लियाम को कई सालों से सीने में दर्द की समस्या थी, जो धीरे-धीरे बढ़ती गई। जब दर्द बहुत बढ़ गया, तो उन्होंने अस्पताल का रुख किया। डॉक्टरों ने जांच करने के बाद इसे तनाव (चिंता) का नतीजा मानते हुए लियाम को दवाइयां दीं। हालांकि, लियाम को कोई राहत नहीं मिली। डॉक्टरों ने दवाइयों की खुराक बढ़ा दी, लेकिन सीने के दर्द की असली वजह का पता नहीं चला। यह बात बाद में सामने आई कि लियाम को फेफड़ों का कैंसर था, जो एक गंभीर बीमारी है और इलाज के लिए समय पर सही निदान बेहद जरूरी है।
लियाम हैंडली के परिवार का दुःख
लियाम का परिवार इस तथ्य से हैरान था कि लियाम ने कभी भी सिगरेट नहीं पी थी और न ही उनकी कोई आदतें ऐसी थीं, जिनसे कैंसर का खतरा हो। हालांकि, डॉक्टरों ने कभी इस बारे में विचार नहीं किया। लियाम का कहना था कि उनका सीने में दर्द पहले कुछ समय तक बर्दाश्त किया जा सकता था, लेकिन जैसे-जैसे दर्द बढ़ता गया, लियाम ने बार-बार डॉक्टरों से संपर्क किया। लेकिन किसी ने भी एक्स-रे या अन्य जरूरी जांचें नहीं की। जब दर्द और गंभीर हुआ, तब लियाम के परिवार ने प्राइवेट क्लिनिक में सीटी स्कैन कराने का फैसला किया, और तब जाकर असली बीमारी का पता चला।
स्कैन से पता चला कि लियाम के फेफड़ों में मेटास्टेटिक लंग एडेनोकार्सिनोमा नामक दुर्लभ कैंसर था, जो उनके लिवर, स्पाइन और लिम्फ नोड्स तक फैल चुका था। यह कैंसर विशेष रूप से उन लोगों को प्रभावित करता है जो बहुत कम या बिल्कुल भी धूम्रपान नहीं करते। डॉक्टरों ने लियाम को बताया कि उसे अब केवल 4-6 हफ्ते ही जीने का मौका है। यह खबर उसके परिवार के लिए एक बहुत बड़ा झटका थी। अगर सही समय पर कैंसर का निदान होता, तो शायद लियाम और उनके परिवार को कुछ और समय मिल सकता था।
हार्ट अटैक बना कैंसर
हालांकि, कैंसर का निदान होने के बाद, लियाम ने इलाज शुरू किया और कुछ समय बाद वह फिर से चलने-फिरने लगा। दिसंबर 2020 में लियाम ने अपनी गर्लफ्रेंड लुईस से शादी की। लेकिन, अप्रैल 2021 में सीने का दर्द फिर से बढ़ने लगा, और इलाज से कोई राहत नहीं मिली। इसके बाद, लियाम का स्वास्थ्य बिगड़ता चला गया, और 4 अक्टूबर 2021 को मात्र 37 साल की उम्र में उनका निधन हो गया।
लियाम की मां ने बताया कि उनका बेटा बिल्कुल स्वस्थ था, और वह कभी भी सिगरेट नहीं पीते थे। इसलिए यह विश्वास करना उनके लिए मुश्किल था कि उनका बेटा फेफड़ों के कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहा था। उन्होंने यह भी कहा कि यदि डॉक्टर सही समय पर सही जांच करते, तो शायद उनका बेटा आज उनके बीच होता।
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आजतक नहीं भूल पाए बेटे का दुःख
लियाम के परिवार ने अपने दुख को साझा करते हुए कहा कि यदि समय पर कैंसर का निदान होता, तो लियाम को अधिक समय मिल सकता था। उनके दुख और अपूरणीय क्षति को महसूस करते हुए, रॉय कैसल लंग कैंसर फाउंडेशन ने फेफड़ों के कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए ‘लेट गो ऑफ द लेबल्स’ अभियान शुरू किया है। इस अभियान का उद्देश्य यह बताना है कि फेफड़ों का कैंसर केवल धूम्रपान करने वालों को ही नहीं, बल्कि उन लोगों को भी हो सकता है जिनका जीवनशैली से कोई ताल्लुक नहीं है।
यह कहानी हमें यह सिखाती है कि स्वास्थ्य समस्याओं को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और डॉक्टरों से भी हमे सटीक और सही निदान की उम्मीद रखनी चाहिए। सही समय पर इलाज और निदान जीवन और मृत्यु के बीच फर्क डाल सकते हैं।