By: Ajeet Singh
• LAST UPDATED : December 7, 2024, 10:12 pm ISTसंबंधित खबरें
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India News(इंडिया न्यूज़), Mahakumbh 2025: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि महाकुंभ की दिव्यता और भव्यता पूज्य संतों की देन है, शासन-प्रशासन तो आयोजन में सहयोगी मात्र है। उन्होंने कहा कि यदि आज सनातन संस्कृति विश्व पटल पर गौरवान्वित हो रही है तो यह संतों की कृपा से ही हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुंभ की तैयारियों में जो भी अच्छा है, वह पूर्वजों की कृपा, माननीय प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन और संतों के आशीर्वाद के कारण है। इसलिए इस बार भी पूज्य संतगण अपना मार्गदर्शन मेला प्रशासन के अधिकारियों को प्रदान करते रहें।
शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ मेला क्षेत्र में संत समाज से संवाद किया। इस संवाद कार्यक्रम में सभी 13 अखाड़ों के प्रतिनिधि, खाक-चौक परंपरा, दंडीबाड़ा परंपरा, आचार्यबाड़ा परंपरा और तीर्थ पुरोहित, पदाधिकारी मौजूद रहे। प्रयागराज के एक दिवसीय दौरे पर आए मुख्यमंत्री ने संत समाज से अपील करते हुए कहा कि 13 दिसंबर को प्रधानमंत्री मोदी का प्रयागराज आगमन प्रस्तावित है। प्रधानमंत्री संगम पूजन करेंगे, साथ ही स्वच्छ, सुरक्षित और सुव्यवस्थित महाकुंभ के लिए हजारों करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण भी करेंगे। इस विशेष अवसर पर सभी 13 अखाड़ों के प्रतिनिधि, खाक-चौक परंपरा, दंडीबाड़ा परंपरा, आचार्यबाड़ा परंपरा और तीर्थ पुरोहित, पदाधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति प्रार्थनीय है। संत समाज ने एक स्वर में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में शामिल होने की सहमति जताई।
मुख्यमंत्री ने संतों से महाकुम्भ की तैयारियों पर चर्चा करते हुए कहा कि इस वर्ष गंगा जी का जल देरी से घटने के कारण कुछ कार्य प्रभावित हुए हैं, लेकिन संत समाज की हर जिज्ञासा, हर अपेक्षा को पूरा करने के लिए राज्य सरकार हर सम्भव प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि पवित्र त्रिवेणी संगम में स्नान की अभिलाषा लेकर महाकुम्भ में आने वाले प्रत्येक संत व श्रद्धालु को अविरल व निर्मल गंगा-यमुना के दर्शन होंगे। पवित्र नदियों की निर्मलता सुनिश्चित करने के लिए सरकारी स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन साधु-संत समाज का सहयोग भी अपेक्षित है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संतों के मार्गदर्शन में ही सनातन समाज की उन्नति सम्भव है। महाकुम्भ-2025 को कुम्भ 2019 से भी अधिक भव्य बनाने के लिए सभी को अपना योगदान देना होगा। संतों के आशीर्वाद व प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में आज पूरी दुनिया अयोध्या, वाराणसी व ब्रज धाम के नए स्वरूप को देख रही है।
संगम तट पर मुख्यमंत्री के साथ हुए संवाद में सभी 13 अखाड़ों और विभिन्न संत परंपराओं के संतों और आचार्यों ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सनातन धर्म ध्वजा के रक्षक हैं। आज उनके नेतृत्व में सनातन समाज गौरवान्वित महसूस कर रहा है। संतों ने कहा कि योगी जी पहले मुख्यमंत्री हैं जो महाकुंभ को लेकर संतों और आचार्यों से इस तरह सीधा संवाद कर रहे हैं और उनकी समस्याओं/सुझावों को सुनकर उन्हें दर्ज कर रहे हैं। यह अवसर संतों और आचार्यों के लिए संतोषप्रद है। संतों ने महाकुंभ-2025 की तैयारियों पर संतोष जताया। साथ ही कहा कि मेला क्षेत्र में चल रही तैयारियों को देखकर स्पष्ट है कि महाकुंभ-2025 प्रयागराज में पहले हुए सभी कुंभों/महाकुंभों से अधिक भव्य और दिव्य होगा।
संत समुदाय ने भूमि आवंटन, शिविर का स्थान, धूल, जाम, साफ-सफाई, घाटों का नामकरण, सहायता राशि आदि से संबंधित अपनी जिज्ञासाओं से मुख्यमंत्री को अवगत कराया, जिस पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को समुचित समाधान के निर्देश दिए। अखाड़ों एवं विभिन्न संत परम्पराओं के प्रतिनिधियों ने एक स्वर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में आयोजित होने वाला महाकुम्भ-2025 पूरे विश्व को शांति का संदेश देगा। इसमें पूरा संत समुदाय अपना योगदान देने के लिए आतुर है।
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