Business Vastu Remedies: हर व्यक्ति अपने व्यवसाय में सफलता और अधिकतम मुनाफा चाहता है. लेकिन कई बार चाहे मेहनत कितनी भी करें, व्यापार में घाटा, ग्राहकों की कमी या ऑफिस में नकारात्मक माहौल जैसी समस्याएं आती रहती हैं. इन समस्याओं के पीछे कई कारण हो सकते हैं, और उनमें से एक प्रमुख कारण कार्यालय या दुकान का वास्तु दोष भी हो सकता है.
वास्तु शास्त्र एक प्राचीन भारतीय विज्ञान है, जो ऊर्जा और उसके प्रवाह पर आधारित है. इसके अनुसार हमारे आस-पास की ऊर्जा हमारे काम, रिश्तों और वित्तीय स्थिति को सीधे प्रभावित करती है. अगर आपका कार्यस्थल वास्तु के अनुरूप है, तो यह सकारात्मक ऊर्जा, समृद्धि और नए अवसरों को आकर्षित करता है. वहीं, वास्तु दोष व्यापार में रुकावटें, मनोबल में गिरावट और धन की हानि जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है. आइए जानते हैं कुछ सरल और प्रभावी वास्तु उपाय, जिन्हें अपनाकर आप अपने व्यवसाय को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं.
1. मालिक का बैठने का स्थान
व्यापार में सफलता के लिए मालिक या कार्यालय के मुखिया का बैठने का स्थान अत्यंत महत्वपूर्ण है. वास्तु के अनुसार, मालिक को दक्षिण-पश्चिम (नैऋत्य कोण) में बैठना चाहिए. बैठते समय उनका मुख उत्तर या पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए. यह दिशा निर्णय लेने की शक्ति, नेतृत्व क्षमता और स्थिरता बढ़ाती है. बैठने का स्थान हमेशा साफ और व्यवस्थित होना चाहिए.
2. मुख्य द्वार और स्वागत कक्ष
कार्यालय या दुकान का मुख्य द्वार ऊर्जा के प्रवेश का प्रमुख केंद्र होता है. इसलिए इसे हमेशा साफ, आकर्षक और अच्छी रोशनी वाला रखना चाहिए. वास्तु के अनुसार उत्तर, पूर्व या उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) दिशा के मुख्य द्वार सबसे शुभ माने जाते हैं. इसे आकर्षक और व्यवस्थित बनाएं. मुख्य द्वार और स्वागत कक्ष सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं और ग्राहकों को भी आकर्षित करते हैं.
3. कैश लॉकर या तिजोरी का स्थान
धन की वृद्धि और सुरक्षित भंडारण के लिए तिजोरी का सही दिशा में होना बहुत जरूरी है. तिजोरी को दक्षिण या दक्षिण-पश्चिम की दीवार से सटाकर रखें. इसका दरवाजा उत्तर दिशा की ओर खुलना चाहिए. इससे धन में वृद्धि होती है और अनावश्यक खर्चों में कमी आती है.
4. कार्यस्थल का मध्य भाग और अन्य बातें
कार्यालय या दुकान के मध्य भाग (ब्रह्मस्थान) को हमेशा खाली और साफ रखें. यह ऊर्जा के प्रवाह के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. जिसमें रोशनी पर्याप्त प्राकृतिक या कृत्रिम रोशनी हो. टूटे-फूटे या बेकार सामान को तुरंत हटाएं. उत्तर-पूर्व दिशा में छोटा पानी का फव्वारा रखना शुभ माना जाता है. यह धन और समृद्धि को बढ़ावा देता है.