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India News (इंडिया न्यूज),Road Accident In India 2022 Report:सर्दियों में कोहरे के कारण सड़क पर वाहन चलाना खतरनाक हो जाता है। देशभर में दुर्घटनाएं बढ़ जाती हैं। कोहरे और धुंध के बीच वाहन चालकों को सावधान करने के लिए सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन किया जाता है। इस दौरान लोगों को दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट पहनने और कार आदि चलाते समय सीट बेल्ट का उपयोग करने की सलाह दी जाती है। ऐसे में अगर कोई दुर्घटना होती भी है तो वाहन सवारों को कम से कम नुकसान होता है। इसके बावजूद लोग लापरवाह होते हैं और अपनी जान गंवा देते हैं। अगर पिछले पांच सालों की ही बात करें तो देशभर में सड़क हादसों में 7.77 लाख लोगों की जान जा चुकी है। सरकार की ओर से जारी रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है।
मंत्रालय ने जारी की रिपोर्ट परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की ओर से भारत में सड़क दुर्घटनाएं-2022 नाम से रिपोर्ट जारी की गई है। इसमें राज्यवार पांच सालों में हुई दुर्घटनाओं का लेखा-जोखा दिया गया है। इसमें बताया गया है कि 2018 से 2022 के बीच अलग-अलग राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कितनी दुर्घटनाएं हुई हैं। इस रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2021 में देशभर में सड़क हादसों में 1,53,972 मौतें हुईं। साल 2022 में यह बढ़कर 1,68,491 हो गईं।
इन हादसों में सबसे ज्यादा 1.08 लाख मौतें उत्तर प्रदेश में हुईं। इसके बाद तमिलनाडु में 84 हजार और महाराष्ट्र में 66 हजार मौतें हुईं। यानी मौतों के मामले में उत्तर प्रदेश पहले स्थान पर है। इसके बाद तमिलनाडु और महाराष्ट्र दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं। इनके अलावा मध्य प्रदेश में 58,580, कर्नाटक में 53,448, राजस्थान में 51,280, आंध्र प्रदेश में 39,058, बिहार में 36,191, तेलंगाना में 35,565 और गुजरात में 36,626 लोगों की जान सड़क हादसों में गई है।
सड़क दुर्घटना के आंकड़े बताते हैं कि देशभर में स्थित कुल सड़क नेटवर्क का सिर्फ पांच फीसदी हिस्सा ही हाईवे के रूप में है। इसके बावजूद 55 फीसदी से ज्यादा दुर्घटनाएं इन्हीं पर होती हैं। दुर्घटनाओं में होने वाली कुल मौतों में से 60 फीसदी से ज्यादा मौतें इन्हीं दुर्घटनाओं में होती हैं। वर्ष 2022 में कुल दुर्घटनाओं में से 32.9 फीसदी राष्ट्रीय राजमार्गों पर हुईं और इनमें कुल मौतों का 36.2 फीसदी दर्ज किया गया। इस वर्ष राष्ट्रीय राजमार्गों पर कुल 151997 दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 61038 लोगों की मौत हुई और 144352 लोग घायल हुए। वहीं, राज्य राजमार्गों पर 106682 दुर्घटनाओं में 41012 लोगों की जान चली गई और 106485 लोग घायल हुए। वर्ष 2022 में देश की अन्य सड़कों पर 202633 दुर्घटनाएं हुईं। इन दुर्घटनाओं में 66441 लोगों की मौत हुई और 192529 लोग घायल हुए।
इन दुर्घटनाओं के लिए सबसे बड़ी वजह यातायात नियमों का उल्लंघन सामने आई है। सड़क दुर्घटनाओं में कुल मौतों में से 75.2 प्रतिशत के लिए ओवरस्पीडिंग जिम्मेदार है। गलत दिशा में वाहन चलाना 5.8 प्रतिशत मौतों का कारण पाया गया है। 2021 की तुलना में 2022 में दुर्घटनाओं में 11.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई मंत्रालय की रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2022 में देश भर में कुल 4,61,312 सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गई हैं। इनमें से 1,55,781 यानी 33.8 प्रतिशत जानलेवा साबित हुईं। इन दुर्घटनाओं में 1,68,491 लोगों की जान चली गई, जबकि 4,43,366 लोग घायल हुए। वर्ष 2021 की तुलना में वर्ष 2022 में कुल सड़क दुर्घटनाओं में 11.9% की वृद्धि हुई है। वहीं, ऐसी दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या में 9.4% और घायल होने वालों की संख्या में 15.3% की वृद्धि हुई है।
वर्ष दर वर्ष दुर्घटनाओं का अध्ययन करने पर पता चलता है कि वर्ष 2018 में सबसे अधिक दुर्घटनाएं हुईं, लेकिन दुर्घटनाओं में सबसे अधिक मौतें वर्ष 2022 में हुई हैं। वर्ष 2018 में 4,70,403 दुर्घटनाओं में 1,57,593 मौतें हुईं। वर्ष 2019 में 4,56,959 दुर्घटनाओं में 1,58,984 लोगों की जान गई। वर्ष 2020 में 3,72,181 सड़क दुर्घटनाओं में 1,38,383 लोगों की जान चली गई। वर्ष 2021 में 4,12,432 दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 1,53,972 लोगों की मौत हुई। वहीं, वर्ष 2022 में 4,61,312 दुर्घटनाएं हुईं। इन दुर्घटनाओं में 1,68,491 लोगों की जान चली गई।
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