संबंधित खबरें
Kanpur Hostel News: वीडियो के सामने आते ही खुली गर्ल हॉस्टल की पोल, छात्रों के साथ करते थे ये घिनौना काम
Sanjauli Masjid Update: 15 मार्च को होगी संजौली मस्जिद मामले की सुनवाई, रिकॉर्ड पेश नहीं कर सका वक्फ बोर्ड
Viral News:ट्रेन में सीट ना मिली तो छत पर चढ़ा शख्स, करने लगा ये काम…वीडियो देख हैरान रह जाएंगे आप
महाकुम्भ में पुराने वृक्षों और वन्य जीवों का होगा संरक्षण, चलाया जाएगा रेस्क्यू ऑपरेशन
IPL 2025 से पहले रिंकू सिंह को मिली खूसखबरी ? पहली बार रिंकू सिंह बने टीम के कप्तान
'मेरे जीवन की एक बड़ी गलती थी' जाने क्यों हरियाणा चुनावों से पहले दुष्यंत चौटाला ने कहा था ऐसा, बीजेपी से दूर होने के पीछे क्या थी वजह
India News ( इंडिया न्यूज़ ), Anup Ghoshal Passes Away, दिल्ली: फेमस पार्श्व गायक और संगीतकार अनूप घोषाल का शुक्रवार को 77 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वह 1983 की फिल्म मासूम के गीत तुझसे नाराज नहीं जिंदगी के लिए सबसे लोकप्रिय थे, और सत्यजीत रे के कई संगीत में उनके योगदान भी दिया था।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अनूप घोषाल पिछले कई दिनों से बुढ़ापे की बीमारियों के कारण दक्षिण कोलकाता के एक निजी अस्पताल में भर्ती थे। उन्होंने शुक्रवार को अंतिम सांस ली और दोपहर 1:40 बजे मल्टी ऑर्गन फेल्योर के कारण उनका निधन हो गया। बता दें कि गायक की दो बेटियां भी हैं।
इसके साथ ही बात दें कि अनुप घोषाल ने संगीत की दुनिया पर अपने काम से गहरी छाप छोड़ी है। वहीं उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर उत्तरपाड़ा सीट से 2011 का विधानसभा चुनाव सफलतापूर्वक लड़कर राजनीति में भी कदम रखा था।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अनूप घोषाल के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, ”मैं बंगाली, हिंदी और अन्य भाषाओं में गाने वाले अनूप घोषाल के निधन पर गहरा दुख और संवेदना व्यक्त करता हूं।”
अनूप घोषाल एक प्रखर गायक थे, और गीतों में अपनी काफी पकड़ थी। उनका जन्म 1945 में अमूल्य चंद्र घोषाल और लाबन्या घोषाल के घर हुआ था। उन्होंने 4 साल की उम्र में गाना सिखना शुरू किया था, और उन्होंने अपने पहले प्रदर्शन के लिए ऑल इंडिया रेडियो, कोलकाला से बच्चों के कार्यक्रम शिशु महल के लिए गाना गाया था। इसके साथ ही काज़ी नज़रूल इस्लाम, रवीन्द्रनाथ टैगोर और आधुनिक बंगाली गीतों में भी उनको देखा गया।
उनके लोकप्रिय हिंदी गानों में मासूम से तुझसे नाराज नहीं जिंदगी, हुस्न भी आप हैं, इश्क भी आप हैं और शीशे का घर से तुम साथ हो जिंदगी भर के लिए शामिल हैं। एक गायक के रूप में, वह सत्यजीत रे की गूपी गाइन बाघा बायने, हिरक राजार देशे, गूपी बाघा फिरे एलो, फुलेश्वरी, निमन्त्रन सहित अन्य से जुड़े रहे थे।
सिर्फ हिंदी और बंगाली ही नहीं, उन्होंने असमिया और भोजपुरी जैसी अन्य भारतीय भाषाओं में भी गाने गाए थे।
ये भी पढ़े:
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.