होम / धर्म / महाभारत को वो पुरुष जो सबसे ज्यादा था बुद्धिमान, कई योद्धाओँ को भी देता था मात, किस बात से धृतराष्ट्र हुए नाराज?

महाभारत को वो पुरुष जो सबसे ज्यादा था बुद्धिमान, कई योद्धाओँ को भी देता था मात, किस बात से धृतराष्ट्र हुए नाराज?

BY: Preeti Pandey • LAST UPDATED : December 26, 2024, 12:56 pm IST
ADVERTISEMENT

संबंधित खबरें

महाभारत को वो पुरुष जो सबसे ज्यादा था बुद्धिमान, कई योद्धाओँ को भी देता था मात, किस बात से धृतराष्ट्र हुए नाराज?

Mahabharat Stories: महाभारत को वो पुरुष जो सबसे ज्यादा था बुद्धिमान

India News (इंडिया न्यूज), Mahabharat Stories: महाभारत में वैसे तो बहुत से लोग अपनी बुद्धिमत्ता और वीरता के लिए जाने जाते हैं, लेकिन एक व्यक्ति ऐसा भी था जो हमेशा सच बोलता था। उसकी कुछ बातें इतनी सटीक होती थीं कि आज भी उसे स्वीकार किया जाता है। उसके स्पष्ट शब्दों के कारण कौरव कई बार दुखी हो जाते थे। धृतराष्ट्र और दुर्योधन ने भी उसे डांटा, लेकिन फिर भी वह अपनी स्पष्ट राय जरूर देता था। महाभारत में विदुर को सबसे बुद्धिमान पात्र माना जाता है। वह अपनी बुद्धिमत्ता और नैतिकता के लिए जाने जाते हैं। उन्हें हस्तिनापुर का प्रधानमंत्री बनने का गौरव प्राप्त था।

युद्ध के दौरान विदुर ने अपनी बुद्धिमत्ता से कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए। अपने ज्ञान और बुद्धिमत्ता के कारण ही उन्हें महाभारत के प्रमुख पात्रों में से एक माना जाता है। वह धृतराष्ट्र और पांडु के भाई थे। लेकिन उन्होंने राजसी ठाट-बाट के बिना सादा जीवन चुना। वह पहले धृतराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने। फिर जब महाभारत युद्ध के बाद युधिष्ठिर राजा बने, तब भी विदुर उनके मुख्यमंत्री नहीं बने। उन्होंने ऐसा करने से मना कर दिया, हालांकि वह उन्हें हमेशा जरूरी सलाह देते रहे।

सच बोलने से नहीं डरते थे

हालांकि कुछ लोग मानते हैं कि महाभारत में सबसे बुद्धिमान पात्र श्री कृष्ण हैं, लेकिन विदुर बिल्कुल अलग तरह के बुद्धिमान व्यक्ति थे। उनकी नीतियां ऐसी हैं कि आज भी उनका पालन करने वाला कभी धोखा नहीं खाता। विदुर ने कई ऐसे फैसले लिए और सलाह दी जिन्हें सभी ने माना। वे सच बोलने से कभी नहीं डरते थे।

विदुर की बुद्धिमत्ता के उदाहरण

पांडवों को चेतावनी

विदुर ने अपनी बुद्धिमत्ता का परिचय तब दिया जब उन्हें लगा कि कौरवों द्वारा पांडवों को लाख के घर में जिंदा जलाने की साजिश रची जा रही है। खतरे को भांपते हुए वे युधिष्ठिर के पास पहेली के रूप में पहुंचे। उन्हें संकेतों में खतरे के बारे में चेतावनी दी। उन्होंने युधिष्ठिर को नए घर के बारे में इतनी चतुराई से समझाया कि किसी को पता भी नहीं चला और पांडवों को खतरे के बारे में पता चल गया।

जुआ न खेलने की सलाह

कुख्यात जुआ खेलने के दौरान विदुर ने धृतराष्ट्र को पांडवों को इसमें भाग लेने के लिए आमंत्रित न करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि जुआ खेलना अधर्म है और इससे बहुत दुख हो सकता है। उनकी बुद्धिमानी भरी सलाह के बावजूद, दुर्योधन की इच्छाओं के बहकावे में आकर धृतराष्ट्र ने विदुर की सलाह को नज़रअंदाज़ कर दिया। यह घटना विदुर की दूरदर्शिता और मानव स्वभाव की समझ को दर्शाती है।

