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India News(इंडिया न्यूज) Ayurvedic Herbs for cholesterol: आयुर्वेद में ऐसी कई जड़ी-बूटियाँ हैं जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने, नसों में जमी गंदगी को दूर करने और हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करती हैं। कोलेस्ट्रॉल के कारम शरीर में की अलग-अलग तरह का रेगें का जम्न होने लगता है जिसके बाद लोग हॉपिट्ल के चक्कर लगाते हैं। वहीं कई ऐसे घरेलु उपचार हैं जिस से हम गर पर ही ठीक हो सकते हैं। आइए यहाँ विस्तार से जानते हैं।
दालचीनी में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो नसों को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। यह रक्तचाप को नियंत्रित करने और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में भी सहायक है।
लहसुन न केवल खाने का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद है। लहसुन में एलिसिन नामक तत्व पाया जाता है जो रक्तचाप को कम करता है और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करता है। आप रोज सुबह खाली पेट कच्चे लहसुन की एक कली चबा सकते हैं।
हल्दी में करक्यूमिन नामक एक शक्तिशाली यौगिक होता है जो सूजन को कम करता है और रक्त वाहिकाओं को स्वस्थ रखता है। यह हृदय रोगों को रोकने में भी मदद करता है। सोने से पहले हर रोज़ एक चम्मच हल्दी पाउडर को गर्म दूध में मिलाकर पिएँ।
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अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो सूजन को कम करते हैं और रक्त संचार को बेहतर बनाते हैं। अदरक खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है। इससे धमनियों में प्लाक बनने का खतरा कम होता है। यह हृदय रोगों को रोकने में बहुत कारगर है।
अर्जुन की छाल हृदय रोगों के लिए एक प्राचीन आयुर्वेदिक औषधि है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट नसों में प्लाक को कम करने और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
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Disclaimer: लेख में बताई गई सलाह और सुझाव केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में न लें। यदि आपको कोई प्रश्न या समस्या हो तो सदैव अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
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