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India News Bihar (इंडिया न्यूज), Bharat Bandh: “रिजर्वेशन बचाओ संघर्ष समिति” ने 21 अगस्त को भारत बंद घोषित किया है, जिसका मुख्य कारण सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी-एसटी आरक्षण से संबंधित आए फैसले के खिलाफ विरोध जताना है। इस बंद का कई राजनीतिक पार्टियों ने समर्थन किया है। इस बीच, बिहार सरकार के पूर्व मंत्री और वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने भी इस भारत बंद का समर्थन करते हुए एक महत्वपूर्ण बयान दिया है।
मुकेश सहनी ने कहा कि उनकी पार्टी नैतिक और सैद्धांतिक रूप से भारत बंद का समर्थन करती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि आरक्षण में किसी भी प्रकार का वर्गीकरण स्वीकार्य नहीं है और इसके लिए केंद्र सरकार को तत्परता से काम करना चाहिए। सहनी ने यह भी कहा कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजातियों के लिए आरक्षण का आधार छुआछूत रहा है, न कि सामाजिक, आर्थिक या राजनीतिक कारकों के कारण। इसलिए, क्रीमी लेयर का सवाल उठाना उचित नहीं है।
सहनी ने बताया कि उनकी पार्टी वीआईपी इस भारत बंद का समर्थन कर रही है क्योंकि आरक्षण में किसी भी प्रकार का बदलाव या वर्गीकरण समाज में असंतुलन और विसंगतियां पैदा करेगा। उन्होंने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि इस समस्या को हल करने के लिए अध्यादेश लाना चाहिए। मुकेश सहनी ने पहले भी आरक्षण को लेकर आवाज उठाई है और निषादों के लिए आरक्षण की मांग को लेकर संघर्षरत हैं।
इसके अतिरिक्त, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने भी भारत बंद का समर्थन किया है। आरजेडी नेता श्याम रजक ने कहा कि बंद के दौरान हर सड़क, गली, और मोहल्ले में चक्का जाम होना चाहिए, जिससे बाबा साहेब भीम राव आंबेडकर के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की जा सके। उन्होंने इस मुद्दे को केवल दलितों के लिए नहीं बल्कि देश की 140 करोड़ जनता के लिए भी एक गंभीर खतरा बताया है, जिन्होंने संविधान पर विश्वास रखा है।
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