Written By: Ajeet Singh
PUBLISHED BY: Ashish kumar Rai • LAST UPDATED : December 16, 2024, 8:23 pm ISTसंबंधित खबरें
UP में इन जिलों में शीतलहर की चेतावनी, कोहरे को लेकर जारी हुआ अलर्ट
राम मंदिर में मोबाइल पूरी तरह से बंद, पुजारियों के लिए बनाए गए कड़े नियम, इस दिन से किया जाएगा पालन
Sambhal Shiv Mandir: हिंसाग्रस्त इलाके में खुदाई जारी, चार और प्राचीन कुएं मिले, जांच में जुटा प्रशासन
यूपी में निवेश को लेकर फ्रांस ने जताई रूचि, CM योगी से राजदूत थियरी माथू ने की मुलाकात
UP में गन्ने के खेत में मिला 6 महीने से लपाता युवक का कंकाल, जांच में जुटी पुलिस
CM योगी के निर्देश पर एआई चैटबॉट का किया जा रहा डिजिटल प्रचार, क्यूआर स्कैन करिए और पाइए फोटो सहित महाकुम्भ का प्रमाण पत्र
India News (इंडिया न्यूज) Yogi Adityanath: संभल और बहराइच मामले में विपक्ष को आईना दिखाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि भारत में बाबर और औरंगजेब की नहीं, बल्कि राम, कृष्ण और बुद्ध की परंपरा चलती रहेगी। उन्होंने सवाल उठाया कि जब मुस्लिम जुलूस हिंदू मोहल्ले से गुजर सकता है तो हिंदू जुलूस मुस्लिम मोहल्ले से क्यों नहीं गुजर सकता। उन्होंने साफ कहा कि जय श्री राम का नारा भड़काऊ नहीं है, यह हमारी आस्था और विश्वास का प्रतीक है।
अगर उन्हें जय श्री राम से दिक्कत है तो हिंदुओं को अल्लाह-ओ-अकबर से भी ऐतराज हो सकता है। उन्होंने संभल दंगे का सच सामने लाने की बात करते हुए कहा कि इसकी रिपोर्ट विधानसभा में पेश की जाएगी, तब सच्चाई सामने आएगी और इसके दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पथराव कर माहौल खराब करने वालों में एक भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
सीएम ने ये बातें सोमवार को विधानसभा में सपा सदस्य इकबाल महमूद द्वारा संभल की घटना को लेकर उठाए गए सवालों के जवाब में कहीं। मुख्यमंत्री ने पूछा कि जब कोई मुस्लिम त्योहार का जुलूस किसी हिंदू मोहल्ले से, मंदिर के सामने से सुरक्षित गुजरता है तो कोई दिक्कत नहीं होती। लेकिन जब हिंदू जुलूस किसी मस्जिद या मुस्लिम बहुल इलाके के सामने से गुजरता है तो दिक्कत क्यों होती है।
इकबाल महमूद को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आप तो चाहते हैं कि आपके त्योहार और उत्सव शांतिपूर्वक मनाए जाएं, लेकिन दूसरों के नहीं। संविधान में कहां लिखा है कि हिंदू जुलूस मुस्लिम बहुल इलाके में नहीं निकाला जा सकता? जब आप रोकते हैं तो हिंदू पक्ष की तरफ से भी प्रतिक्रिया आती है कि हम भी नहीं जाने देंगे। इन बातों को लेकर कि हम मस्जिद के सामने से जुलूस नहीं निकलने देंगे। ये सड़क किसी की अमानत है क्या, ये सार्वजनिक सड़क है, आप किसी को कैसे रोक सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, “कल मैं आपसे कहूंगा कि हमें अल्लाह हो अकबर का नारा पसंद नहीं है, तो क्या आपको पसंद आएगा। हमारी विरासत इतनी विशाल और प्राचीन है। मैं जय श्री राम, हर हर महादेव और राधे राधे के अभिवादन के साथ अपना पूरा जीवन बिता सकता हूं। हमें किसी और अभिवादन की जरूरत नहीं है।”
समाजवादी पार्टी को नसीहत देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें संविधान की मूल प्रस्तावना पढ़नी चाहिए और मौलिक अधिकारों का अध्ययन करना चाहिए। संविधान में राम और कृष्ण तो दिखेंगे, लेकिन धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद शब्द कहीं नहीं मिलेंगे। आप सिर्फ संविधान का गला घोंटने वालों की कठपुतली बनकर सत्ता हथियाना चाहते हैं। जिस देश में बहुसंख्यक समुदाय विशेष अधिकारों की नहीं, बल्कि समान नागरिक संहिता की बात करता हो।
सीएम योगी ने कहा कि क्या कांवड़ यात्रा में अश्लील गाने बजाए जाते हैं? वहां भगवान शिव के गीत बजाए जाते हैं। दुर्गा पूजा के दौरान जो जुलूस निकलता है उसमें भजन गाए जाते हैं। अगर आपने बाबरनामा पढ़ा होता तो यह बहस नहीं होती जिसमें मीरबाकी द्वारा खुद हरिहर मंदिर को तोड़े जाने का जिक्र किया गया है।
पूर्व की घटनाओं का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि लखनऊ का शिया सुन्नी विवाद भारतीय जनता पार्टी के समय में ही खत्म हुआ। आप लोग शिया और सुन्नी को लड़ाते थे, क्योंकि आपकी राजनीति शुरू से ही बांटने और बंटवाने की रही है। इसलिए हमने कहा है कि हम न तो बंटेंगे और न ही बंटेंगे। भाजपा के एक विधायक की गाड़ी पर हमला हुआ जो वहां से 30-35 किलोमीटर दूर है। उन्होंने जो शिकायत दी है वह दूसरे मामले की है, उसका उस घटना से कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन इसे उससे कैसे जोड़ा जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबरनामा में भी कहा गया है कि हरिहर मंदिर को तोड़कर ढांचा बनाया गया। पुराणों में भी कहा गया है कि श्री हरि विष्णु का दसवां अवतार संभल में होगा। माननीय न्यायालय के निर्देश पर डीएम और एसपी शांतिपूर्ण तरीके से सर्वे पूरा कराएं। 23 नवंबर को जुमे की नमाज से पहले और उसके दौरान जिस तरह के भाषण दिए गए, उसके बाद माहौल खराब हुआ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 1947 से अब तक संभल में 209 हिंदुओं की हत्या की गई और एक बार भी उन्होंने निर्दोष हिंदुओं के लिए दो शब्द नहीं कहे। मगरमच्छ के आंसू बहाने वालों ने निर्दोष हिंदुओं के लिए दो शब्द नहीं कहे। 1978 में जो दंगे हुए थे, उसमें एक वैश्य ने सभी को पैसे उधार दिए थे। दंगे के बाद हिंदू उसके घर पर इकट्ठा हुए, उन्हें घेर लिया गया और उनसे कहा गया कि इन हाथों से पैसे मांगोगे, इसलिए पहले उनके हाथ, फिर पैर और फिर गला काट दिया गया। उन्हें सौहार्द की बात करने में शर्म नहीं आती।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.