया न्यूज), Ways To Reduce Uric Acid: यूरिक एसिड एक नेचुरल वेस्ट है, यह प्यूरीन वाली चीजों के पचने से बनता है। बीमारियों से दूर रहने के लिए इस एसिड को कंट्रोल करना जरूरी है। इसका लेवल जरूरत से ज्यादा होने पर दो खतरनाक बीमारी पैदा हो सकती हैं। इनके कारण आपका उठना-बैठना और रोजाना के काम करने में दिक्कत आने लगती है।
किडनी यूरिक एसिड को शरीर से बाहर निकालती है। जब प्यूरीन फूड्स ज्यादा खाने लगो या यह वेस्ट मटेरियल बाहर न निकल पाए तो खून में जमा हो जाता है। इसकी वजह से गाउट और किडनी स्टोन की दिक्कत हो सकती है। यूरिक एसिड को बाहर निकालकर इन बीमारियों से छुटकारा पा सकते हैं।
एक शोध के अनुसार, ज़्यादा प्यूरीन वाले खाद्य पदार्थ यूरिक एसिड को बढ़ा सकते हैं। इसके स्तर को कम करने के लिए कम प्यूरीन वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करें। इसके लिए फल, शिमला मिर्च, खीरा, गाजर, हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ, कम वसा वाले डेयरी उत्पाद जैसी चीज़ें खाएं। इनसे बहुत मदद मिलेगी।
सोडा और फलों के रस जैसे मीठे पेय पदार्थ यूरिक एसिड को बढ़ाते हैं। कई मीठे पेय पदार्थों में उच्च-फ्रक्टोज़ कॉर्न सिरप होता है। इसके बजाय, यूरिक एसिड को कम करने में मदद के लिए पानी, हर्बल चाय और ताजे फलों के रस से खुद को हाइड्रेटेड रखें।
शरीर में इंसुलिन बढ़ने से यूरिक एसिड भी बढ़ता है। अगर इंसुलिन बढ़ा हुआ है तो उसे नियंत्रित करने के लिए कदम उठाएं। इंसुलिन को संतुलित करने वाली दवाइयों और उपायों का इस्तेमाल करें। इससे यूरिक एसिड का स्तर भी नियंत्रित रहेगा। इसके बढ़ने से हाइपरयूरिसीमिया नामक बीमारी होती है। इसके साथ ही गाउट, किडनी स्टोन, हाई बीपी, हृदय रोग, मेटाबॉलिक सिंड्रोम और सोरायसिस का खतरा रहता है।
दिन भर भरपूर पानी पीकर हाइड्रेटेड रहें।
शराब, खास तौर पर बीयर और शराब का सेवन सीमित करें।
उच्च प्यूरीन वाले खाद्य पदार्थ जैसे कि ऑर्गन मीट, शेलफिश और कुछ प्रकार की मछली से बचें।
फल, सब्जियाँ, साबुत अनाज और कम वसा वाले डेयरी उत्पाद खाएँ।
अपना वजन नियंत्रित रखें।
मिठाई और मीठे पेय पदार्थों से बचें।
अगर आप भी इस बीमारी को कर रहें है नजरअंदाज, जो हो सकता है खतरनाक, बचानी है जान तो शुरू करें ये उपाय!
Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है। पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।
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