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इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
Covid-19 Liver Problems: 2019 में चीन के वुहान शहर से फैला कोरोना वायरस अब तक देश दुनिया में हड़कंप मचा रहा है। दिन प्रतिदिन इस वायरस के नए-नए वेरिएंट (ओमिक्रॉन) (omicron liver) भी सामने आ रहे हैं। वैसे तो रिसर्च के मुताबिक कोरोना वायरस की शुरुआत और अंत दोनों फेफड़ों से होती है। लेकिन इस वायरस से (liver failure corona virus) हमारे लिवर को भी कोई कम खतरा नहीं है। वायरस से होने वाली सांस की बीमारी सबसे पहले इंसान के फेफड़ों को खराब करना शुरू करती है। आइए जानते हैं फेफड़ों के अलावा कोरोना लिवर पर कैसे करता है वार।
(corona liver research) अमेरिका की यूनिवर्सिटी आफ टैनेसी रिसर्च अनुसार, कोरोना के शिकार हुए 11 फीसदी मरीजों को लिवर संबंधित परेशानियां हैं। बता दें कि कोरोना वायरस लिवर में मौजूद महत्वपूर्ण एंजाइम्स की मात्रा बढ़ा देता है। इन एंजाइम्स का नाम एलेनिन एमिनोट्रांस्फरेज और एस्परटेट एमिनोट्रांस्फरेज है। रिसर्च बताती है कि कोरोना के 15 से 53 फीसदी मरीजों में इन लिवर एंजाइम्स को अधिक मात्रा में पाया गया। ऐसा भी कहा जा सकता है कि इन लोगों का लिवर टेंपरेरी रूप से खराब हो चुका था।
corona organ failure: कोरोना वायरस का कोई भी वेरिएंट, चाहे वो डेल्टा हो या ओमिक्रॉन, लिवर के मुख्य सेल्स (कोशिकाओं) पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। इससे लिवर की फंक्शनिंग स्लो हो जाती है। कोरोना इन्फेक्शन के दौरान दी जाने वाली दवाओं से भी हमारे लिवर को खतरा होता है। कोरोना होने पर लिवर में भारी सूजन और पीलिया हो सकता है। मरीजों में लिवर फेलियर होने का खतरा भी बना रहता है। वैज्ञानिकों अनुसार, यदि आपको पहले से लिवर से जुड़ी कोई गंभीर बीमारी है तो कोरोना होने का खतरा और बढ़ जाता है। ये संक्रमण आपके लिए जानलेवा साबित हो सकता है।
रिसर्च अनुसार कोरोना के लक्षण नहीं होने पर भी शरीर के आर्गन्स खराब हो सकते हैं। ऐसे कई मामले सामने आए हैं जिनमें मरीज को वायरस के कोई लक्षण नहीं थे, फिर भी उसके लिवर को चोट पहुंची। यानी असिम्प्टोमेटिक केस में भी लोगों को पीलिया और लिवर फेलियर की शिकायत हो सकती है।
कोरोना के खिलाफ बनाई गईं वैक्सीन्स शरीर में इन्फेक्शन को गंभीर होने से रोकती हैं। पर अब तक के मुताबिक, ये इन्फेक्शन होने पर हमारे लिवर को नहीं बचा सकती। इसलिए कोरोना को हल्के में लेने की गलती न करें। कोविड प्रोटोकॉल फॉलो करके ही हम अपने शरीर को इस बीमारी से बचा सकते हैं।
हाई प्रोटीन डाइट से लिवर को दुरुस्त रखा जा सकता है। खाने में अंडे, दूध, दाल, हरी सब्जियां, फल, पनीर, नट्स, सीड्स, बीन्स, फिश और चिकन जैसी चीजों को ज्यादा से ज्यादा शामिल करें। कैफीन का सेवन करने से लिवर में मौजूद एंजाइम्स कंट्रोल में रहते हैं। इससे आपका लिवर और इम्यून सिस्टम दोनों ही मजबूत रहेंगे। इनके अलावा, शराब, चीनी, नमक, तला खाना, व्हाइट ब्रेड, चावल, पास्ता और लाल मांस का सेवन अधिक मात्रा में करने से बचें। हर दिन कम से कम 30 मिनट एक्सरसाइज जरूर करें।
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