Bad Dreams Remedies: कभी-कभी, रात को सोते समय हमें ऐसे सपने आते हैं जो डरावने, परेशान करने वाले और कभी-कभी इतने बेचैन करने वाले होते हैं कि हमारी नींद खराब हो जाती है. ऐसे सपने न सिर्फ हमारी मानसिक सेहत पर असर डालते हैं, बल्कि अगले दिन हमारी एनर्जी और मूड पर भी असर डालते हैं.
अक्सर, बच्चे और बड़े दोनों ही बुरे सपनों के कारण अचानक नींद से जाग जाते हैं और तनाव में रहते हैं. ऐसे मामलों में, बुरे सपनों के कारणों और उन्हें रोकने के लिए किए जा सकने वाले उपायों को समझना ज़रूरी है.
आखिर क्यों आते हैं बुरे सपने?
अक्सर, दिन भर की चिंताएं, डर और तनाव हमारे दिमाग में जमा हो जाते हैं. यह मानसिक तनाव रात में डरावने सपनों के रूप में सामने आता है. इसके अलावा, कुछ जगहों पर नेगेटिव एनर्जी का होना, असामान्य परिस्थितियों का सामना करना, या पूर्वजों के श्राप से जुड़ी मान्यताएं भी बुरे सपनों का कारण मानी जाती हैं.
बुरे सपनों से हम कैसे बचें
साफ-सफाई
सोने से पहले नहाएं और साफ और आरामदायक कपड़े पहनें. अपना बिस्तर हमेशा साफ रखें. साफ माहौल में सोने से मन शांत रहता है और बुरे सपनों की संभावना कम हो जाती है.
बच्चों के लिए उपाय
अगर आपका बच्चा अक्सर बुरे सपनों से जाग जाता है, तो मंगलवार या रविवार को एक काले कपड़े में फिटकरी का टुकड़ा बांधकर उसके बिस्तर के नीचे रख दें. अगर फिटकरी न मिले, तो आप बिस्तर के नीचे चाकू, कैंची या नेल कटर जैसी छोटी धातु की चीजें रख सकते हैं
डरावनी फिल्में ना देखें
सोने से पहले डरावनी फिल्में देखने, डरावनी किताबें पढ़ने या डर पैदा करने वाली कहानियां सुनने से बचें. रात में भूत-प्रेत या अन्य डरावने विषयों पर बातचीत से भी बचना चाहिए.
सोने की दिशा
वास्तु शास्त्र के अनुसार, सिर उत्तर दिशा में करके सोना मना है. हमेशा सिर पूर्व या दक्षिण दिशा में करके सोएं. सही दिशा में सोने से मानसिक शांति मिलती है और बुरे सपनों की संभावना कम हो जाती है.
कुछ खास मंत्र
सनातन परंपरा में, बुरे सपनों से सुरक्षा के लिए भगवान शिव, हनुमान और भगवान भैरव की पूजा को बहुत प्रभावी माना जाता है. सोने से पहले, अपने चुने हुए देवता का ध्यान करें और निम्नलिखित मंत्र का 11 बार जाप करें:
“दुष्टस्वप्नं ममनाशय द्रुतं कुरु कुरु स्वाहा.”