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India News (इंडिया न्यूज़), Sonu Sood Help University Voilence Nuh Case: हरियाणा के नूंह में 31 जुलाई को दो समुदायों के बीच झड़प हुई, जिसके कारण हिंसा भड़की। हिंसा उस वक्त भड़की जब विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल की यात्रा निकल रही थी। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हिंसा भड़काने में सोशल मीडिया की अहम भूमिका रही और फिर इसे रोकने के लिए वहां इंटरनेट सेवाएं रोक दी गईं। इंटरनेट बंद होने से सबसे ज़्यादा प्रभावित हुईं वो लड़कियां, जो वहां यूनिवर्सिटी बनवाने के लिए पीएम को पत्र लिख रही थीं।
बताया गया कि यूनिवर्सिटी शुरू करने की मांग को लेकर छात्राएं पोस्टकार्ड अभियान चला रहीं थी, लेकिन इंटरनेट सेवाएं रुकने के बाद उनका ये अभियान भी थम गया। अब उनकी मदद के लिए बॉलीवुड एक्टर और समाज सेवी सोनू सूद (Sonu Sood) आगे आए हैं। उन्होंने एक बातचीत में बताया कि अच्छे भविष्य के लिए शिक्षा बेहद जरूरी है।
स्थानीय लोगों के मुताबिक, अप्रैल 2005 में मेवात को जिला तो बना दिया गया था, मगर यहां विकास नहीं पहुंच पाया। 2018 में नीति आयोग ने मेवात नूंह को देश का सबसे पिछड़ा जिला घोषित कर दिया गया। यहां ना कॉलेज है और ना ही कोई यूनिवर्सिटी। नूंह में यूनिवर्सिटी बनवाने के लिए नूंह और हरियाणा की लड़कियां प्रधानमंत्री को पोस्टकार्ड अभियान के तहत 10 हजार पोस्टकार्ड भेज रही हैं। अब तक 2 हजार पोस्टकार्ड भेजे जा चुके हैं। इंटरनेट सेवा बंद होने की वजह से ये अभियान रुका था, लेकिन अब फिर से पीएम मोदी (PM Modi) को पोस्टकार्ड भेजना शुरू कर दिया गया है।
आपको बता दें कि विश्वविद्यालय न होने से छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए दूर जाना पड़ता है, जिससे लड़के तो बाहर चले जाते हैं, लेकिन कई लड़कियों की पढ़ाई छूट जाती है। इस अभियान को शुरू करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता सुनील जागलान हैं, जिनका जिक्र पीएम मोदी ने मन की बात में किया था।
सोनू सूद ने कहा, “पिछले कुछ समय में हमने देखा कि नूंह में बहुत सारी हिंसा की घटनाएं हुई हैं। मुझे लगता है कि पढ़ाई बहुत बड़ा कारण है। अगर वहां यूनिवर्सिटी आ जाए, कॉलेज आ जाए तो वहां के बच्चों के लिए बहुत अच्छा होगा। नूंह में लगभग 30 गांव हैं, जहां कई बच्चे अपनी पढ़ाई नहीं पूरी कर पाते हैं। वहां के लड़के तो दूसरी जगह जाकर पढ़ लेते हैं, लेकिन लड़कियों की पढ़ाई वहीं छूट जाती है। वहां पर अगर यूनिवर्सिटी खुल जाती है तो जिन बच्चों की पढ़ाई छूट जाती है, वो आगे पढ़ पाएंगे। उनका भविष्य बेहतर हो जाएगा। हाथ जोड़कर सभी यूनिवर्सिटी वालों से विनती है कि नूंह में विश्वविद्यालय खोलें ताकि बच्चों का भला हो पाए।”
सोनू सूद ये भी कहा, “इसके लिए वो और उनकी संस्था सोनू सूद फाउंडेशन इस विषय पर साथ देगी। हाथ मिलाकर कुछ न कुछ हम शिक्षा के लिए और नूंह के बच्चों के लिए कर सकते हैं। जय हिंद।”
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