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India News (इंडिया न्यूज), Jairam Mahto News: झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजे आ चुके हैं और आदिवासी राज्य में सरकार बनाने का भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का सपना टूट गया है। हेमंत सोरेन की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के गठबंधन इंडिया ब्लॉक सरकार झारखंड में फिर से सत्ता में लौट रही है। इंडिया ब्लॉक ने 56 सीटें जीती हैं और एनडीए 26 सीटों पर सिमट गई है। बीजेपी का प्रदर्शन 2019 के विधानसभा चुनाव से भी खराब रहा है। बीजेपी की इस हार के बाद सबसे ज्यादा चर्चा झारखंड की राजनीति के नए चेहरे और युवा नेता जयराम महतो की हो रही है।
झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले राजनीति में उतरे युवा नेता जयराम महतो जिन्हें ‘टाइगर’ के नाम से भी जाना जाता है, उन्होंने कई सीटों पर बीजेपी के सबसे ज्यादा वोट काटे हैं। सुदेश महतो की पार्टी आजसू के साथ मिलकर उन्होंने बीजेपी की हार में सबसे बड़ी भूमिका निभाई है।
झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजों ने झारखंड लोकतांत्रिक क्रांति मोर्चा (जेएलकेएम) के प्रमुख जयराम महतो उर्फ ’टाइगर’ को राज्य में ओबीसी कुर्मी समुदाय के नए चेहरे के रूप में स्थापित कर दिया है। जयराम महतो कुर्मी या महतो समुदाय से आते हैं, जो झारखंड की आबादी का लगभग 14 प्रतिशत है। उनकी पार्टी झारखंड लोकतांत्रिक क्रांति मोर्चा (जेएलकेएम) के उदय ने भाजपा की सहयोगी आजसू के पारंपरिक आधार को खत्म कर दिया। जेएलकेएम आजसू से ओबीसी वोट खींचने में सफल रही है।
जेएलकेएम ने राज्य में 71 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें से उसे केवल एक सीट पर जीत मिली, लेकिन कम से कम 14 सीटों पर चुनाव परिणाम को प्रभावित किया, जिसमें मुख्य लाभ इंडिया ब्लॉक को मिला।एनडीए गठबंधन में 10 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली आजसू मुश्किल से एक सीट जीत पाई। आजसू उम्मीदवार निर्मल महतो ने मांडू सीट पर मात्र 231 वोटों से जीत दर्ज की। जिन 10 सीटों पर आजसू चुनाव लड़ रही है, उनमें जेएलकेएम तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है और आजसू के मतदाताओं ने भी उन्हें वोट दिया है, जिसका सीधा फायदा जेएमएम को हुआ है।
जयराम महतो ने कहा कि, झारखंड में केवल स्थानीय भाषा को ही बढ़ावा दिया जाना चाहिए। जयराम महतो ने यह भी मांग की थी कि झारखंड के मूल निवासियों को भी राज्य की नौकरियों में आरक्षण मिलना चाहिए और दूसरे राज्यों के किसी व्यक्ति को अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। जयराम महतो की राजनीतिक पार्टी का नाम झारखंड लोकतांत्रिक क्रांति मोर्चा (JLKM) है। इस पार्टी को विधानसभा चुनाव से तीन महीने पहले भारत के चुनाव आयोग ने पंजीकृत किया था।
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