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India News Bihar(इंडिया न्यूज)Tejashwi Yadav: सीएम नीतीश कुमार ने शनिवार को डीजीपी और गृह विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए। वहीं, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने रविवार को सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर इस पर तंज कसा। उन्होंने इस बैठक को लेकर बड़ा सवाल पूछा। तेजस्वी यादव ने लिखा कि ‘ऐसी समीक्षा बैठक का क्या लाभ और औचित्य है? जिसमें राज्य के डीजीपी, मुख्य सचिव और एडीजी तक मौजूद नहीं हैं।
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तेजस्वी यादव ने ‘एक्स’ पर लिखा कि ‘मुख्यमंत्री हर बार कानून व्यवस्था पर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक करने की औपचारिकता ही पूरी करते हैं। नीतीश जी का कबूलनामा है कि राज्य में हर बार ऐसी समीक्षा बैठक के बाद अपराध और बढ़ जाता है, क्योंकि ऐसी बैठकों की हकीकत अफसरों और अपराधियों को भी पता है। अफसरों को भी पता है कि जब विपक्ष का दबाव बढ़ता है तो सीएम अचानक दिखावे और औपचारिकता के लिए ऐसी बैठक बुला लेते हैं।’
कानून व्यवस्था पर मुख्यमंत्री हर बार उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक करने की सिर्फ औपचारिकता पूरी करते है। नीतीश जी का इक़बाल यह है कि प्रदेश में ऐसी प्रत्येक समीक्षा बैठक के बाद अपराध में और अधिक वृद्धि होती है क्योंकि अधिकारी एवं अपराधी भी ऐसी आडंबरपूर्ण बैठकों की असलियत जानते है।… pic.twitter.com/YUFJ8KEA3U
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 22, 2024
आगे उन्होंने लिखा कि ‘ऐसी समीक्षा बैठक का क्या लाभ और औचित्य है जिसमें राज्य के डीजीपी, मुख्य सचिव और एडीजी मौजूद नहीं हैं। आला अधिकारियों की अनुपस्थिति यह दर्शाती है कि मुख्यमंत्री कानून व्यवस्था को लेकर कितने गंभीर हैं। अपराधियों को संरक्षण और पोषण देकर एनडीए सरकार बिहारवासियों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रही है।’
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को 1 अणे मार्ग स्थित ‘संकल्प’ में गृह विभाग की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। समीक्षा के दौरान सीएम नीतीश ने निर्देश दिए कि कानून व्यवस्था सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। अपराध नियंत्रण में किसी भी प्रकार की ढिलाई न बरती जाए।
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