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इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली :
U19 World Cup Final IND vs ENG: भारत और इंग्लैंड के बीच अंडर-19 विश्व कप का फाइनल (U19 World Cup Final) खेला जा रहा है। इंग्लैंड की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड की शुरूआत अच्छी नहीं रही। इंग्लैंड की टीम ने 18 के स्कोर पर अपने दो विकेट गंवा दिए। पारी के दूसरे ही ओवर में रवि कुमार ने जैकब बेथेल को 2 रन पर आउट कर दिया।
उसके बाद अगले ही ओवर में रवि कुमार की गेंद पर कप्तान टॉम प्रेस्ट आउट हो गए। टॉम प्रेस्ट बिना खाता खोले पैवेलियन में गए। राज बावा ने जॉर्ज थॉमस को 27 रनों के स्कोर पर आउट किया। 13वें ओवर में राज बावा ने लक्सटन को 4 रन पर आउट कर दिया और उसी ओवर की आखिरी गेंद पर जॉर्ज बेल को आउट कर दिया। 15 ओवर का खेल समाप्त होने तक इंग्लैंड ने 52 रन बनाकर 5 विकेट गंवा लिए थे।
भारतीय टीम 4 बार विश्व कप जीत चुकी है और इंग्लैंड की टीम एक बार फाइनल जीत चुकी है। ऐसे में दोनों टीम आज अपने रिकॉर्ड को और बेहतर करने के लिए मैदान पर उतरेंगी। भारतीय टीम अंडर- 19 विश्व कप के इतिहास में सबसे सफल टीम है।
इस विश्व कप में भी भारतीय टीम जिस अंदाज से खेल रही है वो पांचवा फाइनल अपने नाम कर सकती है। वहीं इंग्लैंड की टीम भी सभी टीमों को हराकर फाइलन में पहुंची है। विश्व कप में दोनों टीमें 7 बार आपस में खेल चुकी है और 5 बार भारत की टीम ने इंग्लैंड को मात दी है। इंग्लैंड की टीम दो मौकों पर ही जीत चुकी है। इंग्लैंड ने अपना पहला और एकमात्र विश्व कप फाइनल 1998 में जीता था।
आस्ट्रेलिया में राउंड-रॉबिन प्रारूप में हुए विश्व कप में आठ टीमों ने हिस्सा लिया था। भारत और इंग्लैंड ने टूर्नामेंट के दूसरे मैच में एक दूसरे के साथ खेले थे। माइक एथरटन की अगुवाई में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। कप्तान एथरटन ने 80 और सलामी बल्लेबाज मार्क रामप्रकाश ने 46 रन बनाए। उनके अलावा सिर्फ क्रिस लुईस ही 12 रन बना पाए।
इन पारियों की बदौलत इंग्लैंड की टीम ने 50 ओवर में 172/8 का स्कोर बनाया। लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम के कप्तान मायलवाहनन सेंथिलनाथन ने सबसे ज्यादा 47 रन बनाए। एक छोर से विकेट गिरते रहे लेकिन कप्तान ने टीम को मैच में बनाए रखा। यह मुकाबला रोमांचक साबित हुआ और भारतीय टीम ने दो गेंद और दो विकेट शेष रहते जीत दर्ज की।
भारत के कप्तान मोहम्मद कैफ ने सुपर लीग प्रतियोगिता में पहले गेंदबाजी करने का विकल्प चुना और उनके गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन करके इंग्लैंड को 182/9 पर रोक दिया। गैरी प्रैट ने 56 रन बनाए जबकि माइकल कारबेरी ने 36 रन बनाए। भारत ने अपने दोनों सलामी बल्लेबाजों – रवनीत रिकी (68) और मनीष शर्मा (86 *) के अर्धशतकों के साथ 42.3 ओवर में लक्ष्य हासिल किया।
टूर्नामेंट के इतिहास में भारत की सबसे बड़ी जीत में से एक 2006 के संस्करण के सेमीफाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ आई थी। कोलंबो में कप्तान रविकांत शुक्ला ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। चेतेश्वर पुजारा 146 गेंदों पर 129 रन बनाए और रोहित शर्मा ने 72 गेंद पर 59 रन बनाए। भारत ने इंग्लैंड को 292/4 का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य दिया। इसके बाद अबू नेचिम ने छह ओवर में चार विकेट लेकर इंग्लैंड को 20.1 ओवर में 58 रन पर समेट दिया।
क्वार्टर फाइनल में भारत का सामना इंग्लैंड से हुआ और कप्तान विराट कोहली ने पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। इकबाल अब्दुल्ला (3/29) के नेतृत्व में एक मजबूत गेंदबाजी प्रयास ने इंग्लैंड को 46 ओवरों में 146 रन पर आउट कर दिया। भारत के सलामी बल्लेबाज तरुवर कोहली ने नाबाद 63 रनों की पारी खेलकर 39.1 ओवर में लक्ष्य का पीछा किया।
भारत और इंग्लैंड को एक ही समूह में रखा गया था। दोनों लाइन-अप में जो रूट, बेन स्टोक्स, जोस बटलर, केएल राहुल, मयंक अग्रवाल सहित भविष्य के सितारे शामिल थे। आॅलराउंडर स्टोक्स की 88 गेंदों में शतकीय पारी से इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करने उतरी 246/8 रन बनाए। मध्य क्रम के फेल होने से भारतीय पारी बिखर गई। डेविड पायने ने 3/40 का शानदार प्रदर्शन किया। जिसकी बदौलत इंग्लैंड ने यह मैच 31 रन से जीत लिया।
टीमें 2010 के संस्करण में दो बार भिड़ीं – पांचवें स्थान के प्लेआफ सेमीफाइनल के लिए दूसरी बार। इंग्लैंड के कप्तान अजीम रफीक ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। बटलर ने सर्वाधिक 78 रन बनाए लेकिन कप्तान अशोक मेनारिया के 4/35 के प्रदर्शन से इंग्लैंड की टीम 49.2 ओवर में 176 रन पर आउट हो गई। जवाब में भारतीय टीम ने शानदार बल्लेबाजी की। सलामी बल्लेबाज अक्षत रेड्डी मात्र छह रनों से शतक जड़ने से चूक गए। भारत ने 36.4 ओवर में लक्ष्य को हासिल कर लिया।
भारत ने पहले बल्लेबाजी करने का विकल्प चुना लेकिन 111 के स्कोर पर 5 विकेट गंवा दिए। दीपक हुड्डा (68) और सरफराज खान (52*) के अर्धशतकों की मदद से टीम 221/8 का सम्मानजनक स्कोर बनाने में सफल रही। इंग्लैंड ने 11 ओवर के भीतर अपने तीन विकेट गंवा दिए थे लेकिन बेन डकेट (61) और एड बर्नार्ड ने उन्हें टीम को मैच में बनाए रखा। कुलदीप यादव ने तीन विकेट लेकर मुकाबले को भारत की तरफ लाने की कोशिश की। उसके बावजूद भी इंग्लैंड ने 49.1 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया।
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