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क्यों इंसानी खून खा प्यासा बना हुआ है 'स्क्रब टाइफस'…अब भारत में भी अपने पैर पसार रही है ये बीमारी, जानें शुरुआती लक्षण?

BY: Prachi Jain • LAST UPDATED : January 3, 2025, 4:30 pm IST
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क्यों इंसानी खून खा प्यासा बना हुआ है 'स्क्रब टाइफस'…अब भारत में भी अपने पैर पसार रही है ये बीमारी, जानें शुरुआती लक्षण?

Symptoms of Scrub Typhus: स्क्रब टाइफस एक बैक्टीरियल संक्रमण है जो ओरिएंटिया सुग्नोशी नामक बैक्टीरिया के कारण होता है।

India News (इंडिया न्यूज़), Symptoms of Scrub Typhus: इन दिनों एक खतरनाक और तेजी से फैल रही बीमारी स्क्रब टाइफस (Scrub Typhus) के बारे में सुर्खियों में है, जो इंसानी खून का प्यासा बनी हुई है। यह बीमारी भारत सहित दुनिया के कई हिस्सों में तेजी से फैल रही है और अब यह गंभीर स्वास्थ्य चिंता का कारण बन चुकी है। खासकर उन क्षेत्रों में जहां स्वच्छता की स्थिति कमजोर है और कच्चे या अपशोधित पानी का इस्तेमाल होता है। इस लेख में हम जानेंगे स्क्रब टाइफस के बारे में, इसके कारण, लक्षण और बचाव के उपाय।

क्या है स्क्रब टाइफस?

स्क्रब टाइफस एक बैक्टीरियल संक्रमण है, जो ओरिएंटिया सुग्नोशी (Orientia tsutsugamushi) नामक बैक्टीरिया के कारण होता है। यह बैक्टीरिया इंसानी शरीर में खून चूसने वाले चीकट (mites) द्वारा फैलता है। ये चीकट आमतौर पर गंदगी, घास या घने जंगलों में पाए जाते हैं और जब ये किसी इंसान के शरीर पर काटते हैं, तो वे बैक्टीरिया को शरीर में प्रवेश करवा देते हैं। चीकट द्वारा फैलने के कारण इसे चीकट बुखार भी कहा जाता है।

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भारत में स्क्रब टाइफस का बढ़ता खतरा

हाल के वर्षों में भारत में स्क्रब टाइफस के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है। खासकर दक्षिणी भारत, पूर्वोत्तर भारत और कर्नाटक जैसे राज्यों में इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। असम, केरल, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में यह बीमारी अधिक रिपोर्ट की जा रही है। यह बीमारी आमतौर पर उन स्थानों पर फैलती है जहां गंदगी, अपर्याप्त स्वच्छता और कीटाणुओं से संक्रमित वातावरण होता है।

स्क्रब टाइफस के लक्षण:

स्क्रब टाइफस के लक्षण आमतौर पर संक्रमण के बाद 6 से 21 दिन के भीतर दिखने लगते हैं। इसके शुरुआती लक्षणों को सामान्य बुखार और फ्लू जैसे लक्षणों से भ्रमित किया जा सकता है, इसलिए इसे सही समय पर पहचानना आवश्यक है।

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1. बुखार:
स्क्रब टाइफस का सबसे आम लक्षण तेज बुखार है, जो अचानक शुरू हो सकता है। बुखार के साथ ठंड लगना, शरीर में दर्द और कमजोरी महसूस हो सकती है।

2. चकते (Rash):
यह एक प्रमुख लक्षण है। बीमारी के बढ़ने के साथ त्वचा पर चकते (रैशेज) उभर सकते हैं, जो आमतौर पर शरीर के ऊपरी हिस्से, हाथ और पैरों पर दिखाई देते हैं।

3. सिरदर्द और शरीर में दर्द:
स्क्रब टाइफस से संक्रमित व्यक्ति को सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, और जोड़ों में अकड़न का सामना हो सकता है। यह लक्षण आमतौर पर वायरल बुखार के समान होते हैं।

