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India News (इंडिया न्यूज), Rahul Dravid 52nd Birthday: टीम इंडिया की दीवार यानी राहुल द्रविड़ न सिर्फ एक अच्छे क्रिकेटर हे बल्कि एक अच्छे इंसान भी थे। उन्होंने न सिर्फ खुद मैदान पर शानदार प्रदर्शन किया, बल्कि अपने ज्ञान और सलाह से कई खिलाड़ियों की मदद भी की। इस दौरान द्रविड़ ने न सिर्फ भारतीय खिलाड़ियों, बल्कि विदेशी खिलाड़ियों को भी खेल की बारीकियां बताईं। इन्हीं में से एक खिलाड़ी थे इंग्लैंड के विस्फोटक बल्लेबाज केविन पीटरसन। द्रविड़ के एक ईमेल ने उनकी किस्मत बदल कर रख दी थी।
पीटरसन ने कुछ साल पहले अपनी आत्मकथा में खुलासा किया था कि 2012 के भारत दौरे से पहले उन्होंने द्रविड़ से मदद मांगी थी और भारतीय दिग्गज ने उन्हें सिर्फ एक ईमेल में ऐसे टिप्स दिए थे, जिसने उनकी जिंदगी बदल दी थी। पीटरसन ने एक इंटरव्यू में भी इसका जिक्र किया था और कहा था कि द्रविड़ ने उन्हें सबसे प्यारा ईमेल लिखा था और बताया था कि स्पिन का सामना कैसे करना है। पीटरसन ने कहा था, “उन्होंने मुझे स्पिन खेलने की कला समझाई और तब से मेरी दुनिया बदल गई। सबसे महत्वपूर्ण बात यह थी कि गेंद हाथ से छूटने पर लेंथ को समझना था – स्पिनर के फैसला लेने तक इंतजार करना।’
इसके अलावा द्रविड़ ने उन्हें स्वीप शॉट खेलने का तरीका और फ्रंट फुट डिफेंस की तकनीक को बेहतर बनाने का तरीका भी समझाया था. ये वो समय था जब पीटरसन टेस्ट क्रिकेट में खूब रन बना रहे थे लेकिन एशियाई परिस्थितियों में स्पिन के खिलाफ वो नाकाम हो रहे थे. बांग्लादेश में स्पिन से वो बुरी तरह प्रभावित हुए थे. लेकिन द्रविड़ की सलाह से उन्हें काफी फायदा हुआ और पीटरसन ने भारत दौरे पर खूब रन बनाए, जिसमें मुंबई टेस्ट में खेली गई 186 रनों की यादगार पारी भी शामिल थी. पीटरसन ने सीरीज की 7 पारियों में 338 रन बनाए और इंग्लैंड को सीरीज जिताने में अहम भूमिका निभाई. केविन पीटरसन ने अपने पूरे करियर (घरेलू-अंतरराष्ट्रीय) में 68 शतक लगाए, जिसमें से कई शतकों में द्रविड़ की सलाह ने भी उनकी मदद की।
जहां तक द्रविड़ के करियर की बात है तो इस दिग्गज बल्लेबाज ने 1996 में इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था। हालांकि, द्रविड़ अपने पहले ही टेस्ट में शतक से चूक गए थे और 96 रन बनाकर आउट हो गए थे। लेकिन इसके बाद उन्होंने अपने लंबे करियर में कई शतक लगाए। 2012 में संन्यास लेने से पहले द्रविड़ ने 164 टेस्ट मैच खेले और 13288 रन बनाए, जिसमें 36 शतक और 63 अर्धशतक शामिल हैं। इसके अलावा उन्होंने 344 वनडे मैचों में 10889 रन भी बनाए, जिसमें 12 शतक शामिल हैं। बतौर खिलाड़ी द्रविड़ कभी वर्ल्ड कप नहीं जीत पाए, लेकिन बतौर हेड कोच उन्होंने 2024 में टीम इंडिया को टी20 वर्ल्ड चैंपियन बनाया।
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