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India News(इंडिया न्यूज) UP News: गोरखपुर से मारपीट का मामला सामने आया है। यहां जिले के सिकरीगंज थाना अंतर्गत कन्हौली गांव निवासी श्रवण यादव का अपने पटीदार से काफी दिनों से जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। रविवार को श्रवण बाइक से न बेयरिंग लेने दुगरा चौराहे पर जा रहा था, तभी दूसरे पक्ष का राजन भी बाइक से आ गया और बाइक आगे-पीछे करने को लेकर दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया। इस दौरान दोनों पक्षों से काफी लोग मौके पर पहुंच गए।
क्या है पूरा मामला
जिसके बाद श्रवण ने इस विवाद की सूचना पुलिस को दी। मामले की जानकारी होते ही पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों के लोगों को समझा-बुझाकर वापस भेज दिया, लेकिन कुछ देर बाद दोनों पक्षों में फिर से विवाद शुरू हो गया और मामला मारपीट तक पहुंच गया। श्रवण ने मामले की सूचना फिर पुलिस को दी। श्रवण कुमार और उसके परिजनों का आरोप है कि पुलिस दूसरे पक्ष के लोगों से मिली हुई है। इसीलिए मौके पर देरी से पहुंची। आरोप लगाने के बाद श्रवण और उसके पक्ष के लोगों ने चौकी इंचार्ज दुगरा और उनके साथ गए सिपाही की पिटाई शुरू कर दी और बाद में दोनों को एक कमरे में बंद कर दिया।
सिपाही ने किसी तरह कमरे से बाहर भागकर अपनी जान बचाई और पुलिस को पूरी घटना की जानकारी दी। मौके पर पहुंचे पुलिस बल ने चौकी इंचार्ज को आरोपियों के चंगुल से छुड़ाया। गंभीर रूप से घायल चौकी इंचार्ज को इलाज के लिए पहले जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन बाद में उन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। इस मामले में एसपी साउथ जितेंद्र कुमार ने बताया कि सिकरीगंज के एसएसआई (वरिष्ठ उपनिरीक्षक) भूपेंद्र की तहरीर पर दोनों पक्षों के 15 नामजद और 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
फिलहाल पुलिस ने श्रवण यादव समेत कई लोगों को हिरासत में लिया है। श्रवण यादव सेना में सिपाही था। 10 साल पहले वह नौकरी छोड़कर गांव आ गया और राजनीति में अपनी पहचान बनाने लगा। पिछले पंचायत चुनाव में श्रवण यादव ने प्रधान पद का चुनाव लड़ा था, जिसमें उसे हार का सामना करना पड़ा था। श्रवण के पिता तीन भाई थे। उनके पिता राम सिंह सबसे बड़े थे, राजन के पिता रामजीत दूसरे नंबर पर थे और झीनक तीसरे नंबर पर थी, जिनकी कोई संतान नहीं है। पिछले 10 सालों से इनके बीच संपत्ति बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा है। इस मुद्दे पर पहले भी कई बार झगड़े हो चुके हैं।
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