संबंधित खबरें
Bank Holidays: जनवरी महीने में 15 दिन बैंक रहेंगे बंद, यहां चेक करिए पूरी लिस्ट
साल 2027 तक देश का इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर करेगा बूम, 120 लाख बेरोजगार युवाओं को मिलेगा रोजगार, अपना Qualification चेक कर लीजिए वरना…
400 से ज्यादा लिखी किताबें, 80 करोड़ की संपत्ति के मालिक वाराणसी के साहित्यकार का हुआ निधन, मुखाग्नि देने तक से बेटा-बेटी ने क्यों किया इंकार?
नया साल लगते ही 1 जनवरी 2025 से ये चीजें होगी महंगी और ये होंगी सस्ती, बिजली के बिल से लेकर गैस, फ़ोन के रिचार्ज तक जानें सब कुछ
गुजरात के भरूच में बड़ा हादसा, GFL प्लांट में जहरीली गैस के रिसाव से 4 मजदूरों की मौत
Today's Weather: बारिश के बाद बढ़ी ठंड, शहरों पर चढ़ी कोहरे की चादर, जानें नए साल पर कैसा रहेगा ठंड की चादर!
India News (इंडिया न्यूज), Manmohan Singh: देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का गुरुवार रात दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन हो गया। उनके निधन से पूरे देश में मातम का माहौल है। हर किसी की आंखें नम हैं। वहीं दूसरी तरफ पंजाब के कपूरथला में रहने वाली उनकी बहन अमरजीत कौर के घर में भी गमगीन माहौल है। बहन भी भाई की पुरानी यादों को संजो रही हैं। अमरजीत ने बताया कि, डॉ. मनमोहन सिंह समेत कुल 10 भाई-बहन हैं। अमरजीत कौर पांचवें नंबर की हैं। पूर्व पीएम की बहन अमरजीत कौर भी कुछ दिनों से बीमार हैं।
दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर उनकी बहन अमरजीत कौर और उनका परिवार दुख की इस घड़ी में भावुक हैं। बहन का परिवार डॉ. मनमोहन सिंह की उपलब्धियों और उनके स्वभाव को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि दे रहा है। अमरजीत कौर ने बताया कि वह अपने भाई से आखिरी बार तीन-चार दिन पहले मिली थीं। इसके बाद उनकी मुलाकात नहीं हुई। जब उनके भाई डॉ. मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे, तब उन्हें केंद्र सरकार की ओर से सुरक्षा भी मिली हुई थी। मनमोहन सिंह 10 साल (दो बार) तक प्रधानमंत्री रहे। इन 10 सालों में उनके घर पर सुरक्षा गार्ड तैनात रहे।
मनमोहन सिंह से जुड़ी यादों को याद करते हुए अमरजीत कौर के बेटे और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के भतीजे कंवरजीत सिंह ने कहा कि, पूर्व प्रधानमंत्री जब भी अमृतसर आते थे, तो उनसे यहीं मिलते थे। उनका परिवार बहुत बड़ा होने के कारण सुरक्षा कारणों से वे सभी के घर नहीं जा पाते थे। जब भी वे अमृतसर आते थे, तो रिश्तेदारों को सर्किट हाउस बुलाते थे और वहीं मीटिंग होती थी।
अमरजीत कौर और उनके बेटे कंवरजीत सिंह ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह अपने सरल स्वभाव और जनहित कार्यों के लिए हमेशा देश की जनता के दिलों में जिंदा रहेंगे। अमरजीत कौर का कहना है कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है। इस कारण वे अपने भाई के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सकती हैं। ऐसे में उनके बच्चे शनिवार को होने वाले अंतिम संस्कार में शामिल होंगे।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.