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इतना खुला है यहां का समाज, महिलाओं के छोटे कपड़े, शादी के बाद भी प्रेमी से संबंध…पुरुष छू सकते हैं स्त्री का स्तन, जानें शहर का नाम!

BY: Prachi Jain • LAST UPDATED : December 29, 2024, 8:30 pm IST
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इतना खुला है यहां का समाज, महिलाओं के छोटे कपड़े, शादी के बाद भी प्रेमी से संबंध…पुरुष छू सकते हैं स्त्री का स्तन, जानें शहर का नाम!

Tradition Of The Ich Community: इच समुदाय इसे दुनिया का सबसे खुला समाज माना जाता है।

India News (इंडिया न्यूज), Tradition Of The Ich Community: दुनिया में हर समाज की अपनी अनूठी परंपराएं और दृष्टिकोण होते हैं। इन्हीं में से एक है चीन के सबसे पुराने अल्पसंख्यक समुदायों में से एक, ‘इच समुदाय’। इसे दुनिया का सबसे ‘खुला समाज’ माना जाता है। इच समुदाय अपनी प्रगतिशील सोच, अद्वितीय परंपराओं और खुले दृष्टिकोण के लिए प्रसिद्ध है।

‘खुले समाज’ का मतलब इच समुदाय के संदर्भ में

इच समुदाय को दुनिया का सबसे ‘खुले विचारों वाला समाज’ कहा जाता है। इसकी विशेषता यह है कि यह परंपरागत सामाजिक नियमों और विवाह की रूढ़ियों से परे है। शादी के बाद भी खुले संबंध बनाए रखना इस समुदाय का हिस्सा है। महिलाओं को विशेष स्वतंत्रता दी जाती है, जो इस समाज को बाकी समुदायों से अलग बनाती है। उदाहरण के लिए, इच समुदाय में पुरुषों को महिलाओं के स्तनों को स्वतंत्र रूप से छूने की अनुमति होती है, जो उनके खुले विचारों का प्रतीक है।

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ऐतिहासिक परंपराएं और पोशाक

इच समुदाय का इतिहास प्राचीन चीन तक जाता है। यह समुदाय मिनी-शॉर्ट्स पहनने वाले पहले समाज का प्रतिनिधित्व करता है। उनका पहनावा उनकी जीवनशैली और पर्यावरणीय परिस्थितियों का परिणाम है। कृषि कार्य और पहाड़ी जीवन के कारण महिलाओं ने ऐसी पोशाक विकसित की जो शरीर की आकृति को दर्शाए।

पारंपरिक रूप से, इच महिलाएं सफेद टोपी और गहरे नीले रंग के वस्त्र पहनती थीं। उनके समाज में सुंदरता का मापदंड भी अलग था। मजबूत और मांसपेशियों वाली टांगों वाली महिलाओं को आकर्षक माना जाता था। यह उनकी कार्यक्षमता और स्वास्थ्य का प्रतीक माना जाता था।

शादी और संबंधों की परंपराएं

इच समुदाय में शादी के नियम भी अन्य समाजों से अलग हैं। यहां की लड़कियां 14 वर्ष की उम्र में अपने प्रेमी से मिलने की अनुमति प्राप्त करती हैं। यदि कोई लड़की अपने प्रेमी से शादी करना चाहती है, तो वह अपनी पिछली सगाई रद्द कर सकती है।

महिलाओं को अपने जीवनकाल में कई बार शादी करने की स्वतंत्रता होती है। शादी के बाद और बच्चों के जन्म से पहले, महिलाएं खुले संबंधों में शामिल हो सकती हैं। हालांकि, बच्चे होने के बाद इस तरह के संबंधों पर सख्त प्रतिबंध लगाया जाता है।

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उत्सव और सांस्कृतिक परंपराएं

इच समुदाय के सबसे प्रसिद्ध उत्सवों में से एक है गुनयांग उत्सव या ‘गर्ल्स डे’। इस दिन महिलाएं पहाड़ों पर जाकर गाती और नाचती हैं तथा साथी को आकर्षित करती हैं। इस उत्सव में पुरुष महिलाओं की अनुमति से उनके स्तनों को छू सकते हैं। इस परंपरा के पीछे की सोच है कि यह संबंधों में विश्वास और आपसी सम्मान को दर्शाता है।

जीवन का अंतिम चरण और मृत्यु की परंपराएं

पारंपरिक रूप से, इच महिलाएं जूते नहीं पहनती थीं। लेकिन मृत्यु के बाद उन्हें सुंदर कढ़ाई वाले जूते पहनाए जाते हैं। यह उनके जीवन के अंतिम चरण में उन्हें सम्मान देने का प्रतीक है।

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इच समुदाय की खास सोच

इच समुदाय का दृष्टिकोण सुंदरता की पारंपरिक अवधारणाओं से अलग है। उनके लिए सुंदरता कार्यक्षमता, स्वास्थ्य और आत्मनिर्भरता में निहित है। इस समुदाय की महिलाएं पारिवारिक संपत्ति के प्रतीक के रूप में कपड़े पहनती थीं, जो उनकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति को दर्शाता था।

इच समुदाय अपनी अनूठी परंपराओं और खुले विचारों के लिए जाना जाता है। उनकी प्रगतिशील सोच, महिलाओं को दी गई स्वतंत्रता और सांस्कृतिक परंपराएं इसे एक अद्वितीय और विशिष्ट समाज बनाती हैं। यह समुदाय दुनिया के उन समाजों में से एक है जो सामाजिक रूढ़ियों से परे जाकर अपनी स्वतंत्र पहचान बनाए हुए हैं।

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