संबंधित खबरें
हॉकी के बाद बिहार को इस बड़े स्पोर्ट्स इवेंट की मिली मेजबानी, खेल मंत्री मांडविया ने दी जानकारी
Bihar Hooch tragedy : बेगूसराय में जहरीली शराब का कहर, दो लोगों की मौत; 2 अन्य बीमार
Bihar Politics: आरा सांसद को नहीं पसंद आया रेलवे का गिफ्ट, सोना-चांदी मिला तो सुना दी खरी-खरी
खाना बनाने के दौरान लगी भीषण आग, सिलेंडर फटने से 9 लोग घायल, 3 हायर सेंटर रेफर
Muzaffarpur Murder: दिनदहाड़े हुई युवक की हत्या! दहला गया इलाका, जानें मामला
Bihar Teacher Transfer: शिक्षकों के लिए आई खुशखबरी! चाह अनुसार कर सकते हैं ट्रांसफर अप्लाई
India News Bihar(इंडिया न्यूज), Bihar Flood: पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव ने बिहार में आई बाढ़ को लेकर केंद्र सरकार और बिहार सरकार पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने पूछा कि नेपाल से इतना डर क्यों है? नेपाल से बातचीत क्यों नहीं हो रही है? नेपाल हर साल बिहार को क्यों तबाह करता है?उन्होंने कहा कि बाढ़ से निपटने के लिए सरकारों ने क्या किया है? पप्पू यादव ने कहा कि नेपाल में भारी बारिश के कारण बिहार में बाढ़ ने तबाही मचाई है. बाढ़ के कारण बिहार के कई जिले जलमग्न हो गए हैं. कुछ जिले बाढ़ की चपेट में आने वाले हैं. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार और बिहार सरकार को नेपाल से आने वाले पानी पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।
पप्पू यादव ने कोसी और गंडक नदी पर बने बांध टूटने पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि बांध टूटने के लिए इंजीनियर जिम्मेदार हैं। उनकी पहचान कर कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बिहार में यह आम बात हो गई है। पप्पू यादव ने कहा कि बिहार में 40 साल तक सत्ता में रही सरकारों ने बाढ़ के लिए क्या किया? उन्होंने पूछा कि कोसी, सीमांचल और मिथिलांचल के लोगों को कब तक परेशान किया जाएगा?
पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने बिहार में बाढ़ से मची तबाही के लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि पूरा बिहार जल त्रासदी के संकट से जूझ रहा है और सत्ता पक्ष दिल्ली में है जबकि विपक्ष विदेश घूम रहा है। तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘बिहार में कुछ ऐसे लोग हैं जो न तो कभी अपने जीवन में पानी में उतरे और न ही उनके पूर्वज कभी पानी में उतरे, लेकिन वे बाढ़ का गीत गा रहे हैं।’
पप्पू यादव ने कहा कि लोग भूख से मर रहे हैं। पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था नहीं है। अस्पताल में सांप काटने की दवा नहीं है और सरकार कह रही है कि बाढ़ से निपटने के लिए उनके पास सारे इंतजाम हैं। उन्होंने कहा कि अभी तक एक भी सामुदायिक रसोई शुरू नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि गांव के लोग भूखे हैं। पानी के लिए तरस रहे हैं। दूसरी तरफ एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों के पास नाव चलाने के लिए ईंधन नहीं है। लोग 300 से 400 रुपये खर्च करके किसी तरह नाव से निकल रहे हैं।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.