India News (इंडिया न्यूज),Diwali 2024:भारत में दिवाली की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। लेकिन रोशनी का यह त्योहार भारत के बाहर भी मनाया जाता है। जैसे हजारों किलोमीटर दूर अमेरिका में रहने वाले भारतीय भी हर साल दिवाली मनाते हैं। इतना ही नहीं, अमेरिका के राष्ट्रपति भी अपने कार्यालय व्हाइट हाउस में दिवाली धूमधाम से मनाते हैं। व्हाइट हाउस में यह परंपरा पिछले 21 सालों से चली आ रही है। इस बार मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन ने व्हाइट हाउस में दिवाली मनाई। जिसमें देशभर के कांग्रेसियों, अधिकारियों और कॉरपोरेट अधिकारियों समेत 600 से ज्यादा प्रतिष्ठित भारतीय अमेरिकियों ने हिस्सा लिया।अमेरिका के अलावा कई देशों में दिवाली को राष्ट्रीय त्योहार के तौर पर मनाया जाता है और उस दिन सार्वजनिक अवकाश भी होता है। जैसे फिजी, गुयाना, मॉरीशस, म्यांमार, श्रीलंका और नेपाल में दिवाली के दिन सार्वजनिक अवकाश होता है। कनाडा, ब्रिटेन, थाईलैंड, मलेशिया में भी दिवाली धूमधाम से मनाई जाती है, हालांकि यहां कोई सार्वजनिक अवकाश नहीं होता।
साल 2003 में तत्कालीन राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने सबसे पहले व्हाइट हाउस में दिवाली मनाने की परंपरा शुरू की थी। हालांकि, उन्होंने कभी व्यक्तिगत रूप से इसमें हिस्सा नहीं लिया। साल 2009 में बराक ओबामा ने राष्ट्रपति बनने पर व्हाइट हाउस में निजी तौर पर दिवाली मनाई थी। इसके बाद 2017 में डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति बनने पर इस परंपरा को आगे बढ़ाया। वहीं, साल 2021 में दिवाली की झलक अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में देखने को मिली, जब पहली बार दिवाली की थीम पर एनिमेशन किया गया। यह एनिमेशन 2 नवंबर की शाम से लेकर 4 नवंबर को दिवाली वाले दिन तक चलता रहा। फिर सबसे बड़ा आयोजन 2022 में हुआ, जब राष्ट्रपति जो बाइडेन ने फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन के साथ व्हाइट हाउस में अब तक की सबसे बड़ी दिवाली पार्टी की मेजबानी की।
नेपाल में दिवाली को ‘तिहाड़’ के नाम से जाना जाता है। यहां यह त्योहार पांच दिनों तक मनाया जाता है। परंपरा लगभग भारत जैसी ही है। यहां भी दिवाली पर घरों को दीयों से सजाया जाता है और लक्ष्मी माता की पूजा भी की जाती है। लेकिन यह कुछ मायनों में अलग है। जैसे यहां पहले दिन कौओं को, दूसरे दिन कुत्तों को खाना खिलाया जाता है। तीसरे दिन लक्ष्मी पूजा की जाती है। चौथे दिन को नए साल के रूप में मनाया जाता है। इस दिन महा पूजा की जाती है और अच्छे स्वास्थ्य की कामना की जाती है। पांचवें दिन भाई टीका होता है, जब बहनें अपने भाइयों को तिलक लगाती हैं।
सिंगापुर में दिवाली को दीपावली के रूप में मनाया जाता है। यहां ‘लिटिल इंडिया एरिया’ को खास तरीके से सजाया जाता है। दिवाली के दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम और मंदिरों में विशेष पूजा भी की जाती है जो इसे और भी खास बना देती है। कैरेबियाई देशों त्रिनिदाद और टोबैगो में बड़ी संख्या में भारतीय बसे हुए हैं और वहां भी दिवाली धूमधाम से मनाई जाती है।
मलेशिया में अलग तरीके से मनाई जाती है दिवाली मलेशिया में दिवाली को ‘हरि दिवाली’ कहा जाता है। हालांकि, यहां दिवाली भारत से थोड़े अलग तरीके से मनाई जाती है। इस देश के लोग दिवाली के दिन की शुरुआत शरीर पर तेल लगाकर करते हैं। इसके बाद वे मंदिरों में जाकर पूजा करते हैं। एक और बात, मलेशिया में पटाखे जलाने की अनुमति नहीं है, इसलिए यहां लोग एक-दूसरे को उपहार और मिठाइयां देकर दिवाली का त्योहार मनाते हैं।
अगर मॉरीशस की बात करें तो यहां भारतीय समुदाय की बड़ी आबादी है, इसलिए यहां दिवाली का जश्न काफी लोकप्रिय है। यहां दिवाली भी भारत की तरह ही मनाई जाती है, जिसे राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मनाया जाता है। लोग इस दिन एक-दूसरे को मिठाइयां बांटते हैं, पटाखे जलाते हैं और लक्ष्मी की पूजा करते हैं।
फिजी में बड़ी संख्या में भारतीय प्रवासी रहते हैं। यहां भी दिवाली बड़े पैमाने पर मनाई जाती है। यहां के लोग इस दिन को खुशी और समृद्धि के त्योहार के रूप में मनाते हैं। इस दिन मंदिरों में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। लोग पारंपरिक गीत गाते हैं, मिठाइयां बांटते हैं और पटाखे भी जलाते हैं। वहीं अगर ब्रिटेन की बात करें तो यहां के कई शहरों में दिवाली के जश्न की रौनक देखने लायक होती है। खासकर बर्मिंघम में। यहां भारतीय लोग बड़े पैमाने पर रहते हैं। भारत की तरह यहां भी दिवाली का त्योहार मनाया जाता है।
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