होम / धर्म / महाकुंभ का समुद्र मंथन से क्या है कनेक्शन, केवल इन 4 जगहों पर ही क्यों लगता है कुंभ मेला? जाने क्या है छुपा हुआ रहस्य!

महाकुंभ का समुद्र मंथन से क्या है कनेक्शन, केवल इन 4 जगहों पर ही क्यों लगता है कुंभ मेला? जाने क्या है छुपा हुआ रहस्य!

BY: Preeti Pandey • LAST UPDATED : January 3, 2025, 11:41 am IST
ADVERTISEMENT

संबंधित खबरें

महाकुंभ का समुद्र मंथन से क्या है कनेक्शन, केवल इन 4 जगहों पर ही क्यों लगता है कुंभ मेला? जाने क्या है छुपा हुआ रहस्य!

Mahakumbh 2025: महाकुंभ का समुद्र मंथन से क्या है कनेक्शन

India News (इंडिया न्यूज़), Mahakumbh 2025: भारत के लोग चाहे कितने भी प्रगतिशील हो जाएं चाहे वो पश्चिमी देशों की कितनी भी नकल करने लगें वो अपनी संस्कृति और अपने रीति-रिवाजों को कभी नहीं भूलते .ये एक ऐसा सच है जिसे किसी भी तरह से नकारा नहीं जा सकता। भारत की धरती पर मनाए जाने वाले त्यौहार इसका एक बेहतरीन उदाहरण हैं।

कुंभ मेला

कुंभ मेला यह भी भारत की एक परंपरा है जिसे हमने अपनी विरासत की तरह सहेज कर रखा है। यह एक ऐसा त्यौहार है जिसका आनंद वही व्यक्ति समझ सकता है जो खुद इस मेले का हिस्सा बनता है। सरल शब्दों में कहें तो कुंभ मेला एक ऐसा त्यौहार या उत्सव है जिसके दौरान श्रद्धालु अपने पापों को धोने के लिए पवित्र नदी में डुबकी लगाते हैं और भगवान से मोक्ष की प्रार्थना करते हैं।

धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण

लेकिन अगर कुंभ मेले को धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से समझा जाए तो इसका अर्थ बहुत व्यापक और व्यापक है। आप जानते हैं कि भारत में कुंभ मेला 4 जगहों पर लगता है हरिद्वार, उज्जैन, प्रयागराज, नासिक लेकिन क्या आप जानते हैं कि सिर्फ इन 4 जगहों पर ही क्यों? अगर आपको अभी तक इस सवाल का जवाब नहीं मिला है तो हम आपको बता दें कि इसका संबंध समुद्र मंथन की पौराणिक कथा से है।

पौराणिक कथा

पौराणिक कथाओं के अनुसार, एक बार अपने क्रोध पर काबू न रख पाने वाले महर्षि दुर्वासा ने देवराज इंद्र समेत अन्य सभी देवताओं को श्राप दे दिया, श्राप के प्रभाव से सभी देवता कमजोर हो गए, जिसके परिणामस्वरूप दैत्यों ने देवताओं पर आक्रमण करना शुरू कर दिया। दैत्यों के इस बुरे प्रभाव से परेशान होकर सभी देवता मिलकर भगवान विष्णु के पास गए और उनसे दैत्यों से मुक्ति दिलाने की विनती करने लगे।

समुद्र मंथन

देवताओं की परेशानी को समझते हुए भगवान विष्णु ने उन्हें दैत्यों के साथ मिलकर क्षीरसागर का मंथन कर अमृत निकालने को कहा। आदेशानुसार सभी देवता दैत्यों के साथ मिलकर अमृत निकालने का प्रयास करने लगे। जैसे ही अमृत से भरा कुंभ (घड़ा) निकला, देवताओं के संकेत पर इंद्रपुत्र जयंत अमृत कलश लेकर आकाश में उड़ गए। क्योंकि अगर यह कलश दैत्यों के हाथ में आ जाता तो वे देवताओं से भी अधिक शक्तिशाली हो सकते थे। लेकिन दुर्भाग्य से दैत्यों की नजर उड़ते हुए जयंत पर पड़ गई और दैत्य गुरु शुक्राचार्य के आदेशानुसार दैत्यों ने अमृत वापस लेने के लिए जयंत का पीछा करना शुरू कर दिया।

आकाश में उड़ते हुए काफी मेहनत के बाद आखिरकार दैत्यों ने बीच रास्ते में जयंत को पकड़ ही लिया, लेकिन जयंत इतनी आसानी से दैत्यों को कलश देने वाला नहीं था। दोनों पक्षों के बीच भयंकर युद्ध हुआ, कहा जाता है कि यह युद्ध पूरे 12 दिनों तक चला।

इन राशि के जातकों को झेलना पड़ सकता है बड़ा नुकसान, कल से होने जा रहा है बुध का गोचर, 15 दिन तक रहना होगा सावधान!

