संबंधित खबरें
पांचों पांडवो में किसको दिल दे बैठी थीं दुर्योधन की पत्नी, मन नें ही दबाए रखी थी इच्छा, फिर ऐसे हुआ विवाह!
महाभारत युद्ध में अर्जुन के रथ पर सवार थे हनुमान, फिर ऐसा क्या हुआ जो कर्ण की जान लेने पर उतारू हुए केसरी नंदन?
भूलकर भी इस दिन न छुएं तुलसी का पौधा, अगर कर दिया ऐसा तो घर के एक-एक सदस्य को चुकानी पड़ेगी कीमत
Today Horoscope: आज से इस 1 राशि के नसीब में आएगा अपार धन, तो वही इन 5 राशियों को उठाना पड़ेगा भारी नुकसान, जानें आज का राशिफल
सपने में होते देखना तलाक देता है ये गहरा संकेत, जानें क्या कहता है स्वप्न शास्त्र?
महाभारत के इस महान योद्धा का किसी ने नही किया अंतिम संस्कार, खुद चौंक गए थे यमराज, जानें क्या है छुपा हुआ रहस्य!
India News (इंडिया न्यूज), How To Grand Welcome in Yamaloka As Describe in Garud Puran: व्यक्ति अपने जीवन में कई प्रकार के कर्म करता है, जिसमें कुछ अच्छे कर्म होते हैं तो कुछ बुरे। गरुड़ पुराण मुख्य रूप से मृत्यु और उसके बाद की स्थिति पर आधारित ग्रंथ है, जिसमें नरक, स्वर्ग, रहस्य, नीति, धर्म और ज्ञान आदि के बारे में बताया है। इसमें यह भी बताया गया है कि किस कर्म के कारण व्यक्ति को मृत्यु के बाद कैसा फल मिलता है।
गरुण पुराण में बताया गया है कि जो लोग इन सभी नियमों का पालन करते हैं, उन्हें पश्चिमी द्वार से यमलोक में प्रवेश मिलता है। यह द्वार मुख्य रूप से सिद्ध योगियों, तपस्वियों, ऋषियों और संतों के लिए है। गंधर्व, अप्सराएं और देवता इन पुण्यात्माओं का स्वागत करने के लिए इस द्वार पर खड़े होते हैं। चित्रगुप्त जी उनका स्वागत करते हैं। अपने कर्मों के आधार पर इन लोगों का यमलोक में देवताओं की तरह स्वागत किया जाता है।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है।पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.