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इंडिया न्यूज, मास्को:
Western Countries On Russia Ukraine Crisis रूस के यूक्रेन की सीमाओं से अपनी सेनाओं को कम (Russia reduce its forces) करने की रिपोर्टों के बीच पश्चिमी देशों ने कहा है कि इसके अभी ठोस सबूत (solid evidence) नहीं हैं। अमेरिका सहित कई अन्य गठबंधन व अन्य देशों के यूक्रेन पर युद्ध के विरोध के बाद रूस ने आज देश शाम कहा था कि वह यूक्रेन के पास सैन्य अभ्यास के बाद उसकी कुछ सैन्य इकाइयां अपने ठिकानों पर वापस जा रही हैं। नाटो ने भी कहा है कि उसे अभी तक रूस की सेनाओं के यूक्रेन के बॉर्डर से लौटने का कोई संकेत नहीं दिखा है।
गौरतलब है कि आज क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव (Kremlin spokesman Dmitry Peskov) ने कहा था कि वह हमेशा से यही कहता आ रहा है कि सैन्य अभ्यास के बाद उसकी सेनाएं लौट आएंगी और अब वही ही हो रहा है। दिमित्री पेस्कोव ने कहा, अमेरिका ने कई बार चेतावनी देकर संकट ऐसे बिंदू तक पहुंचा दिया जहां रूस के राष्टÑपति पुतिन ने अमेरिका का मजाक उड़ाना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा, वे लोग युद्ध का दिन व तारीख तक बता रहे थे। ऐसी मनगढ़त बातों को समझना नामुमकिन है। बता दें कि सामंतवादी युग में रूस के विभिन्न नगरों में जो दुर्ग बनाए गए थे वे क्रेमलिन कहलाते हैं।
रूस सेना की यूक्रेन सीमा से वापसी की रिपोर्टों के बीच ब्रिटिश पीएम बोरिस जानसन ने कहा कि रूस के साथ कूटनीतिक बातचीत का रास्ता खुला है। उन्होंने लेकिन यह भी कहा कि जमीनी स्तर पर यानी यूक्रेन सीमा पर रूस की सेनाओं की वापसी को लेकर खुफिया जानकारी बहुत अधिक उत्साहजनक नहीं है। उधर जर्मन चांसलर ओलफ शुल्ज वार्ता के लिए आज मास्को पहुंचे हैं। उन्होंने कुछ रूसी सैनिकों को मोर्चे से हटाने का स्वागत किया।
नाटो प्रमुख ने भी रूस व यूक्रेन संकट के कूटनीतिक समाधान की उम्मीद की है। रूस से दो दिन में मिले संकेतों का स्वागत करते उन्होंने यह उम्मीद जताई। नाटो महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने मीडिया के साथ बातचीत में कहा कि मास्को कूटनीति जारी रहने के संकेत मिल रहे हैं। उन्होंने भी कहा कि जमीनी स्तर पर अभी हमने रूसी सेना यूक्रेन सीमा से हटाने का कोई संकेत नहीं देखा है।
Also Read : Ukraine Crisis Update पुतिन आज रात करेंगे युद्ध का ऐलान, कल अलसुबह यूक्रेन पर हमला : अमेरिका
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