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India News (इंडिया न्यूज़), Shami Plant Puja on Dussehra: विजयादशमी या दशहरा के दिन लोग पूजा-पाठ के साथ-साथ कई तरह के उपाय भी करते हैं। मान्यता है कि इन उपायों से ग्रह दोष से लेकर वास्तु दोष तक दूर हो जाते हैं। नवरात्रि खत्म होने के बाद दशहरा या विजयादशमी का त्योहार मनाया जाता है। दशहरे के दिन रावण के पुतले का दहन किया जाता है। इस साल दशहरे का त्योहार 12 अक्टूबर 2024 दिन शनिवार को है। इस दिन शस्त्र पूजा का विधान है, माता रानी की मूर्ति का विसर्जन किया जाता है और रावण का दहन किया जाता है। इसके साथ ही दशहरे के दिन शमी के पेड़ की भी पूजा की जाती है।
वहीं, घर में शमी का पौधा लगाने के लिए आज का दिन सबसे शुभ है। शमी को शनिदेव का पौधा कहा जाता है। भगवान शिव की पूजा में भी शमी के पत्ते चढ़ाए जाते हैं। इसके साथ ही मां दुर्गा और भगवान गणेश की पूजा में शमी के पत्ते चढ़ाना बहुत शुभ होता है।
शमी के पत्ते को सोने का प्रतीक माना जाता है। इस दिन शमी के पेड़ की पूजा और रोपण करने से शनि दोष के साथ-साथ राहु-केतु दोष भी समाप्त हो जाता है। इस बार दशहरे पर शनिवार का शुभ संयोग भी है। ऐसे में अगर आप इस दिन शमी का पौधा लगाते हैं या इसकी पूजा करते हैं तो आपको दोगुना लाभ मिलेगा।
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मान्यता है कि दशहरे के दिन कुबेर ने राजा रघु को सोने के सिक्के दिए थे और शमी के पत्ते को सोने का बना दिया था। इसलिए शमी की तुलना सोने से की जाती है।
यह भी कहा जाता है कि भगवान राम ने रावण से युद्ध करने से पहले शमी के पेड़ की पूजा की थी।
ऐसी भी मान्यता है कि वनवास के कारण पांडवों ने अपने हथियार शमी के पेड़ के पास ही छिपाए थे।
दशहरे और शनिवार के दिन घर में शमी का पौधा लगाना बहुत शुभ होता है। लेकिन ध्यान रखें कि इस पौधे को भूलकर भी घर के अंदर नहीं लगाना चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार शमी के पौधे को घर के बाहर, छत, आंगन या बालकनी में लगाना सही माना जाता है। साथ ही इस पौधे को दक्षिण दिशा में लगाना शुभ होता है। आप इसे घर के बाहर दाईं ओर लगा सकते हैं।
दशहरे के दिन शमी के पेड़ की पूजा करने से परेशानियों से मुक्ति मिलती है, शनि संबंधी दोष दूर होते हैं, साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव कम होता है और सुख-समृद्धि बढ़ती है।
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