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4. त्वचा पर काले धब्बे:
कभी-कभी संक्रमित व्यक्ति की त्वचा पर काले धब्बे या स्क्रब टाइफस के कारण मवाद निकलने वाली सूजन भी हो सकती है। यह एक गंभीर संकेत हो सकता है।

5. आंखों में जलन और लाल होना:
संक्रमण के दौरान आंखों में जलन, लाल होना और सूजन हो सकती है।

6. श्वसन समस्याएं:
सांस लेने में कठिनाई और गहरी खांसी भी स्क्रब टाइफस के लक्षणों में शामिल हो सकते हैं। यह गंभीर स्थिति का संकेत हो सकता है और अगर समय पर इलाज न मिले तो यह श्वसन तंत्र को प्रभावित कर सकता है।

7. उल्टी और दस्त:
कुछ मामलों में, स्क्रब टाइफस के संक्रमित व्यक्ति को उल्टी, दस्त और पेट में दर्द जैसी समस्याओं का सामना भी हो सकता है।

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स्क्रब टाइफस का इलाज:

स्क्रब टाइफस का इलाज संभव है, लेकिन यह जरूरी है कि इसे समय रहते पहचान लिया जाए। यदि इसका इलाज न किया जाए, तो यह गंभीर रूप से अंगों को प्रभावित कर सकता है, यहां तक कि मृत्यु भी हो सकती है।

1. एंटीबायोटिक्स:
स्क्रब टाइफस का इलाज आमतौर पर डॉक्सीसाइक्लिन (Doxycycline) और क्लोरम्फेनिकोल (Chloramphenicol) जैसी एंटीबायोटिक्स द्वारा किया जाता है। इन दवाओं से संक्रमण को नियंत्रित किया जा सकता है।

2. सही देखभाल और आराम:
बीमारी के दौरान शरीर को आराम और पर्याप्त जलयोजन की आवश्यकता होती है। साथ ही, बुखार और दर्द को कम करने के लिए दर्द निवारक दवाओं का भी उपयोग किया जाता है।

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स्क्रब टाइफस से बचाव के उपाय:

  1. चीकट से बचाव:
    चीकट से बचाव के लिए गंदे और घास वाले इलाकों से दूर रहना चाहिए। अगर इन क्षेत्रों में जाना पड़े तो शरीर को पूरी तरह से ढककर रखें और कीटनाशक का उपयोग करें।
  2. स्वच्छता बनाए रखें:
    घरों और आसपास के वातावरण की सफाई रखना बहुत जरूरी है। गंदगी और स्थायी जल संचय को खत्म करना चाहिए।
  3. कीटनाशक का उपयोग:
    कपड़े और बिस्तर पर कीटनाशक स्प्रे करना चाहिए ताकि चीकट का हमला कम हो।
  4. टीकाकरण:
    कुछ क्षेत्रों में स्क्रब टाइफस के खिलाफ टीकाकरण की योजना भी चल रही है। इसकी उपलब्धता के बारे में स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों से जानकारी प्राप्त करें।
  5. स्वस्थ आहार और पानी का सेवन:
    स्वस्थ आहार लेना और साफ पानी का सेवन करना इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करता है, जिससे इस तरह के बैक्टीरियल संक्रमण से लड़ने की क्षमता बढ़ती है।

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स्क्रब टाइफस एक गंभीर और खतरनाक बीमारी है, जो इंसान के खून को चूसने वाले चीकट से फैलती है। इसका सही समय पर इलाज किया जा सकता है, लेकिन यह जरूरी है कि इसके लक्षणों को जल्द से जल्द पहचाना जाए। भारत में इसके बढ़ते मामलों के कारण हमें अधिक सावधान रहने की जरूरत है और स्वच्छता, कीटाणुनाशक उपायों और उचित इलाज के साथ इस बीमारी से बचाव की कोशिश करनी चाहिए।

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