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रूसी सेना में शामिल भारतीयों को रिहा करने की उठी मांग, इस भारतीय के मौत के बाद भड़का विदेश मंत्रालय

BY: Divyanshi Singh • LAST UPDATED : January 14, 2025, 9:50 pm IST
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रूसी सेना में शामिल भारतीयों को रिहा करने की उठी मांग,  इस भारतीय के मौत के बाद भड़का विदेश मंत्रालय

India News (इंडिया न्यूज),Russia Ukraine War : युद्ध में रूसी पक्ष की ओर से लड़ रहे एक भारतीय की मौत हो गई है। एक अन्य घायल हो गया है। मृतक की पहचान केरल के त्रिशूर जिले के निवासी बिनिल के रूप में हुई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि हम मृतक के परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। बता दें कि अगस्त 2024 में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी ने सीधे तौर पर रूसी सेना में भारतीयों की अवैध भर्ती का मुद्दा उठाया था।

फिर पुतिन के निर्देश के बाद रूस ने आधिकारिक तौर पर कहा कि सेना में शामिल सभी भारतीयों को वापस भेजा जाएगा। लेकिन हाल ही में रूसी सेना ने जानकारी दी है कि एक भारतीय की मौत हो गई है। वह व्यक्ति केरल का नागरिक है। जबकि केरल का एक अन्य नागरिक युद्ध में घायल है और उसका इलाज चल रहा है।

रूस भारतीयों को युद्ध के लिए लुभा रहा है

भारत ने इस मुद्दे को फिर से रूसी पक्ष के सामने सख्ती से उठाया है। बताया जा रहा है कि भारत की आपत्ति के बाद रूसी सेना के लिए भर्ती करने वाली एजेंसियों ने कुछ समय के लिए भारतीय युवाओं को निशाना बनाना बंद कर दिया था, लेकिन अब जब मामला शांत हो गया है तो उन्होंने फिर से दुबई और खाड़ी के अन्य शहरों के जरिए भारतीयों को लुभाना शुरू कर दिया है।

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भारत सरकार ने मौत पर चिंता जताई

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि हमें रूसी सेना में भर्ती हुए केरल के एक नागरिक की दुर्भाग्यपूर्ण मौत के बारे में पता चला है। भारत का एक अन्य नागरिक जो केरल का है, घायल है और उसका वहां के अस्पतालों में इलाज चल रहा है। हम मृतक के परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। मॉस्को स्थित भारतीय दूतावास मृतक के संपर्क में है और हरसंभव मदद करने की कोशिश कर रहा है।

रणधीर जायसवाल ने आगे कहा, “मृतक भारतीय के शव को जल्द से जल्द देश वापस लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। घायल भारतीय को भी जल्द से जल्द वहां से छुड़ाने का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही, इस मामले को नई दिल्ली स्थित रूसी दूतावास के समक्ष उठाया गया है। हमने फिर से अपनी मांग रखी है कि वहां सेना में शामिल सभी भारतीयों को जल्द से जल्द रिहा किया जाए।”

रूस ने क्या तर्क दिया है?

जब भारत ने पिछले साल यह मुद्दा उठाया था, तो नई दिल्ली स्थित रूसी दूतावास ने कहा था कि रूसी सेना को भारतीयों की जरूरत नहीं है। जो भारतीय वहां गए हैं, वे अपनी मर्जी से नागरिक काम के लिए अनुबंध पर गए हैं। जबकि रूसी सेना से यहां तैनात कई भारतीयों ने बताया था कि उन्हें यह नहीं बताया गया था कि उन्हें युद्ध क्षेत्र में तैनात किया जाएगा और उन्हें वहां युद्ध में हिस्सा लेना होगा।

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कई भारतीयों ने भाषा न समझ पाने और सीधे रूस-यूक्रेन युद्ध में भेजे जाने की बात भी कही थी। भारत ने रूस के समक्ष यह मुद्दा उठाया था। प्राप्त जानकारी के अनुसार केरल के त्रिशूर निवासी बिनिल बाबू की युद्ध क्षेत्र में मौत हो गई, जबकि इसी शहर के जैन कुरियन गंभीर रूप से घायल हो गए। मॉस्को के एक अस्पताल में भर्ती होने के बाद कुरियन ने अपने परिजनों से संपर्क किया, जिसके बाद पूरे प्रकरण का खुलासा हुआ।

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russia ukraine war

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