संबंधित खबरें
RJD-JDU की सियासी लड़ाई चरम पर, 'CM नीतीश को प्रणाम करें रात दिन…'
'बीमा प्रीमियम पर विस्तृत रिपोर्ट अगली…', बिहार के डिप्टी CM सम्राट चौधरी ने क्या कहा?
बिहार सरकार ने बेतिया राज की भूमि के पूर्ण अधिग्रहण के लिए राजपत्र अधिसूचना जारी की, जानें कितनी है जमीन
‘इंदिरा गांधी के घमंड के कारण…', वन नेशन-वन इलेक्शन पर BJP सांसद का बड़ा बयान, जानें क्या कहा?
Maha Kumbh Mela 2025: महाकुंभ जाने वाले श्रद्धालुओं का सफर होगा आसान, इन रूट पर चलेगी स्पेशल ट्रेन, मिलेगी ये सुविधा
Bihar Accident: Wrong Side से आ रही पिकअप ने रौंदा छात्राओं को, सड़क पर तड़पती रहीं लड़किया, 1 की मौत
India News Bihar (इंडिया न्यूज), Bihar Bypoll 2024: बिहार में आगामी उपचुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। 13 नवंबर को होने वाले उपचुनाव में कुल 38 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिसमें जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार भी शामिल हैं। जन सुराज के उम्मीदवारों पर उनके आपराधिक रिकॉर्ड को लेकर सवाल उठ रहे हैं, और विपक्षी पार्टियां इस मुद्दे पर प्रहार कर रही हैं।
Nawada Robbery: नवादा में चोरों ने किया बड़ा हाथ साफ! घर में घुसकर जेवर-नकदी उड़ाए
जन सुराज पार्टी के उम्मीदवारों पर आपराधिक मामलों का इतिहास है। बता दें कि, सबसे अधिक मामले 47 वर्षीय जितेंद्र पासवान के खिलाफ दर्ज हैं, जो इमामगंज सीट से प्रत्याशी हैं। उनके खिलाफ धमकाने, हत्या के प्रयास जैसे गंभीर मामले हैं। ऐसे आरोपों के चलते बिहार की राजनीति में हड़कंप मचा हुआ है, और विपक्षी पार्टियां लगातार इस मुद्दे को उठा रही हैं। इसके अलावा, जन सुराज के अन्य प्रत्याशियों पर भी विभिन्न आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिससे विपक्ष को मुद्दा मिल गया है। प्रशांत किशोर, जो जन सुराज पार्टी के प्रमुख रणनीतिकार माने जाते हैं, ने इन आरोपों पर अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
साथ ही, विपक्ष ने प्रशांत किशोर के किए गए दावों पर सवाल उठाए हैं, जो उनकी पार्टी की पारदर्शिता और जनहित की बात करते हैं। ऐसे में, सिर्फ आपराधिक रिकॉर्ड ही नहीं, बल्कि जन सुराज के उम्मीदवारों की शैक्षणिक योग्यता भी विवाद का विषय बन गई है। अधिकांश उम्मीदवार केवल 10वीं या 12वीं पास हैं, जिससे उनकी योग्यता पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। बता दें कि, बिहार के चार विधानसभा क्षेत्रों – तारारी, रामगढ़, बेलागंज, और इमामगंज में उपचुनाव होने जा रहे हैं। इन सीटों पर जन सुराज के उम्मीदवारों का मैदान में उतरना विपक्षी दलों के लिए चिंता का विषय बन गया है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि 13 नवंबर को जनता किसे अपना प्रतिनिधि चुनती है और क्या यह आपराधिक रिकॉर्ड का मुद्दा चुनावी नतीजों को प्रभावित करेगा।
राम की नगरी अयोध्या में 500 वर्ष बाद दिखी त्रेता युग की झलक! दियों की रोशनी से जगमग हो गया आसमान
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.