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India News, (इंडिया न्यूज),HMPV Virus: चीन जिसे कोरोना वायरस का जनक माना जाता है। अब वहां HMPV वायरस बहुत तेजी से फैल रहा है। जिसकी वजह से चीन ने कई राज्यों में इमरजेंसी का एलान कर दिया है। इस वायरस को कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक बताया जा रहा है।
पड़ोसी देश के कई इलाकों में हालात बेहद खराब है। हजारों लोग वायरस की चपेट में हैंं। बुढ़े और बच्चों में ये वायरस तेजी से फैल रहा है।हॉस्पिटल के बाहर मरीजों की कतार लगी हुई है। मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। वहीं चाइल्ड वॉर्ड में सबसे ज्यादा मरीज हैं।
इंग्लैंड में फ्लू तेजी से फैल रहा है। अस्पताल में फ्लू के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सभी मरीजों को सांस की बीमारी है। एक महीने में मरीजों की संख्या में 4 गुना वृद्धि हुई है। एनएचएस ने फ्लू को लेकर चेतावनी जारी की है। क्रिसमस के दिन 4102 फ्लू के मरीज भर्ती हुए। चार दिन बाद 29 दिसंबर को 5074 मरीज थे। अस्पतालों में मरीजों की औसत संख्या 4469 है।
यह वायरस हांगकांग तक पहुंच गया है। हांगकांग में अस्पतालों के बाहर लंबी कतारें देखी गई हैं। सांस के रोगियों की संख्या में वृद्धि हुई है। इस वायरस से सबसे अधिक बच्चे और बुजुर्ग प्रभावित हैं।
नए वायरस का नाम ह्यूमन मेटा न्यूमो वायरस (HMPV) है। HMPV एक RNA वायरस है, यानी यह फ्लू की तरह फैलता है। HMPV के लक्षण भी कोरोना महामारी जैसे ही हैं। इसके लक्षण खांसी, बुखार, नाक बंद होना, गले में खराश और सांस लेने में तकलीफ हैं। दो साल से कम उम्र के बच्चे, बुजुर्ग और कमजोर इम्युनिटी वाले सबसे अधिक प्रभावित होते हैं। अस्थमा और फेफड़ों की बीमारी वाले मरीजों में संक्रमण तेजी से फैलता है।
कहा जा रहा है कि HMPV वायरस पिछले 6 दशक से मौजूद है। इस वायरस की पहचान सबसे पहले 2001 में नीदरलैंड में हुई थी। सांस की बीमारियों से पीड़ित बच्चों के सैंपल में इस वायरस की पुष्टि हुई थी। HMPV पैरामिक्सोविरिडे परिवार का वायरस है। यह वायरस हर मौसम में हवा में मौजूद रहता है। संक्रमित लोगों के खांसने और छींकने से यह फैलता है। सर्दियों में इसके ज्यादा फैलने का खतरा रहता है।
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