संबंधित खबरें
New Delhi Stampede:समस्तीपुर के एक ही परिवार के 3 लोगों की हुई मौत,परिजनों ने बताया हादसे का जिम्मेदार कौन?
बिहार बोर्ड का एग्जाम देने वाले छात्र हो जाए सावधान,कल से शुरू हो रही परीक्षा,परीक्षा केंद्र गलती से भी ना करें ऐसा वरना..
बिहार में चोरो का आतंक,एक साथ 5 कार एजेंसियों में लाखों की चोरी,पुलिस खंगाल रही CCTV फुटेज
मॉरिशस के प्रधानमंत्री के परिजनों से CM की नहीं मुलाकात, 15 सालों से मिलने को तरस रहा परिवार
महाकुंभ को लेकर लालू के बिगड़े बोल- 'कोई मतलब नहीं, फालतू है कुंभ'; मचा सियासी घमासान
क्या रुक जाएगा Patna Metro स्टेशन का निर्माण? राजभवन ने जमीन देने से किया इनकार
Samastipur News: नीतीश कहते हैं मोबाइल चलाने वाले हो जाएंगे पागल
India News (इंडिया न्यूज़),Shakti,Samastipur News: समस्तीपुर जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने नीतीश और तेजस्वी यादव के विकास के दावों की पोल खोलते हुए समाज के लोगों से अपील की कि इन नेताओं से आप कोई अपेक्षा न करें। प्रशांत किशोर ने कहा कि इन नेताओं से आप क्या अपेक्षा करते हैं? तेजस्वी यादव जैसे लोग चाहते हैं कि समाज में लोग एक-दूसरे से लड़ते-झगड़ते रहें। समाज अगर पिछड़ा रहेगा तभी न जाकर 9वीं पास आदमी को लोग अपना नेता मानेंगे। बिहार में जो आदमी शर्ट के ऊपर गंजी पहन लिया तो लोगों को लगता है कि वही जमीनी नेता है। भले उसको भाषा और विषय का ज्ञान नहीं हो। कोई पढ़ा-लिखा आ जाए तो हम और आप बात करते हैं कि ये बिहार में नहीं चलेगा।
आज देश में भष्टाचार कहां नहीं है? नेता कहां झूठ नहीं बोल रहे हैं? इसके बावजूद आज बिहार जैसी भयावह स्थिति देश के किसी दूसरे राज्य में नहीं है। क्या कोई तमिलनाडु, महाराष्ट्र, केरल जैसे राज्यों से बिहार में आकर मजदूरी कर रहा है? मगर बिहार के लोग जानवरों की तरह ट्रेन में लदकर भेड़-बकरी की तरह मजदूरी करने जा रहे हैं।
समस्तीपुर के कल्याणपुर में पत्रकारवार्ता के दौरान प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि आपने कभी नीतीश कुमार को किसी फैक्ट्री बनाने को लेकर चर्चा करते सुना? नीतीश कुमार के लिए आज चर्चा का विषय क्या है? उनके लिए आज चर्चा का विषय है कि धरती का नाश होने वाला है। मोबाइल का उपयोग करने से लोग पागल हो रहे हैं। क्या यही नीतीश कुमार का काम है? नीतीश कुमार क्या साइकोलोजिस्ट हैं या मनोवैज्ञानिक हैं? बिहार की जनता ने जो काम नीतीश कुमार को दिया है वो तो ये कर नहीं रहे बाकी बेकार की चीजों में इनका ध्यान रहता है।
दुनिया कितने दिनों तक रहेगी कब खत्म हो जाएगी इस पर बात करते हैं। नीतीश कुमार को अगर ध्यान से देखिएगा तो पता चलेगा कि उनपर उम्र का असर हो गया है। पिछले एक साल की उनकी पुरानी स्पीच उठाकर देख लीजिए आपको पता चल जाएगा कि वो हर बात को जलेबी की तरह घुमाते रहते हैं। बोलना कुछ चाहते हैं बोल कुछ और जाते हैं।
यह भी पढ़े-
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.