होम / ऑटो-टेक / Bluetooth Security: 2014 के बाद लॉन्च हुए डिवाइसों पर बढ़ रहा हैकिंग का खतरा, जानें क्या है कारण

Bluetooth Security: 2014 के बाद लॉन्च हुए डिवाइसों पर बढ़ रहा हैकिंग का खतरा, जानें क्या है कारण

BY: Shubham Pathak • LAST UPDATED : December 1, 2023, 12:17 am IST
ADVERTISEMENT

संबंधित खबरें

Bluetooth Security: 2014 के बाद लॉन्च हुए डिवाइसों पर बढ़ रहा हैकिंग का खतरा, जानें क्या है कारण

Bluetooth Security

India News(इंडिया न्यूज),Bluetooth Security: आज के दौर में बढ़ते समय गति के अनुसार हमारे जीवन में तकनीक का एक अलग महत्वपूर्ण हो गया है। जो कि हमारा काम आसान करने के साथ-साथ हमारे लिए बेहद नुकसान भी पहुंचाता है। हम ऐसा इसलिए बोल रहे है क्योंकि, अनुसंधान संस्थान यूरेकॉम के सुरक्षा शोधकर्ताओं ने नई ब्लूटूथ सुरक्षा खामियों की खोज की है जो हमलावरों को ब्लूटूथ संस्करण 4.2 से 5.4 का उपयोग करने वाले उपकरणों पर कनेक्शन का नियंत्रण लेने की अनुमति देती है, जिसमें 2014 के बाद लॉन्च किए गए डिवाइस भी शामिल हैं। जिसकी जानकारी देते हुए साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने कहा कि, खामियां किसी विशेष हार्डवेयर या सॉफ्टवेयर कॉन्फ़िगरेशन तक सीमित नहीं हैं। लेकिन वास्तुशिल्प स्तर पर ब्लूटूथ को प्रभावित करते हैं।

जानें किताना नुकसान पहुंचाते है हैकर्स?

मिली जानकारी के अनुसार बता दें कि, ये हैकिंग की ऐसी तकनीक है जिसका इस्तेमाल हैकर्स तब करते हैं जब ब्लूटूथ डिस्कवरी मोड में होता है। यानी दूसरी डिवाइस को जोड़ने के लिए सर्च कर रहा होता है। जिस दौरान ही हैकर्स यूजर्स की डिवाइस को निशाना बनाते हैं।

इसके साथ ही बता दें कि, डिवाइस को हैक करने के बाद हैकर्स यूजर्स की कॉल और मैसेज तक अपनी पहुंच बना लेते हैं। इतना ही नहीं, वो यूजर्स की कॉल को अपने नम्बर्स पर डाइवर्ट तक कर सकते हैं और फोन में मौजूद हर जानकारी को चुरा सकते हैं।

 

Tags:

breaking newsdaily newshackinglatest newsnews onlineSecurityसमाचार

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT