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India News (इंडिया न्यूज), China Launch New frigate : डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के नए राष्ट्रपति का पद संभाल चुके हैं। चुनाव जीतने के बाद ट्रंप ने कई देशों के साथ सख्त रुख अपनाने की बात कही थी। इसमें चीन का नाम भी शामिल था। वैसे देखा जाए तो ट्रंप के पहले कार्यकाल में दोनों देशों के बीच रिश्ते अच्छे नहीं थे, और अभी जिस तरह के ट्रंप के तेवर दिखाई दे रहे हैं उसे देख के लगता नहीं है कि चीन के साथ अमेरिका के रिश्ते समान्य होंगे।
ट्रंप पहले ही चीन समेत कई देशों को टैरिफ बढ़ाने को लेकर धमकी दे चुके हैं। लेकिन चीन को देखकर लगता नहीं है कि वो ट्रंप की बातों को ज्यादा गंभीरता से ले रहा है। बल्कि चीन तो लगातार अपनी सेनाओं को मजबूत बनाने में लगा हुआ है। इसी कड़ी में चीन ने समंदर में ऐसा काम कर दिया है जिससे बवाल मचना तय माना जा रहा है।
असल में न्यूज एजेंसी AP की रिपोर्ट की माने तो चीन की नौसेना ने नई पीढ़ी के फ्रिगेट को कमीशन किया है। चीन ने अपने फ्रिगेट को ऐसे समय में कमीशन किया है, जब ट्रंप ने अमेरिका की गद्दी सम्भाली है। समंदर में अमेरिका और अन्य क्षेत्रीय शक्तियों के साथ लगातार बढ़ रही प्रतिस्पर्धा के तौर पर भी चीन के इस कदम को देखा जा रहा है। वहीं चीनी नौसेना का कहना है कि यह जहाज ‘कुल मिलाकर लड़ाकू प्रभावशीलता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा’।
हाल के कुछ सालों में चीन ने अपनी नौसेना को काफी ज्यादा मजबूत बना लिया है। इका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि अमेरिका को पीछे छोड़ चीन के पास दुनिया की सबसे बड़ी नौसेना है। लेकिन कुछ रिपोर्ट्स की माने तो चीनी नौसेना में लगी हुई तकनीक को कभी-कभी पिछड़ा हुआ माना जाता है। चीन ने दावा किया है कि उसकी नौसेना संख्या में भले ही कम हो सकती है लेकिन ताकत में वह किसी से कम नहीं है। चीन ने क्षतिग्रस्त जहाजों को जल्द से जल्द कार्रवाई में लाने के लिए एक निर्माण कार्यक्रम और सुधारों का आह्वान किया है।
China’s first Type 054B frigate, the Luohe, was commissioned in the People’s Liberation Army (PLA) Navy on Wednesday at a military port in Qingdao, east China’s Shandong Province. https://t.co/Vh96IfaOXw pic.twitter.com/Oc1G8LzfOE
— CCTV+ (@CCTV_Plus) January 22, 2025
चीनी नौसेना के मुताबिक पहला टाइप 054बी फ्रिगेट, जिसका नाम लुओहे रखा गया है, को बुधवार को क़िंगदाओ में कमीशन किया गया। वह उत्तरी चीन का एक बंदरगाह शहर है जहां पीएलएएन का उत्तरी बेड़ा स्थित है। नौसेना ने कहा कि जहाज का विस्थापन लगभग 5,000 टन है और इसमें स्टील्थ तकनीक, लड़ाकू कमांड सिस्टम और फायरपावर इंटीग्रेशन शामिल हैं, जो कुल प्रदर्शन को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाते हैं।
अभी की बात करें तो चीन के पास लगभग 234 युद्धपोत हैं, जबकि अमेरिकी नौसेना के पास 219 हैं, जिनमें लगभग 50 फ्रिगेट और उतने ही विध्वंसक शामिल हैं। चीन के पास दो परिचालन विमानवाहक पोत हैं और एक और समुद्री परीक्षणों से गुजर रहा है, साथ ही एक विशाल और शक्तिशाली तटरक्षक बल भी है।
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