विदुर नीति

राजनीति और व्यक्तिगत विकास पर विदुर की शिक्षाएँ आज भी प्रासंगिक हैं, जिन्हें विदुर नीति के नाम से जाना जाता है। वे बुद्धिमानी से नेतृत्व करने और भविष्य के लिए दूरदृष्टि रखने का उपदेश देते हैं। उनके सिद्धांत आत्म-नियंत्रण, निरंतर सीखने और निष्पक्ष निर्णय जैसे गुणों पर जोर देते हैं, जो प्रभावी शासन और व्यक्तिगत ईमानदारी के लिए आवश्यक हैं।

धृतराष्ट्र के शासन के दौरान हस्तक्षेप

जुआ खेलने के कारण पांडवों को निर्वासित कर दिए जाने के बाद, धृतराष्ट्र ने स्थिति को सुधारने के लिए विदुर से सलाह मांगी। विदुर ने उन्हें पांडवों को राज्य वापस करने की सलाह दी और चेतावनी दी कि ऐसा न करने पर उनके परिवार को भयंकर परिणाम भुगतने पड़ेंगे। बाद में, जब उन्होंने उनकी सलाह नहीं मानी, तो वही हुआ।

चापलूसी से दूर रहने वाले मंत्री

उनका मानना ​​था कि राजा के मंत्री को हमेशा सच बोलना चाहिए और चापलूसी से दूर रहना चाहिए। जब ​​पांडवों को उनके अधिकारों से वंचित किया गया, तो विदुर हमेशा उनके साथ खड़े रहे और उन्हें सही रास्ता दिखाने की कोशिश की।

राजनीतिक सलाह

विदुर ने राजनीति में नैतिकता और न्याय का पालन करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आदर्श राज्य की स्थापना के लिए नैतिक नीति का पालन करना आवश्यक है। उनके विचारों ने भारतीय राजनीति में साम, दाम, दंड और भेद की नीति के साथ-साथ नैतिकता के महत्व को भी समझाया।

कौरवों के गलत कामों का हमेशा विरोध किया

विदुर ने कौरवों की हठधर्मिता और अन्यायपूर्ण नीतियों का खुलकर विरोध किया। उन्होंने दुर्योधन और उसके समर्थकों को चेतावनी दी कि यदि वे अपने गलत निर्णयों पर अड़े रहे, तो परिणाम विनाशकारी होंगे। उनकी यह स्पष्टता और साहस उन्हें एक बुद्धिमान सलाहकार बनाता है।

संभल में दबा मिला मृत्यु का कुंआ, भगवान शिव से जुड़ा है सिधा कनेक्शन! इस से जुड़ा है ये रहस्य

विदुर की नीतियाँ क्या थीं

  • बुद्धिमान व्यक्ति के गुण

विदुर ने कहा कि बुद्धिमान व्यक्ति में निम्नलिखित पाँच गुण होने चाहिए।

सच्चे स्वभाव का ज्ञान: व्यक्ति को अपने सच्चे स्वभाव का ज्ञान होना चाहिए।

दुख सहने की शक्ति: हानि होने पर दुख सहने की क्षमता होनी चाहिए।

धर्म और शक्ति पर स्थिरता: शक्ति और धर्म के विषयों पर स्थिर रहना चाहिए।

अच्छे कर्मों का पालन करें: अच्छे कर्मों का पालन करना चाहिए और बुरे कर्मों से दूर रहना चाहिए।

  • धन के बारे में उन्होंने क्या कहा
    विदुर ने कहा कि मन और शरीर को पीड़ा देने वाले और धर्म का उल्लंघन करने वाले धन को पाने का विचार त्याग देना चाहिए।
  • सच बोलने का महत्व
    विदुर हमेशा सच बोलने और सच्चाई के मार्ग पर चलने की सलाह देते थे। वह कहते थे कि सच बोलना कठिन है, लेकिन यह एक बुद्धिमान व्यक्ति की पहचान है।
  • बुद्धि भी एक साधना है
    विदुर ने यह भी कहा कि बुद्धिमान बनने के लिए साधना करनी पड़ती है। एक बुद्धिमान व्यक्ति को अपने गुणों को विकसित करने की जरूरत होती है।

करते हैं 17 श्रंगार! महिलाओं से भी ज्यादा गुप्त रखते हैं नागा साधु ये राज, क्या हैं इन संन्यासियों का वो बड़ा रहस्य?

