India News, (इंडिया न्यूज),Bihar News: बिहार के गोपालगंज में हादसे के बाद प्रशासन ने पूजा समिति के संचालकों के साथ बैठक की। बैठक में पूजा पंडाल में दर्शन करने आये श्रद्धालुओं का रूट चार्ट बनाया गया है। ये तय किया गया कि जिस रूट से श्रद्धालु पूजा पंडाल देखने जाएंगे उस रूट से वापसी नही होगी।

घटना की वजह बताते हुए डीएम ने कहा कि काफी भीड़ होने के कारण ऐसी घटना हुई हैं। दुर्गा पूजा, लक्ष्मी पूजा, दिवाली और छठ जैसे पर्वों की अभी लंबी सूची है। ऐसे उत्सव त्यौहार में श्रद्धालुओ की भारी भीड़ उमड़ती है।

बिहार पुलिस को किया गया खास एक्टिव

गोपालगंज में घटना के बाद बिहार के सभी पूजा पंडालों के साथ उन देवी स्थलों में जहां खासी भीड़ देखी जाती,वहां बिहार पुलिस को खास एक्टिव कर दिया गया है। राज्य में कई पंडाल लगे हैं। नए सिरे से सभी जगह सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर , काफी कम पुलिस जवान वाले स्थलों की पहचान की गई । इस हादसे के बाद से भीड़ भाड़ वाले पंडालों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इधर गोपालगंज प्रशासन भगदड़ की इस घटना की जांच के लिए टीम का गठन कर दिया है।

पंडाल में भगदड़ से मासूम की मौत

रिपोर्ट आनी बाकी है।मृतकों में माझागढ़ थाना क्षेत्र के सैना गांव निवासी दिलीप राम के 5 वर्षीय बेटा आश कुमार, कुचायकोट थाना क्षेत्र के सासामूसा गांव निवासी स्वर्गीय रविंद्र साह के 55 वर्षीय पत्नी उर्मिला देवी और नगर थाना क्षेत्र के बसडिला गांव निवासी भोज शर्मा की 60 वर्षीय पत्नी शांति देवी शामिल है। चश्मदीद के मुताबिक दुर्गा पूजा के चलते गोपालगंज पंडाल में भीड़ के कारण एक बच्चा गिर गया। भीड़ के बीच से उसे बचाने की कोशिश में दो महिलाएं भी गिर गईं और वे उठ नहीं सकीं।

हादसे में दर्जन भर लोग घायल

हादसे में दर्जनभर लोगों के घायल होने की सूचना है। घायलों को सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया है। हादसा नगर थाना क्षेत्र के रेलवे स्टेशन रोड में स्थित राजा दल पूजा पंडाल में हुआ। घायलों को घटना स्थल से महज 200 मीटर की दूरी पर स्थित एक अस्पताल पहुंचाया गया था। लेकिन अस्पताल पहुंचने तक तीनों की मौत हो चुकी थी।

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