युद्ध के दौरान गलती से कलश से पवित्र अमृत की चार बूंदें धरती पर गिर गईं। पहली बूंद प्रयाग में, दूसरी शिव की नगरी हरिद्वार में, तीसरी उज्जैन में और चौथी नासिक की धरती पर यही कारण है कि इन चार स्थानों पर कुंभ मेला मनाया जाता है। कथा इस कथा के अनुसार अमृत पाने के लिए देवताओं और दानवों के बीच बारह दिनों तक युद्ध चला था, लेकिन धरती पर स्वर्ग का एक दिन एक वर्ष के बराबर माना जाता है। इसलिए बारह कुंभ होते हैं। इनमें से चार कुंभ धरती पर और बाकी आठ कुंभ देवलोक में होते हैं। लेखक के बारे में

इन 3 राशि के जातकों होने वाला बड़ा खजाना, 3 ग्रहों के महा संयोग से भर जाएगी खाली तिजोरी, जाने राशिफल!

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

बाबा महाकाल का रुद्राक्ष की माला, त्रिशूल और त्रिपुंड भव्य श्रृंगार, भक्तों ने लिया आशीर्वाद
बाबा महाकाल का रुद्राक्ष की माला, त्रिशूल और त्रिपुंड भव्य श्रृंगार, भक्तों ने लिया आशीर्वाद
अब इस मकसद से सड़कों पर ऊतरी कानपुर मेयर, धर्मगुरुओं के विरोध के बावजूद अभियान जारी
अब इस मकसद से सड़कों पर ऊतरी कानपुर मेयर, धर्मगुरुओं के विरोध के बावजूद अभियान जारी
Earthquake in Bihar: ठंड के ठिठुरन के बाद बिहार में आज सुबह भूकंप के तेज झटके, नेपाल-चीन सीमा पर था केंद्र
Earthquake in Bihar: ठंड के ठिठुरन के बाद बिहार में आज सुबह भूकंप के तेज झटके, नेपाल-चीन सीमा पर था केंद्र
दिल्ली पुलिस में तबादलों से मचा हड़कंप, एक सप्ताह में बदल दिए गए कई SHO, जानें वजह
दिल्ली पुलिस में तबादलों से मचा हड़कंप, एक सप्ताह में बदल दिए गए कई SHO, जानें वजह
दुनिया के सबसे ताकतवर देश की संसद में गूंजा गीता का श्लोक, हिन्दुओं का पावर देख दंग रह गए मुसलमान, पाक को लगी मिर्ची
दुनिया के सबसे ताकतवर देश की संसद में गूंजा गीता का श्लोक, हिन्दुओं का पावर देख दंग रह गए मुसलमान, पाक को लगी मिर्ची
किडनी हो रही है फेल, शरीर देने लगा है ये बड़े इशारे, सुबह-सुबह के ये संकेत ले सकते हैं आपकी जान!
किडनी हो रही है फेल, शरीर देने लगा है ये बड़े इशारे, सुबह-सुबह के ये संकेत ले सकते हैं आपकी जान!
Bihar Weather Today: बिहार में शीतलहर के हवा का असर, IMD ने बताया बढ़ती सर्दी का हाल
Bihar Weather Today: बिहार में शीतलहर के हवा का असर, IMD ने बताया बढ़ती सर्दी का हाल
जस्टिन ट्रूडो पर भड़का ये पावरफुल शिख! पूरे देश के सामने लगा दी वाट, देख हैरान रह गए कनाडा के लोग
जस्टिन ट्रूडो पर भड़का ये पावरफुल शिख! पूरे देश के सामने लगा दी वाट, देख हैरान रह गए कनाडा के लोग
HMPV वायरस को लेकर राजस्थान की सरकार हुई अलर्ट, स्वास्थ्य मंत्री ने मेडिकल ऑफिसर्स को दिए ये निर्देश
HMPV वायरस को लेकर राजस्थान की सरकार हुई अलर्ट, स्वास्थ्य मंत्री ने मेडिकल ऑफिसर्स को दिए ये निर्देश
दिल्ली चुनाव की तारीख का आज हो सकता है ऐलान, 2020 में ऐसे रहे थे चुनावी नतीजे
दिल्ली चुनाव की तारीख का आज हो सकता है ऐलान, 2020 में ऐसे रहे थे चुनावी नतीजे
इस मूलांक के जातकों हो सकता है अपार धन लाभ, होगी इतनी कमाई तिजोरी भी देने लगेगी जवाब, जाने क्या हैं अंक ज्योतिष?
इस मूलांक के जातकों हो सकता है अपार धन लाभ, होगी इतनी कमाई तिजोरी भी देने लगेगी जवाब, जाने क्या हैं अंक ज्योतिष?
ADVERTISEMENT