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है।पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

सौरभ शर्मा केस में पड़ोसियों ने जांच एजेंसीओं की कार्रवाई पर उठाएं सवाल! कहा..’जांच किस एजेंसी की…’
सौरभ शर्मा केस में पड़ोसियों ने जांच एजेंसीओं की कार्रवाई पर उठाएं सवाल! कहा..’जांच किस एजेंसी की…’
ये शख्स देगा Manmohan Singh के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि, जानें अंतिम संस्कार को लेकर क्या कहता है शास्त्र
ये शख्स देगा Manmohan Singh के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि, जानें अंतिम संस्कार को लेकर क्या कहता है शास्त्र
विराट कोहली की गंदी बेइज्जती करने लगे ऑस्ट्रेलिया के लोग, पिटते-पिटते बच गए, सामने आया अब तक का सबसे शॉकिंग वीडियो
विराट कोहली की गंदी बेइज्जती करने लगे ऑस्ट्रेलिया के लोग, पिटते-पिटते बच गए, सामने आया अब तक का सबसे शॉकिंग वीडियो
Indore: बीच सड़क पर 18 बार चाकू से वार कर युवक की बेरहमी से हत्या, इलाके में सनसनी
Indore: बीच सड़क पर 18 बार चाकू से वार कर युवक की बेरहमी से हत्या, इलाके में सनसनी
Mahakumbh 2025: 2025 के महाकुंभ में बनेगा नेत्र परीक्षण का वर्ल्ड रिकॉर्ड! सुविधाओं पर पूरा फोकस
Mahakumbh 2025: 2025 के महाकुंभ में बनेगा नेत्र परीक्षण का वर्ल्ड रिकॉर्ड! सुविधाओं पर पूरा फोकस
Road Accident: खगड़िया में पिकअप वाहन ने 5 लोगों को रौंदा, दो बच्चों की मौत और तीन घायल
Road Accident: खगड़िया में पिकअप वाहन ने 5 लोगों को रौंदा, दो बच्चों की मौत और तीन घायल
MahaKumbh 2025: श्रद्धालुओं की सुरक्षा सबसे पहले! मॉक ड्रिल का आयोजन, स्वास्थ्य विभाग और जवान मौके रहेंगे तैनात
MahaKumbh 2025: श्रद्धालुओं की सुरक्षा सबसे पहले! मॉक ड्रिल का आयोजन, स्वास्थ्य विभाग और जवान मौके रहेंगे तैनात
ED Action: हुलास पांडे के ठिकानों पर ED का छापा, आय से अधिक संपत्ति का मामला
ED Action: हुलास पांडे के ठिकानों पर ED का छापा, आय से अधिक संपत्ति का मामला
Mahakumbh 2025: फर्जी वेबसाइट बनाने वाले गिरोह का हुआ भंडाफोड़! 4 आरोपी गिरफ्तार
Mahakumbh 2025: फर्जी वेबसाइट बनाने वाले गिरोह का हुआ भंडाफोड़! 4 आरोपी गिरफ्तार
बड़ा हादसा: राजनांदगांव में सिलेंडर ब्लास्ट से बड़ा हादसा,हादसे की वजह आई सामने
बड़ा हादसा: राजनांदगांव में सिलेंडर ब्लास्ट से बड़ा हादसा,हादसे की वजह आई सामने
यशस्वी के रन आउट पर आपस में भिड़े संजय मांजरेकर और इरफान पठान, गरमाया माहौल, यहां भी निकली कोहली की गलती?
यशस्वी के रन आउट पर आपस में भिड़े संजय मांजरेकर और इरफान पठान, गरमाया माहौल, यहां भी निकली कोहली की गलती?
ADVERTISEMENT